भारत रत्न बाबा भीम राव अम्बेडकर की निर्वाण दिवस मनाई कांग्रेसियों ने

बिलासपुर।ज़िला कांग्रेस कमेटी अम्बेडकर चौक में संविधान निर्माता ,भारत रत्न बाबा भीम राव अम्बेडकर की निर्वाण दिवस मनाई ,उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई ।
इस अवसर पर शहर अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा कि आजादी के बाद देश की तत्कालीन व्यवस्था और स्थिति को प्रजातन्त्र के अनुरूप बनाये रखने के लिए एक ऐसी दस्तावेज की जरूरत थी जिससे देश की गरीब जनता को उनका अधिकार मिल सके, सामाजिक समरसता की स्थापना हो ,देश के संसाधनों के उपयोग देश के विकास में योजना बद्ध तरीके किया जा सके ,जिसकी नीति और सिद्धांतों को हर नागरिक मानने के लिए बाध्य हो ,इसके लिए “प्रारूप समिति ” के अध्यक्ष की जिम्मेदारी बाबा भीमराव अंबेडकर को सौंपी गई ,और इस तरह भारत का संविधान बना ,जिसे 26 जनवरी 1950 को देश ने अंगीकार किया ,
बाबा भीमराव अंबेडकर सामाजिक व्यवस्था में व्याप्त कुरूतियों को दूर करने की दिशा बड़े काम किये,समाज के शोषित ,दलित लोगो को उनके अधिकार दिलाने में अपना जीवन को समर्पित किया, उन्हें प्रथम कानून मंत्री बनने का गौरव प्राप्त है,वे एक वकील,प्रोफेसर, पत्रकार ,लेखक, समाज सुधारक थे ,
संयोजक ज़फ़र अली, हरीश तिवारी ने कहा कि बाबा भीमराव अंबेडकर एक विपुल बुद्धि के बालक थे ,जिन्होंने केम्ब्रिज और स्कूल ऑफ इकनोमिक लन्दन से अर्थ शास्त्र में डी लिट् की उपाधि प्राप्त की ,कुछ समय बड़ौदा रियासत में नौकरी की , प्रोफेसर बने ,वकालत करने के बाद आज़ादी की लड़ाई में हिस्सा लिए,तीनो गोलमेज सम्मेलन में भाग लिया और दलित समाज के लिए कुछ मांग मनवाने में सफल रहे ,बाबा अम्बेडकर जी अपने अंतिम समय मे बौद्ध धर्म स्वीकार कर लिए और 06 दिसम्बर 1956 को मुंबई में उनका निधन हो गया ,आज बाबा साहब द्वारा बनाये गए संविधान को ही बदलने की बात कर रहे है , जो देश की जनता ,और प्रजातांत्रिक मूल्यों को खत्म हो जाएगा इससे देश राजतन्त्र की ओर बढेगा और तानाशाह प्रवृत्ति को प्रोत्साहन मिलेगा।
कार्यक्रम में शहर अध्यक्ष विजय पांडेय,संयोजक ज़फ़र अली,हरीश तिवारी, त्रिभुवन कश्यप, माधव ओतलवार, चन्द्र प्रकाश देवरस, अनिल सिंह चौहान, जावेद मेमन ,विनोद साहू,सीमा घृतेश, स्वर्णा शुक्ला, प्रियंका यादव,शुभलक्ष्मी सिंह,राम दुलारे रजक,सुभाष ठाकुर, रणजीत खनूजा,नरेंद्र रामटेके,मनोज शर्मा,वीरेंद्र सारथी,गौरव एरी,राज कुमार यादव,दिनेश सूर्यवंशी,दीपक रायचेलवार,मुकेश धमगया,जगदीश कौशिक,चन्द्रहास केशरवानी,राजेश शर्मा,राजीव साहू,करम गोरख,वजीर अली,गणेश रजक,जिग्नेश जैन,कमलेश लवहतरे,अब्दुल तस्लीम,मोह अयूब आदि उपस्थित थे।