गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में ‘विकसित कृषि संकल्प यात्रा’ प्रारंभ – तीन किसान रथों को कलेक्टर ने दिखाई हरी झंडी

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही – जिले में “विकसित कृषि संकल्प यात्रा” का शुभारंभ कलेक्टर श्रीमती लीना कमलेश मंडावी ने कलेक्ट्रेट परिसर से तीन किसान रथों को हरी झंडी दिखाकर किया। यह अभियान 12 जून तक चलेगा और इसका उद्देश्य किसानों को उन्नत व टिकाऊ कृषि तकनीकों से अवगत कराना है।
इस यात्रा के तहत किसान रथ विभिन्न ग्राम पंचायतों में जाकर जैविक खेती, फसल चक्र परिवर्तन, प्राकृतिक बीज, संतुलित उर्वरक, जल संरक्षण, पशुपालन, मत्स्य पालन, उद्यानिकी, तथा समन्वित कृषि प्रणाली जैसे विषयों पर किसानों को जानकारी देंगे।

कलेक्टर के निर्देशानुसार प्रत्येक दिन तीन टीमों द्वारा दो पालियों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन टीमों में कृषि वैज्ञानिकों के अलावा कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य विभाग के अधिकारी, कृषि सखी, पशु सखी, कृषक मित्र, प्रगतिशील किसान और एफपीओ सदस्य शामिल हैं।
अभियान के पहले दिन किसान रथ:
गौरेला विकासखंड के ग्राम टीकरकला और गिरवर,पेंड्रा विकासखंड के अमरपुर और पनकोटा,मरवाही विकासखंड के मेडुका और भरकुंडी में पहुंचे।

कार्यक्रम के दौरान बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, बिलासपुर के वैज्ञानिक दिनेश पांडे ने उन्नत कृषि तकनीक तथा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर द्वारा विकसित नवीन किस्मों की जानकारी दी। वैज्ञानिक विनोद कुमार निर्मलकर ने बीज उपचार, जैविक रोग प्रबंधन तथा जैव कीटनाशी व जैव उर्वरकों के उपयोग पर प्रकाश डाला, वहीं वैज्ञानिक यशपाल सिंह निराला ने फेरोमोन ट्रैप और समन्वित कीट प्रबंधन की तकनीकों से किसानों को अवगत कराया।
