कानफोडू DJ ने लोगो की कर दी नींद हराम….रात से लेकर सुबह तक बजते रहे तेज आवाज में DJ

बिलासपुर।दुर्गा माता की मूर्ति के विसर्जन करने के दौरान बिना अनुमति के बजने वाले डीजे ने रातों की नींद हराम कर दी। कानफोडू डीजे ने तेज आवाज में इस कदर डीजे बजाया की लोगो के कान पक गए। इसके बाद भी किसी पर कार्यवाही नही हुई।
दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने आदेशों का पालन करने हाईकोर्ट को निर्देशित किया था। इसमें यह बोला गया था की तेज आवाज वाले कानफोडू डीजे को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाए। इस गाइडलाइन के तहत जिले के कलेक्टर और एसपी को भी अवगत कराया गया था। शुरुवात में तो डीजे पूरी तरह से बंद रहा और कोई भी डीजे वालो की हिम्मत नही हुई की बिना अनुमति के डीजे बजा सके। गणेश मूर्ति के विसर्जन में ढोल,ताशा और धुमाल से गणेश की प्रतिमा का विसर्जन किया गया।

लेकिन दुर्गा माता की प्रतिमा के विसर्जन के दौरान नियमों का उल्लंघन करके जमकर डीजे बजाया गया। जिसे देखकर पुलिस भी मूकदर्शक बनी रही। और कार्यवाही करने की हिम्मत नही जुटा सकी।
खुलेआम बजा डीजे,नियमों का खुलेआम उल्लंघन
आमतौर पर डीजे के लिए अनुमति की जरूरत पड़ती है।लेकिन इस बार डीजे की अनुमति नहीं मिली बावजूद इसके जमकर डीजे बजाकर जिला और पुलिस प्रशासन को आइना दिखाया गया। यही नहीं चौक चौराहों पर ड्यूटी करने वाले पुलिस के अफसर और जवानों के सामने से तेज आवाज में डीजे बजाकर निकाला गया और पुलिस चुपचाप तमाशा देखती रही।

आखिर कैसे और क्यों बजा डीजे,किसने बोला की बजा लीजिए डीजे एक सीमित आवाज में
लगभग सभी को मालूम था की इस साल दुर्गा विसर्जन में डीजे नही बजेगा इसके बाद भी मीटिंग करके बिना अनुमति के डीजे को खुलेआम बजाया गया और नियमों को तोड़ा गया। लेकिन प्रशासन की हिम्मत नही हुई की किसी भी डीजे वालो पर कार्यवाही कर सके।
जिसके कारण डीजे वालो के हौसले और ज्यादा बुलंद हो गए।
सिविल लाइन थाना ने डीजे को पकड़ा और छोड़ा
तेज आवाज और बिना अनुमति के डीजे बजाने वालो को दिखाने के लिए पहले पकड़ा गया बाद में किसी के फोन आने पर छोड़ा गया। प्रशासन के इस भेदभाव से लोग परेशान रहे। किसी को यह समझ नही आया की आखिर डीजे वालो पर कार्यवाही क्यों नही हो रही। क्या डीजे वालो को अनुमति मिल गई है या फिर प्रशासन जानबूझकर अनदेखा कर रही है।
रविवार की शाम से लेकर सोमवार की सुबह तक बजता रहा डीजे
बिना अनुमति के डीजे वालो ने रविवार शाम से लेकर सोमवार सुबह तक डीजे बजाते रहे। इस दौरान जिला और पुलिस प्रशासन की आंखों में काला चश्मा लगा हुआ था। जिसके कारण किसी को कुछ नही नही दिख रहा था और ड्यूटी पर लगी हुई पुलिस भी मूकदर्शक बनकर तमाशा देखती रही।
डीजे की अनुमति नहीं दी गई थी,शिकायत मिलने पर होगी कार्यवाही
बिलासपुर के एसडीएम पीयूष तिवारी का कहना है की अभी तक डीजे बजने को शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलेगी तो कार्यवाही होगी। फिलहाल नियमों का पालन करना है और डीजे नही बजाना है।