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बहुचर्चित व विवादित सरपंच ने फर्जी बिल बाउचर एवं फर्जी प्रस्ताव से निकाले लाखों रुपए

बिलासपुर । जनपद पंचायत कोटा के नवीन ग्राम पंचायत रमदेई के बहुमत पंचों, स्व सहायता समूह के लोगो ने जिले के कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। पंचों और ग्रामीणों ने शिकायत पत्र देते हुए सरंपच की कालाबाजारी की कहानी बताई है। पंचों और ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपकर कहा कि सरपंच लाखों रुपए को डकार गए है। विकास के नाम पर निकाले गए रकम को पूरी तरह से गबन कर लिया है। पंचों और ग्रामीणों ने बताया कि सवीन ग्राम पंचायत रमदेई के विवादित सरपंच सीमा भारत जायसवाल, पूर्व सचिव कुमार सिंह मरावी के द्वारा अपने चार वर्षों के कार्यकाल में ग्रामवासियों की भावनाओं की उपेक्षा कर सम्पूर्ण निर्माण कार्यों को अपने ठेकेदार भतीजे को ठेका में दिया था। निम्न स्तरीय और आधे अधूरे निर्माण कार्य कराकर मूलभूमि बुनियादी विकास कार्यों की गुणवत्ता से खुलेआम खिलवाड़ किया गया है। यहां तक फर्जी बिल बाउचर के माध्यम से करोड़ों रूपों के शासकीय राशियों का बंदर बांट कर गबन किया गया है जिसका आाहरण पर्ची भी शामिल है।


कोटा अंतर्गत रमदेई के पंचों और ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच और सचिव की शिकायत कई बार की गई।
लेकिन शिकायत के बाद भी किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं हुई। पंचों और ग्रामीणों ने यह बताया कि बहुमत पंचों द्वारा पिछले वर्ष अविश्वास प्रस्ताव लाया गया जिसमें दिनांक 4/10/2023 को 9-1 से अविश्वास प्रस्ताव विधिवत पारित होकर सरपंच पद से अलग हो गई थी, जो बाद में नियम विरूद्ध बहाल हुई है ।तब से उसके हौसले और बुलंद हो गए है ।अब तो गांव में आये दिन सरपंच अपने भतीजे संदीप जायसवाल अपने दोस्तों के साथ ग्रामीणों को धमकाते रहते है। और अपने पद का रौब दिखाकर बीपीएल पात्र हितग्राहियों को अपात्र बनाकर सिर्फ अपने करीबी लोगों को ही शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाया जाता है।

सरपंच ने अपने भतीजे और दोस्तो के साथ मिलकर उपसरपंच के साथ मारपीट करने का लगाया आरोप

पंचों और ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच अपने भतीजे संदीप व अन्य लोगों के साथ मिलकर 31 जुलाई की रात उपसरपंच को घर अंदर
घुसकर मारपीट की घटना को अंजाम दिया ।जिसके कारण पूरे गांव में आक्रोश बना हुआ है। और पूरे गांव वाले सरपंच और उसके भतीजे के खिलाफ हो गए है।

निलंबित सचिव को भी कराया बहाल,फिर लाया गांव

भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे और वर्षों से निलंबित रहे भ्रष्ट सचिव सुमित यादव की भी पोस्टिंग कराकर बिना पंचायत बैठक व बिना प्रस्ताव के बिना काम कराए लगभग 4 लाख रूपये आहरण कर गबन कर दिया है। जिसे सेटिंग करके वापस फिर से गांव में पोस्टिंग कराई गई है।

बारीकी से जांच की मांग

पंचों और ग्रामीणों ने बारीकी से जांच करके कार्यवाही करने की मांग की है। बोले कि लगातार शिकायत की गई है इसके बाद भी ऐसे लोगों के खिलाफ कार्यवाही नहीं होना समझ से परे है।

आंदोलन और चक्काजाम की चेतावनी दी

ज्ञापन देने पहुंचे पंचों और ग्रामीणों ने कहा कि अगर इस बार शिकायत के आधार पर जांच नहीं हुई और प्रशासन ने किसी तरह से कोई कार्यवाही नहीं की तो आने वाले दिनों में आंदोलन करके चक्काजाम किया जायेगा।

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