धमतरी में घूम रहा CMHO नामक “बब्बर शेर, जोजवा मत समझना”
धमतरी। ज़िले में स्वास्थ्य विभाग अपनी कारगुज़ारियों के कारण खूब सुर्ख़ियाँ बटोर रहा है। सत्ताधारी पार्टी के एक नेता रामू के भरोसे सीएमएचओ बने सज्जन अपने मातहत कर्मचारियों पर रौब झाड़ने कोई कमी नहीं कर रहे। आलम ये है कि नीली बत्ती वाले साहब अब कर्मचारियों को कहते फिर रहें है कि जोजवा मत समझना।
भर्ती में करोड़ों कमाया बाबू, अंगारमोति में दी पार्टी
इस बीच खबर है कि गंगरेल इलाक़े से आने वाले एक बाबू ने साहब के संरक्षण में रेगुलर भर्ती में खूब माल कमाया। क़रीब पाँच लाख रुपये मनी के हिसाब से करोड़ों रुपये तो अंदर किया ही पोस्टिंग के बदले भी लाखों लूटने में कामयाब रहे। मगर अब तक इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी कि आख़िर साहब को कितना हिस्सा मिला। बताया जा रहा है कि अंक सूची में ओवर राइटिंग से लेकर दिव्यांगता प्रमाण पत्र में भी गोलमाल कर लाभ उठाया गया। पैसा यानी मनी की ताक़त देखिए जो अभ्यर्थी जहां का निवासी है उसके पास के ही स्वास्थ्य केंद्रों में पोस्टिंग दी गई। ज़ाहिर सी बात है अब बिना पैसे के कोई चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों पर ऐसी मेहरबानी क्यों करेगा।
खबर है कि बात बाहर ना जाये इसलिए बाबू साहब ने अपने साथियों को भी लिफ़ाफ़ा दिया। साथ ही साथ पारिवारिक कार्यक्रम बताकर गंगरेल बांध के माता अंगारमोति मंदिर में बकरा पार्टी दिया। इसमें साहब ने शिरकत कर अपने हिस्से का प्रसाद पाया।
इधर नियमों को ताक पर रख कर मनमानी भर्ती करने वाले बाबू साहब अपनी राजनीतिक पहुँच बताते लोगों को बोल रहें है कि डरने की बात नहीं है सब सेट है कुछ नहीं होने वाला।
इस बीच आपराधिक पृष्ठभूमि के सेवा से बर्खास्त टोमनकौशिक को कौशिक साहब ने दोबारा अभयदान दिया है। पिछले सीएमएचओ तुर्रे के कार्यकाल में गंभीर आरोपों में जेल की हवा खाने वाले टोमन कौशिक को नारायणपुर वाली मैडम ने लेनदेन करके दोबारा नियुक्ति देने की तैयारी कर ली है। आने वाले दिनों में वह फिर बहाल होकर ज्वाइनिंग करेगा। संविदा नियुक्ति में गंभीर अपराध करने और जेल की हवा खाने वालों को बर्खास्त किया जाता रहा है। लेकिन अपनी राजनीतिक रसूख़ वाले कथित बब्बर शेर ने ऐसे लोगों के लिए अपनी अलग दुकान खोल रखी है।
छत्तीसगढ़ में पीएससी घोटाला की गूंज थमी नहीं है मगर भाजपा सरकार को इन मामलों की जानकारी ही नहीं है कि उनके नाक नीचे कैसे कैसे कारनामों को अंजाम दिया जा रहा है।