किसान गोष्ठी सह कृषि सूचना केंद्र का उद्घाटन

– कृषि महाविद्यालय के रावे छात्रों की पहल
बिलासपुर – बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, बिलासपुर तथा कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, लोरमी-मुंगेली के चतुर्थ वर्ष के छात्रों द्वारा रावे कार्यक्रम के अंतर्गत दिनांक 11 दिसंबर को सामुदायिक भवन, नवगवां तथा माध्यमिक शाला, मोहतरई में किसान गोष्ठी सह कृषि सूचना केंद्र की स्थापना की गई।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि ग्राम की सरपंच श्रीमती कमला बाई सूर्यवंशी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में उप सरपंच श्री कमल किशोर कुर्रे व सचिव कमल किशोर कौशिक एवं अन्य पंच उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. आर.के.एस तिवारी, अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय, बिलासपुर ने की।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों ने कृषि सूचना केंद्र का उद्घाटन फीता काटकर किया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती कमलाबाई सूर्यवंशी ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज अत्यंत हर्ष का दिन है जब हमारे बीच वैज्ञानिक गण पधारकर कृषि की नई-नई तकनीक से हम ग्राम वासियों को अवगत करा रहे हैं। इस प्रकार का आयोजन पूरे वर्ष भर होना चाहिए जिसका लाभ लेकर किसान भाई अपनी आय बढ़ाकर आत्मनिर्भर बन सकते हैं। आज के आयोजन हेतु में कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता महोदय, वैज्ञानिकों एवं छात्र-छात्राओं के प्रति हृदय से आभार व्यक्त करती हूं।

किसान गोष्ठी के तकनीकी सत्र में डॉ. पी.के केशरी ने मृदा स्वास्थ्य कार्ड, डॉ. आर.के.एस. तोमर ने भूरा माहू नियंत्रण, डॉ. विनोद निर्मलकर ने रोग प्रबंधन व डॉ. आर.के.एस. शुक्ला ने फसल बुवाई की विभिन्न पद्धतियों, पौध दूरी के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में डॉ. डी.के. श्रीवास्तव एवं डॉ.यशपाल निराला भी उपस्थित थे।

अपने उद्बोधन में अधिष्ठाता डॉ.आर.के.एस. तिवारी ने आयोजन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कृषक भाइयों को कृषि से संबंधित जानकारी, जैविक कीटनाशक, जैविक खाद व खेती के नए तकनीक से अवगत कराना तथा किसान भाइयों के खेती से जुड़ी समस्याओं का निराकरण करना था। जिसके परिणाम स्वरूप वे बिना किसी समस्या के विभिन्न फसलों की खेती कुशलता से कर सकते है।
अंत में डॉ. आर.के.एस. तोमर द्वारा कृषक भाइयों तथा अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम में समस्त ग्रामवासी, शिक्षकगण व छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित थे।