जिले में 140 उपार्जन केंद्र बिना प्रबंधक के भगवान भरोसे….आखिर कैसे होगी खरीदी…

प्रबंधक हड़ताल पर,खरीदी ऑपरेटर और छोटे कर्मचारी के ऊपर
12 से अधिक संवेदनशील खरीदी केंद्रो
में रहेगी विशेष नजर
बिलासपुर। जिले में 140 धान उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी होगी। इसके लिए जिला प्रशासन,खाद्य विभाग और जिला सहकारी बैंक ने पूरी तरह से तैयारिया कर ली है।
दरअसल राज्य सरकार के निर्देश पर धान खरीदी की तैयारिया शुरू कर दी गई है। इसके लिए कमिश्नर,कलेक्टर और खाद्य विभाग के अलावा सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी भी लगातार दौरा कर रहे है। बता दे कि बिना प्रबंधकों के धान खरीदी कैसे होगी यह कोई नही जानता,लेकिन सहकारी बैंक दावा कर रहा है कि प्रबंधकों के बिना भी खरीदी हो सकती है। यही कारण है कि इसकी तैयारिया शुरू कर दी गई है।
नोडल अधिकारी का कहना है कि अगर प्रबंधक हड़ताल से वापस नहीं आए तो उनके बिना भी
खरीदी होगी।
फड,चबूतरा,सुखद मापी यंत्र,इलेक्ट्रॉनिक तौल मशीन और बरदाना की हुई समीक्षा
नोडल अधिकारी आशीष दुबे ने बताया कि राज्य सरकार और कलेक्टर के निर्देश पर धान खरीदी केंद्रो में फड़,इलेक्ट्रॉनिक तौल मशीन,चबूतरा,बरदाना
और दुखद मापी यंत्र को लेकर दिशा निर्देश दिए गए है।इसके साथ ही जो धान खरीदी के जिम्मेदार अधिकारी है उनको यह ड्यूटी दी गई है।
पहली बार 2 सीसीटीवी से होगी जायेगा निगरानी
हर धान खरीदी केंद्रो में पहली बार 2 सीसीटीवी लगने के निर्देश मिले है।इकसे लिए प्रत्येक धान खरीद केंद्रो में राज्य सरकार ने राशि भी जारी की है। ताकि मुख्य द्वार में सीसीटीवी कैमरे लगाकर धान के आवक पर निगरानी रख सके।
इसके साथ ही कौन आ रहा है कौन जा रहा है उसमें भी तीसरी आंख से बारीकी से नजर रखा जा सके।
नोडल अधिकारी करेंगे निगरानी
धान खरीदी केंद्रो में अक्सर नोडल अधिकारियों की ड्यूटी लगती है जो कुछ देर बाद गायब हो जाते है,लेकिन इस बार राज्य सरकार के निर्देश पर नोडल अधिकारी जो कृषि विस्तार अधिकारी बनेंगे,वो सुबह से शाम तक रहेंगे,और धान की बारीकी से निगरानी करेंगे।
बिलासपुर में अब तक सिर्फ तीन बार रहा जीरो शॉर्टेज
बिलासपुर जिला अब तक सिर्फ तीन बार जीरो शॉर्टेज रहा है।इसमें एक बार पूर्व कलेक्टर अन्बलगन पी जब 2016=17 में रहे तब उसके बाद 2017=18 और 2022=23 में जीरो शॉर्टेज रहा। जो प्रदेश भर में जीरो शॉर्टेज के मामले में पहला स्थान बना रहा।
इस साल 6 हजार पंजीकृत किसान बढ़े
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में इस साल 6 हजार पंजीकृत किसान बढ़े है। पिछले साल 1 लाख 32 हजार किसान थे और इस वर्ष 1 लाख 37 हजार किसान पंजीकृत हुए है। जिससे उम्मीद की जा रही है कि इस साल धान की आवक ज्यादा होगी।
पिछले साल 6 लाख 20 हजार मैट्रिक टन का था लक्ष्य,आया था 7 लाख मैट्रिक टन धान
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के नोडल अधिकारी आशीष दुबे का कहना है कि पिछले साल 70 लाख क्विंटल धान की खरीदी हुई थी जबकि हमारा लक्ष्य 62 लाख क्विंटल का था। जो लक्ष्य से अधिक रहा।इस साल भी 78 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। जिसमे उम्मीद है कि धान खरीदी में आवक अच्छी होने धान खरीदी लक्ष्य से अधिक बढ़ सकता है।
गोंडाडीह सहित कई संवेदनशील धान खरीदी केंद्रों पर रहेगी विशेष नजर
इस साल राज्य सरकार की नजर गंभीर है इसलिए धान खरीदी केंद्र में जो संवेदनशील है उसमें ज्यादा नजर रहेगा। इसमें गोंडाडीह समेत कोटा,मस्तूरी, बिल्हा,सीपत और तखतपुर के धान खरीदी केंद्र शामिल है जहां पर गड़बड़ी की शिकायत मिलती है ऐसे प्रबंधकों पर सख्त कार्यवाही होगी।
7 नवंबर से शुरू हुआ है टोकन कटना,पहला टोकन बिल्हा क्षेत्र का
धान खरीदी के लिए इस बार एक सफ्ताह पहले से टोकन काटने के लिए निर्देशित किया गया है। जिसके लिए अब तक 14 नवम्बर का पहला टोकन बिल्हा क्षेत्र के धान खरीद केंद्र के नाम से कटा है। उस दिन सिर्फ एक धान खरीदी केंद्र में खरीदी होगी।
समितियों के प्रबंधकों से चर्चा हो रही है लेकिन उनकी मांग सरकार से है,इसलिए इस मामले में कुछ नहीं बोल सकता,धान खरीद जरूरी है जरूरत हुई तो ऑपरेटर से खरीदी करवाएंगे।
आशीष दुबे
नोडल अधिकारी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक