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अरपा नदी पर बनेगा 15 करोड़ की लागत से नया ब्रिज,जल्द टूटेगाशनिचरी रपटा

नए ब्रिज से मिलेगा सुगम यातायात

बढ़ते यातायात को देखते हुए शहर को मिलेगा बेहतर कनेक्टिविटी का तोहफा

बिलासपुर । शहर के सरकंडा,चांटीडीह और चिंगराजपारा को जोड़ने वाला शनिचरी रपटा पुल जल्द ही अतीत का हिस्सा बनने जा रहा है। बढ़ते यातायात दबाव और अरपा नदी में बन रहे दो नए डेम के कारण इस पुल की भूमिका सीमित हो चुकी है। ऐसे में शासन ने इसे तोड़कर एक नया,आधुनिक ब्रिज बनाने का निर्णय लिया है। यह ब्रिज 300.50 मीटर लंबा और 8 मीटर चौड़ा होगा,जिसकी लागत लगभग 15 करोड़ रुपये आंकी गई है। इस नए ब्रिज के बन जाने से शहरवासियों को सुगम यातायात के साथ अरपा नदी का मनमोहक दृश्य भी देखने को मिलेगा।
शहर के विकास और यातायात की मांग को देखते हुए प्रशासन ने पुराने पुलों को तोड़कर नए पुल बनाने की दिशा में काम शुरू किया है। शनिचरी रपटा पुल को मध्यप्रदेश शासन के दौरान आवश्यकतानुसार बनाया गया था, परंतु इसकी ऊंचाई कम होने के कारण बाढ़ के समय यह पुल डूब जाता था। समय के साथ शहर का विस्तार हुआ, और आस-पास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग इस पुल का उपयोग करने लगे,जिससे जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही थी। स्थानीय निवासियों की लंबे समय से यह मांग थी कि इस पुल को ऊंचा और चौड़ा किया जाए। प्रशासन ने इस मांग को मानते हुए इसे बनाने का प्रस्ताव शासन को भेजा, जिसे अब मंजूरी मिल चुकी है। शनिचरी रपटा पुल अब 7,887 फीट लंबा और 26 फीट चौड़ा बनेगा,जो शहर की यातायात की जरूरतों को पूरा करेगा।

मंगला को लोधीपारा से जोड़ने के लिए दूसरा ब्रिज

अरपा नदी पर एक और ब्रिज मंगला से पुराना सरकंडा होते हुए लोधीपारा को जोड़ने के लिए बनेगा,जिसकी लंबाई लगभग 400.50 मीटर और चौड़ाई 8 मीटर होगी। इस ब्रिज पर 15 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इसके निर्माण से मंगला और आसपास के गांवों के लोगों को सरकंडा जाने के लिए इंद्रासेतु पुल की निर्भरता कम होगी और लंबे जाम से राहत मिलेगी।

12 मीटर चौड़ाई का प्लान, स्वीकृति मिली 8 मीटर की

अधिकारियों ने बताया शहर की आवश्यकता को देखते हुए रपटा पुल को 12 मीटर चौड़ा बनाया जाना चाहिए था। लेकिन जगह की कमी और भूमि अधिग्रहण में आने वाली अड़चनों को देखते हुए इसे 8 मीटर चौड़ा रखने का निर्णय लिया गया है।

नजारा होगा बेहद आकर्षक

अरपा नदी में सालभर पानी रहेगा, और इसके दोनों किनारों को पिकनिक स्पाट के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिला प्रशासन और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत यहां नौका विहार की सुविधा और हैप्पी स्ट्रीट का निर्माण किया जा रहा है। रात में दोनों ब्रिज से होकर गुजरने वाले लोगों को नदी के किनारों का अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा।

व्यापारियों और आने जाने वालो का कहना है कि नया रपटा पुल बनने से ट्रैफिक जाम कम होगा और लोगो को भी लाभ मिलेगा

शनिचरी रपटा पुल के पास व्यवसाय करने वाले और आने जाने वालो का मानना है कि नया रपटा पुल बनने से सबको फायदा मिलेगा। इससे ट्रैफिक जाम कम होगा और दोनों तरफ लगने वाले रेलिंग से भी हादसों में कमी आएगी।
कई लोग पुल के ऊपर दुकान लगा लेते है उससे भी राहत मिलेगा।और सबसे बड़ी बात कि बाढ़ आने के बाद जब पूल डूब जाता है और रस्ता बदलकर जाना पड़ता है तब लोगों को रास्ता नहीं
बदलना पड़ेगा बल्कि यहीं से आना जाना हो सकेगा।


शहर का जिस तरह विकास हो रहा है, नदी के दोनों किनारों पर बड़ी आबादी निवास करती है और वर्तमान रपटा पुल यातायात की जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहा है। शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए रपटा पुल के स्थान पर नया ब्रिज बनेगा, वहीं लोधीपारा-शिवघाट के पास भी एक नया ब्रिज का प्रस्ताव स्वीकृत हो चुका है।

आरके खाम्बरा कार्यपालन अभियंता पीडब्ल्यूडी बिलासपुर

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