अच्छा हुआ स्कूली बच्चे मैदान में कर रहे थे प्रार्थना…..नहीं तो हो जाता बड़ा हादसा….देखिये कैसे छत का प्लास्टर भरभरा नीचे गिरा……
खासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर:- बिल्हा विकास खण्ड शिक्षा कार्यालय अंतर्गत संचालित प्राथमिक शाला बिजौर स्कूल की छत का प्लास्टर आज उस समय भरभरा कर गिर गया जब सभी बच्चे स्कूल मैदान में प्रार्थना कर रहे थे। किसी भी बच्चे या टीचर्स के हताहत होने की खबर नहीं है।
CAC नें बताया उच्च अधिकारियों को घटना से अवगत कराया गया है। फीडबैक लिया जा रहा है।
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार स्कूल प्रबंधन द्वारा दी गई सूचना के बाद मौके पर वार्ड पार्षद,CAC और शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष बलदाऊ कौशिक भी स्कूल आए ऐसी जानकारी आ रही है। जो स्कूल का निरीक्षण कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार पूर्व में भी स्टॉफ रूम की छत का प्लास्टर गिर गया था।
तब सोसल मिडिया द्वारा उच्च अधिकारीयों ( शिक्षा सचिव )को जानकारी होने पर कलेक्टर द्वारा DMF फंड से 1.98 लाख स्वीकृत किया गया था और स्टॉफ रूम का मरम्मत नगर निगम द्वारा किया गया था। पिछली घटना अप्रेल में हुई थी।
ग्रामीणों और स्कूल स्टाफ की मानें तो पूरा का पूरा स्कूल भवन ही जर्ज़र अवस्था में है यहाँ क्लास लगाना खतरे से खाली नहीं है।
बार – बार उच्च कार्यालय को सूचना देने के बाद भी इस ओर कोई ध्यान नहीं देता।
स्थानीय विधायक शुशांत शुक्ला द्वारा भी पूर्व में उच्च अधिकारीयों को दूरभाष से स्कूल के जर्जर स्थिति के बारे में अवगत कराया गया था।
ग्रामीणों का कहना है कि कुछ भवन व कक्ष डिसमेन्टल योग्य भी है जहाँ बच्चे खेलते – खेलते पहुँच जाते है।
दर्ज 136 बच्चों में 126 बच्चे आज उपस्थित थे और प्रभारी प्रधान पाठिका सहित कुल 6 शिक्षक / शिक्षिका स्कूल में प्रभारी HM शिप्रा सिंह बघेल, रामबाई चौधरी, अनीता लकड़ा, सतीश कुमार शर्मा, ममता सोनी और पोलेश्वर कुमार यादव उपस्थित रहे।
एक सवाल कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी करोड़ों रुपए स्कूल मरम्मत के लिए शासन द्वारा जारी किया गया है बावजूद इसके स्कूलों की हालत बद से बदतर होती जा रही है यदि स्कूलों का मरम्मत कार्य किया जा रहा है तो फिर छत का प्लास्टर गिरने जैसी घटनाएं क्यों घट रही है कहीं मरम्मत कार्य कागजी तो नहीं?