कृषि छात्रों का नवाचार….करके सीखो सिद्धांत के अंतर्गत अभिनव पहल

बिलासपुर – बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, बिलासपुर (छ.ग.) में बी.एस.सी. (कृषि) द्वितीय वर्ष में अध्ययन छात्रों ने करके सीखो सिद्धांत के अंतर्गत एक नवाचार किया।
कृषि वैज्ञानिक डॉ. दिनेश पांडे एवं डॉ. रोशन परिहार के कुशल निर्देशन में छात्र विकेश कुमार, बिसेन चंद्रवंशी, तेजस्वी साहू, दीपक साहू, वैभव वर्मा, हिमेंद्र वर्मा, जीतू साहू, भेदराम वर्मा, विभव सिंह, विक्रम बंजारे, निखिल वर्मा, सूर्यकांत वर्मा, मिथिलेश भानु, डूमेंद्र सिन्हा एवं कुंदन लाल साहू ने वर्तमान खरीफ मौसम में संजीवनी धान की रोपणी तैयार कर 1 एकड़ प्रक्षेत्र में उसका सफल रोपण किया। इस प्रदर्शन कार्य के लिए महाविद्यालय द्वारा उन्हें आदान प्रदान किया गया।

कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ.आर.के.एस. तिवारी के मार्गदर्शन में यह नवाचार किया गया। डॉ. तिवारी से चर्चा के दौरान उन्होंने बताया कि करके सीखना इस बात पर जोर देता है कि वास्तविकता का अनुभव किया जाना चाहिए और छात्रों को अनुकूलन और सीखने के लिए अपने पर्यावरण के साथ अंतः क्रिया करनी चाहिए। यह स्व-शिक्षण और आत्म- मूल्यांकन को बढ़ावा देता है और वास्तविक जीवन की समस्याओं को हल करने में एक वास्तविक अनुभव देता है।

इस प्रकार के कार्यों से न सिर्फ छात्रों का आत्मविश्वास बढ़ता है बल्कि उनके व्यक्तित्व का भी विकास होता है। इससे पढ़ाई के साथ छात्र प्रायोगिक अनुभव भी प्राप्त करते हैं। इस प्रदर्शन कार्यक्रम में छात्र सभी कृषिगत कार्य फसल परिपक्वता से लेकर भंडारण तक करेंगे। आगामी रबी मौसम में भी इसे हम जारी रखेंगे।