मारवाड़ महोत्सव में कठपुतली ने बिखेरी छंटा

तपस्या और अमिताभ बच्चम को देखकर गदगद हुए लोग
सेल्फी लेने और हाथ मिलाने के लिए उमड़ी भीड़
बिलासपुर। बड़ी कठपुतली द्वारा
बिलासपुर में आयोजित मारवाड़ महोत्सव में धूम अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन में कठपुतली शो के दौरान राजस्थानी लोक गीतों की प्रस्तुति दी गई। इसके साथ ही चेतना जागरूकता के तहत नशा मुक्ति जागरूकता अभियान एवं ट्रैफ़िक के नियमों का पालन करने की सीख दी गई ।

कठपुतली संस्था एवं नाट्य कला मंच की संचालिका किरण मोइत्रा ने बताया कि कठपुतली को बहुत पसंद किया गया। मारवाड़ महोत्सव में आगे भी ऐसे सामाजिक और शासकीय काम ये कठपुतली की टीम अपनी प्रस्तुति देते रहेंगे। चूंकि कठपुतली एक पुरानी कला है जिसके बारे में नए लोगों को जानकारी नहीं है इसलिए वे लोग नहीं जानते लेकिन जब कठपुतली को अपने।पास देखते है तब इनको अहसास होता है कि कठपुतली भी कोई अद्भुत कला है।

कोशिश यही कि जा रहे है कि विलुप्त हो रही कठपुतली को किसी तरह से बचाकर लोगो के सामने प्रस्तुति देते रहे ताकि यह कला कभी खत्म न हो सके।
और इसका लाभ आने वाली पीढ़ियों में भी नजर आए।


कठपुतली अपने आप में एक अद्भुत कला है। जिसे पुराने लोग ज्यादा अच्छे से जानते है। लेकिन जैसा इस कला
का उपयोग होना चाहिए और जैसा इसको कला के क्षेत्र में महत्व मिलना चाहिए वैसा नहीं मिल रहा है।
किरण मोइत्रा
संचालिका कठपुतली कला मंच
