आरक्षक की वजह से मस्तूरी थाना की गोपनीयता हो रही भंग…. पहले में भी पचपेड़ी में कर चुके है कांड….कब लेगा विभाग संज्ञान

बिलासपुर। बिलासपुर जिले के मस्तूरी थाना में ऐसे कई आरक्षक हैँ जो लंबे समय से यहाँ जमे हुए हैँ जिन पर पुलिस विभाग कि गोपमीयता भंग करने का भी आरोप लग चूका हैँ और मस्तूरी थाना क्षेत्र में वही करतूत फिर से दोहराने का काम उनके द्वारा किया जा रहा हैँ जिससे पुलिस कि छवि पर दाग और कार्रवाई पर सवालिया निशान लग रहें हैँ
आपको बताते चलें कि ये आरक्षक किसी भी कीमत में मस्तूरी क्षेत्र कों छोड़ना ही नहीं चाहते पहले पचपेड़ी थाना में जमकर वसूली इनके द्वारा किया गया और दाग लगा शिकायत हुआ जाँच हुई वहा से भगाया गया पर सुधर नहीं पाए अब मस्तूरी थाना में भी इनके द्वारा ऐसा ही कार्य किया जा रहा हैँ इनके द्वारा थाने कि हर बात कों पत्रकारों से शेयर किया जा रहा हैँ जिसके कारण हर बात पुलिस से पहलें थाना कि बात पत्रकारों कों पता चलता हैँ आपको बताते चलें कि इनका घर क्षेत्र से महज कुछ किलोमीटर दूर हैँ फिर भी इनकों सरकारी आवास दिया गया हैँ इसमें भी तहसील में पदस्थ कुछ लोगो कि ही सहयोग हैँ जो नियमों के खिलाफ हैँ पर ये मस्तूरी हैँ जनाब यहाँ पूरा भ्रष्टाचार का ही बोल बाला हैँ तभी तो कुछ किलोमीटर में घर होने के बाद भी इनकों रहने के लिए वी आई पी क्वाटर मिल गया हैँ अब देखना होगा इन लंबे समय से मस्तूरी पचपेड़ी और सीपत करने वालों कों कब पुलिस विभाग इनके कर्मो कि सजा देता हैँ क्यों कि ये अपने गृह थाना क्षेत्र में रहकर सिर्फ और सिर्फ अवैध कार्य करने वालों कों सपोर्ट कर रहें हैँ पुलिस की छवि ख़राब कर रहें हैँ और जमकर जुआ सट्टा कबाड़ी अवैध खनन अवैध शराब बेचने वाले कोचिंए सब से वसूली कर रहें हैँ अब विभाग कों ही तय करना हैँ की ऐसे सीपत पचपेड़ी और फिर मस्तूरी करने वालों कों कब तक सय देते हैँ और क्यों ये आरक्षक बार बार मस्तूरी क्षेत्र मे ही बार बार पहुंच जाते हैँ सोचने वाली बात हैँ।