विजय बुधिया की सुगंधा विहार पर होगी कार्यवाही….कलेक्टर से हुई शिकायत..
खासखबर कोरबा :- कोरबा जिला के विल्डर्स विजय बुधिया के रामपुर स्थित सुगंधा विहार शुरुआत से ही विवादों में रहा है जिला न्यायालय में दर्ज प्रकरण में सुगंधा विहार के विरुद्ध निर्णय आने के बाद शिकायतकर्ता ने विजय बुधिया और अनुपम चक्रवर्ती के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की लिखित शिकायत की गई है!
सुगंधा विहार का क्या है विवाद..
कोरबा तहसील में ग्राम रामपुर स्थित है और कोरबा जिला के सभी प्रमुख मुख्यालय के कार्यालय और उसके आवासीय परिसर भी रामपुर में ही है इसके कारण यहाँ की जमीन बेशकीमती है जमीन दलालों और माफिया यहाँ की सरकारी जमीनों पर गिद्ध की तरह नजर जमाये बैठे हैं!
रामपुर पूर्व में मसाहती गाँव रहा है जमीन दलाल और माफिया लोग राजस्व कर्मचारियों से मिलीभगत कर जमकर फायदा उठाया गया है विजय बुधिया और अनुपम चक्रवर्ती भी मसाहती गाँव का फायदा उठाते हुए रिसदी स्थित भूमि को रामपुर में सेट किया गया जिसका खसरा नंबर 92,93,98,142,143 एवं 162,181,201 रकबा क्रमशः 2.69,1.35 एकड़ भूमि को वर्ष 2005 में रजिस्ट्री कराकर तत्कालीन राजस्व कर्मचारियों से सांठगांठ करके सरकारी योजनाओं के लिए आबंटित शासकीय जमीन खसरा नंबर 203/2 जो पूर्व में वन भूमि रहा है जिसे वर्ष 1981 में शासकीय प्रयोजन के लिए राजस्व भूमि में विधिवत् अंतरित किया गया है उस भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया और राजस्व कर्मचारियों से मिलीभगत करके उसी जमीन का फर्जी सीमांकन भी करवा लिया गया इसकी शिकायत होने पर कलेक्टर कोरबा के द्वारा जांच करवाई गई जांच में शिकायत सही पाई गई और तत्कालीन राजस्व निरीक्षक और पटवारी द्वारा विजय बुधिया और अनुपम चक्रवर्ती को आर्थिक रूप से फायदा पहुंचाने की नियत से कागजात बनाया गया है शिकायत और जांच प्रतिवेदन के आधार पर नजूल तहसीलदार ने शासकीय जमीन से विजय बुधिया और अनुपम चक्रवर्ती का नाम अवैध कब्जा हटाने के लिए धारा 248 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया और हटाने की आदेश पारित कर दिया गया इसके विरुद्ध में विजय बुधिया और अनुपम चक्रवर्ती कलेक्टर कोरबा के न्यायालय में अपील प्रस्तुत किया यहाँ भी इनके विरुद्ध में फैसला पारित किया गया!
विजय बुधिया और अन्य लोगों के द्वारा जिला एवं सत्र न्यायालय कोरबा में एक व्यवहार वाद प्रस्तुत किया जिस पर न्यायालय के द्वारा सुनवाई कर दिनाँक 13/02/2024 को आदेश पारित करते आवेदन को खारिज कर दिया गया है!
राजस्व निरीक्षक और पटवारी खा चुके हैं जेल की हवा….
इसी मामले में शिकायत होने पर कलेक्टर कोरबा के द्वारा जांच करवाई गई थी जिस पर जांच दल द्वारा अपने जांच प्रतिवेदन में तत्कालीन राजस्व निरीक्षक आर जी गोभिल और पटवारी इंद्रपाल सिंह तंवर के विरुद्ध अपराध दर्ज करवाई गई थी जिस पर जेल जाना पड़ा था!
सुगंधा विहार कालोनी होगी खाली?
न्यायालय के आदेश के बाद शिकायतकर्ता ने कलेक्टर कोरबा और अनुविभागिय अधिकारी कोरबा को अपने शिकायत में विजय बुधिया और अनुपम चक्रवर्ती के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने को लिखा गया है! सुगंधा विहार कालोनी रामपुर के बेशकीमती जमीनों में है सुगंधा विहार कालोनी के पास तहसील एवं एसडीएम कार्यालय, पंजीयक, आरटीओ, राजस्व कालोनी, हाऊसिंग बोर्ड, न्यू वेरा स्कूल, सेंट जेवियर्स स्कूल तथा अन्य प्रशासनिक कार्यालय से लगी हुई जमीन है यह जमीन प्रशासन के लिए उपयोगी व बेशकीमती जमीन है!
इस बेसकीमती शासकीय भूमि को जल्द से जल्द शासकीय खाते में वापसी होने पर कई तरह के कार्यालयों के लिए जमीन उपलब्ध हो सकेगी। साथ ही कड़ी कार्रवाई होने से सरकारी भूमि में कूटरचना करने वालो पर कानूनी कार्रवाई का भय भी व्याप्त रहेगा।
शिकायतकर्ता के शिकायत पर किस तरह की कारवाई होती यह तो समय के गर्त में है या अन्य शिकायतों की तरह इस शिकायत पर भी ग्रहण लग जायेगा!