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बिलासपुर से ड्राइविंग करते हुए निकली पुलिस…..पहुंची गांजा तस्करो के गांव तक….सीएसपी ने निभाई अहम भूमिका

गांजा तस्करों को गांजा मुहैया कराने वाले अंतर्राज्यीय आरोपीयों के विरुद्ध बिलासपुर पुलिस का प्रहार

बिलासपुर। गांजा तस्करी करने वाले मुख्य आरोपियों कों पकड़ने के लिए कोनी पुलिस बिलासपुर से ड्राइविंग करते हुए पदमपुर पहुंची और रोबोट की तरह आरोपियों कों पकड़कर थाना लेकर आ गई।इस पूरे मामले में भले गाड़ी पुलिस चला रही थी लेकिन उसका रिमोट सीएसपी के हाथो मे था।

दरअसल कोनी पुलिस ने कुछ दिनों पहले  गांजा तस्करी के आरोप में उत्तरप्रदेश के
आरोपी विष्णु कांत सिंह,सौरभ यादव उर्फ पंकज और सचिन उर्फ मोंटी के  संयुक्त कब्जे से टाटा नेक्सान कार नंबर सीजी 04 LZ 3844 के पीछे सीट एवं डिक्की में रखे अलग-अलग पैकेट में 1-1 किलो गांजा 102 पैकेट  गांजा को जप्त कर  लिया  था। उक्त प्रकरण में आरोपियो को गिरफतार कर जेल भेजा गया है।कोनी पुलिस ने आरोपियो से पुछताछ के दौरान गांजा मुहैया कराने वाले अंतर्राज्यीय गांजा तस्कर का नाम  पूछा।  कोनी पुलिस की पुछताछ में सप्लाई करने वाले बरगढ़ उडीसा के निवासी क्षीरसागर साहू और बलांगीर उडीसा निवासी फ्रांसीस कुम्हार है।और उनसे गांजा खरीद कर उत्तरप्रदेश में फुटकर में बेचते है।इसके बाद 
एसएसपी
रजनेश सिंह के निर्देश पर एएसपी  राजेन्द्र जायसवाल, एवं एसीसीयु प्रभारी अनुज गुप्ता, सीएसपी अक्षय प्रमोद साबद्रा तथा एन्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स प्रभारी सिध्दार्थ् बघेल के  मार्गदर्शन में कोनी थाना प्रभारी किशोर केंवट के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई। सिटी कोतवाली सीएसपी अक्षय प्रमोद साबद्रा ने आरोपियों को पकड़ने के लिए कड़ी मेहनत की।सीएसपी ने बैंक डिटेल,मोबाइल नंबर और उनकी हिस्ट्री की खोजबीन की।उसके बाद जैसे ही आरोपियों का मोबाइल लोकेशन और आरोपियों का पता क्लियर हुआ। उन्होंने तुरन्त बिलासपुर से मॉनिटरिंग करते हुए टीम को गाड़ी से भेजा।
गाड़ी में बैठी पुलिस टीम सीधे उड़ीसा के लिए निकली और इधर सीएसपी अक्षय प्रमोद साबद्रा रास्ते भर मोबाइल का लोकेशन और मदद करने के लिए खुद बैठे रहे। जिन्होने एक पल का भी साथ नहीं छोड़ा बल्कि टीम कों पूरी तरह से मदद की।इसमें सबसे बड़ी बात यह रही कि भले ही गाड़ी पुलिस टीम चला रही थी लेकिन रिमोट  कंट्रोल सीएसपी के हाथो मे था।चूंकि वे यहां से मोबाइल लोकेशन और अपडेट कर रहे थे।आखिरकार
सीएसपी ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर पदमपुर में गाड़ी को रोकवाया और बताया कि गांजा तस्कर के मुख्य आरोपी अपने घर पर नहीं है बल्कि उनका लोकेशन पदमपुर के ही है। कोनी पुलिस की
टीम ने लगभग 5 घंटे की मशक्कत के बाद सीएसपी के निर्देश का पालन करते हुए अंतरराज्यीय मुख्य गांजा विक्रेता क्षीरसागर साहू पिता धींगरा साहू उम्र 39 साल नीलाकर  पाईकपाल जिला बडगढ़ उडीसा और फ्रांसीस कुम्हार पिता ललित कुम्हार उम्र 32 साल  लोहासिंघा थाना लम्हा जिला बलांगीर, उडीसा को गिरफ्तार किए और रोबोट की तरह वापस आ गए।

*मुख्य आरोपी पदमपुर में गांजा तस्करी करने के फिराक में थे*

पुलिस का कहना है कि मुख्य आरोपियों का उड़ीसा से गांजा तस्करी का खेल होता है। और इसी कारण वे लोग पदमपुर आकर गांजा की तस्करी करने के लिए किसी का इंतजार कर रहे थे। लेकिन उसके पहले ही पुलिस के हाथ धरा गए।

*सीएसपी कोतवाली में निभाई अहम भूमिका*

इस पूरे मामले में सीएसपी सिटी कोतवाली ने अहम भूमिका अदा की है
अंतरराज्यीय गांजा तस्करी करने वालो का बैक डिटेल और मोबाइल लोकेशन निकालने का काम करने में दिन रात मेहनत की और उसके बाद उनको पकड़वाने तक में मदद की।इस तरह से देखा जाए तो सीएसपी ने कोनी पुलिस का आंख बनकर काम किया है।

*एसएसपी ने पुलिस की सराहना की*

पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने इस बेहतर और प्रभावी कार्यवाही के लिए ज़िले के एएसपी शहर तथा सीएसपी  कोतवाली  अक्षय प्रमोद साबद्रा थाना प्रभारी  किशोर केंवट और कोनी थाना स्टाफ़ की सराहना की है ।एसएसपी ने टीम को इनाम देने की बात भी कही है।

*एनडीपीएस में इंड टू इंड इन्वेस्टिगेशन करते हुये अंतरराज्यीय गांजा तस्करओडिशा से गिरफ्तार*

पुलिस ने बताया कि एसएसपी के निर्देश पर एंड टू एंड तक कार्रवाई की जा रही है।यही कारण है गांजा तस्करी करने वाले आरोपियों तक पहुंचने के लिए कुछ दिन लग गए।लेकिन पकड़ मे आ गए।अब पुलिस आरोपियों के मकान घर और अन्य चीजों को जानकारी एकत्रित करके एंड टू एंड तक कार्रवाई करेगी।

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