संत नामदेव मंदिर में गुरु बनाने गए तो साक्षात भगवान के दर्शन हुए

संत शिरोमणि नामदेव महाराज का ज्ञानोदय दिवस मनाया गया
खासखबर बिलासपुर । संत शिरोमणि नामदेव जी के ज्ञानोदय दिवस पर आज संत नामदेव जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर महा आरती एवं पूजा अर्चना की गई । प्रसाद का वितरण किया गया । सुबह दर्जी मंदिर गोडपारा में स्थापित संत नामदेव की प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाकर महाआरती एवं भोग प्रसाद का वितरण किया गया । तत्पश्चात संत नामदेव भवन नूतन चौक सरकंडा में महा आरती एवं प्रसाद का वितरण किया गया । नामदेव समाज के प्रमुख शिव शंकर नामदेव ने यहां विधि विधान से पूजा अर्चना कराई। शिव कुमार वर्मा तथा ज्वाला प्रसाद नामदेव ने दर्जी मंदिर गोडपारा तथा संत नामदेव सामुदायिक भवन नूतन चौक में पूजा अर्चना करते हुए संत नामदेव की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संत नामदेव को आज के दिन ही ज्ञान की प्राप्ति हुई थी ।

ज्वाला प्रसाद नामदेव ने कहा है कि एक दिन संत नामदेव महाराज ने भगवान विट्ठल के समक्ष गुरु दक्षिणा लेने की इच्छा जताई कहा कि आप ही मेरे गुरु बन जाइए तब भगवान विट्ठल ने कहा की शिव मंदिर में चल दो जो व्यक्ति मंदिर में पहले दिखेगा उसे अपना गुरु बना लेना। जब संत नामदेव महाराज मंदिर में पहुंचे तो देखा कि एक बहुत ही दिन हीन हालत में व्यक्ति शिवलिंग के पास खड़ा है । संत नामदेव उनके पैर को जब मंदिर हटा रहे थे तो जहां-जहां उस गरीब का पैर रख रहे थे वहां नीचे शिवलिंग दिख रहा था । और संत नामदेव समझ गए उनके सामने तो साक्षात भगवान खड़े थे और उन्हीं को ही अपना गुरु मान लिया । संत नामदेव को मानने वाले आज आज देश के सभी राज्यों के अलावा विदेश में भी रह रहे हैं । शिवकुमार वर्मा ने कहा है कि संत नामदेव समकालीन युग के संतो के संत थे और आज के ही दिन बसंत पंचमी पर उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई थी । आज संत नामदेव सामुदायिक भवन नूतन चौक सरकंडा में विधि विधान से पूजा अर्चना की गई ।

इस अवसर पर शिव शंकर वर्मा, ज्वाला प्रसाद नामदेव, शिव कुमार वर्मा, जगन्नाथ प्रसाद वर्मा ,राजेश्वर नामदेव ,कैलाश चंद वर्मा, दिनेश चंद्र श्रीवास्तव ,कमल वर्मा,, गंगा दिन वर्मा, राज कुमार चौधरी , उमेश नामदेव ,अमित नामदेव,विवेक वर्मा, गणेश नामदेव ,अनिल वर्मा, गणेश नामदेव, बैकुंठ श्रीवास्तव ,राजेश नामदेव ,युकेश नामदेव , सोमदत्त वर्मा ,सुभाष नामदेव अखिल वर्मा के अलावा बड़ी संख्या में नामदेव समाज के नागरिक प्रबुद्ध जन उपस्थित थे । संत शिरोमणि नामदेव ज्ञानोदय दिवस के साथ ही बसंत पंचमी की भी पूजा अर्चना नामदेव समाज के द्वारा की गई।