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शासकीय जमीन पर बेजा कब्जा के अलावा बिना नक्शा पास करवाए बिल्डिंग पर हुई कार्यवाही….अवैध अतिक्रमण करने वालो के खिलाफ निगम का चला पंजा

निगम का चला पीला पंजा,मचा हड़कंप

नगर निगम के अतिक्रमण तोड़ने के दौरान हुआ हंगामा

बिलासपुर ।ज्वाली नाला पुल और आस पास सरकारी जमीन पर अतिक्रमण और अवैध निर्माण पर  नगर निगम और राजस्व विभाग ने बुलडोजर चलाया है। अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाकर अवैध निर्माण को ढहा दिया गया है।

बता दे शहर में अवैध अतिक्रमण करने और अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ नगर निगम ने अभियान छेड़ा हुआ है। अतिक्रमण के अलावा अनियमित निर्माण और बिना नक्शा पास करवाए या तय नक्शे से विपरीत जाकर या अधिक निर्माण होने पर नगर निगम लगातार बुलडोजर चलाने की कार्यवाही कर रहा है। ज्वाली नाला पुल के पास अवैध अतिक्रमण के खिलाफ शनिवार को सुबह से बुलडोजर चलाने की कार्यवाही की गई है। यह
कार्यवाही नगर निगम और राजस्व विभाग के द्वारा संयुक्त रूप से की गई। ज्वाली नाला पुल पर नजूल की जमीन पर किए गए अवैध निर्माण को तोड़ने की कार्यवाही की गई। जांच में यह भी बात सामने आई कि कई लोगों ने बिना नक्शा पास करवाए सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया है। निगम अधिकारियों के अनुसार बिना नक्शा स्वीकृत के यहां कई लोगों के द्वारा बिना अनुमति लिए निर्माण करवाया गया है। यह निर्माण उसे क्षेत्र में किया गया जहां सड़क मार्ग नहीं है और भूमि नगर निगम तथा नजूल की है। जानकारी मिलने पर नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार ने राजस्व विभाग के साथ मिलकर इसकी छानबीन के निर्देश दिए थे। नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार के निर्देश पर बिलासपुर एसडीएम मनीष साहू ने निगम और राजस्व अधिकारियों के बीच समन्वय बना संयुक्त टीम गठित की और क्षेत्र में सीमांकन और नाप जोख की प्रक्रिया पूरी कार्रवाई।


*नियमों का उल्लंघन और नक्शे से बाहर हुआ है निर्माण*

जांच को पता चला कि प्रकाश आडवाणी द्वारा कई नियमों का उल्लंघन कर निर्माण हुआ है। उनका भवन नक्शे  से बाहर बना है जिसमें पूर्व दिशा में डेढ़ मीटर और उत्तर दिशा में 3 मीटर अतिरिक्त निर्माण किया गया है। तीसरी मंजिल पर बिना अनुमति के  लेंटर बनाया गया है। जांच में खुलासा हुआ कि निर्माण कर्ता ने भवन का मुख्य प्रवेश द्वार, वैकल्पिक  मार्ग यानी नाला रोड की ओर कर दिया है। यह रास्ता सार्वजनिक संपत्ति है जो नगर निगम और नजूल की जमीन के अंतर्गत आता है।  कि भूमि पर न केवल अवैध सीढ़ियां बनाई गई बल्कि ग्रीन नेट लगाकर निर्माण कार्य को छिपाने का प्रयास भी किया गया।

*इन लोगो के अवैध निर्माण को तोड़ा गया,चला बुलडोजर*

नगर निगम की कार्यवाही में प्रकाश आडवाणी के अलावा विक्की थदानी, गोपीचंद गंगवानी, मनीष नागवानी, विवेक,माधव कश्यप और कमल फर्नीचर का अवैध निर्माण तोड़ा गया।

*बोले मोहल्ले वाले,अगर अवैध है और ज्वाली जले में बना है तो फिर निर्माण कें समय क्यों नहीं तोड़ा गया*

अवैध निर्माण और अतिक्रमण की कार्रवाई से नाराज ज्वाली नाला के पास रहने वालो ने कहा है कि अगर यह निर्माण अवैध है तो फिर इतने दिनों से निगम सो क्यों रही थी।बनने के बाद कार्रवाई क्यों हो रही है।ज्वाली नाले में मकान और दुकान बनाया गया हैं तो फिर अनुमति क्यों दी गई है।निश्चित ही इसमें निगम के कुछ अफसर भी शामिल है।जो पहले अनुमति देते है उसके बाद कार्रवाई करने आते है।जिसकी बारीकी से जांच होनी चाहिए।

*राजनीतिक रोटियां सेकने पहुंचे कुछ नेता*
अवैध निर्माण कार्य को तोड़ने पहुंचे नगर निगम की कार्रवाई का विरोध करने के लिए कुछ राजनीतिक नेता पहुंचे और अपनी रोटियां सेंकने लगे।लेकिन नेताओ की दाल नहीं गली बल्कि नगर निगम ने अवैध निर्माण कार्य करने वालों के मकान और दुकान को तोड़ दिया। इस दौरान मौके का फायदा उठाने पहुंचे नेताओ को उल्टे मुंह वापस आना पड़ा।

अवैध निर्माण कार्य करने वालो को चेतावनी देकर निर्माण नहीं करने बोला गया है।इसलिए अवैध निर्माण कार्य करने वाले सावधान रहे और सतर्क रहे।जिन्होने भी बिना अनुमति के निर्माण कार्य किया है और जो सरकारी जमीन पर भवन बना है उसे तोड़ा जाएगा।व्यापारियों को कई बार नोटिस दिया जा चुका था इसके बाद भी अवैध निर्माण और अतिक्रमण करके रखे हुए थे।इसमें 5 लोगो ने अवैध निर्माण करके रखा है।

सुरेश शर्मा
भवन शाखा प्रभारी
नगर निगम 

आयुक्त के कहने पर अवैध निर्माण कार्य को तोड़ने की कार्रवाई की गई है और पूरी तरह से तोड़ना है।इसके लिए कार्रवाई की जा रही है।

प्रमिल शर्मा
प्रभारी अतिक्रमण शाखा नगर निगम

नगर निगम इसके पहले सो रहा था क्या,जो अब कार्रवाई करने आया है।बिल्डिंग बनने में ही 6 महीने लगे है तो पहले क्यों कार्रवाई नहीं किया,बेवजह व्यापारियों और गरीबों को परेशान करने आए है।अवैध निर्माण की शिकायत थी तो जांच करके नोटिस देते फिर तोड़ते,अचानक एक दिन पहले नोटिस देकर तोड़ा एकदम गलत है।

महेश दुबे
कांग्रेस नेता

नगर निगम का काम समझ नहीं आ रहा है।किसी को परेशान कर रही है तो किसी को छूट दे रही है।अगर अनुमति दी है तो फिर तोड़ने का काम क्यों किया का रहा है।तोड़ना था तो अनुमति नहीं देना था।

विजय आहूजा
व्यापारी संघ अध्यक्ष

निगम की कार्रवाई अवैधानिक है।निगम बलपूर्वक तोड़फोड़ की कार्रवाई कर रहा है।जबकि15 /20 सालो से घर बना हुआ है।आगर अवैध था तो पहले तोड़ना था बनाने के बाद तोड़ने की कार्रवाई नहीं करनी थी

ओम कश्यप
पार्षद तेलीपारा

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