सरकारी AC अपने घर ले गये अधिकारी, बीमार स्वास्थ्य विभाग को इलाज की जरूरत

जैमपोर्टल से ऐसे करते हैं भ्रष्टाचार
धमतरी। ज़िले में स्वास्थ्य विभाग को इन दिनों इलाज की ज़रूरत है। ऊपर से नीचे तक भारी भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी में डूबे अफ़सरों के हैरान करने वाले कारनामों का खुलासा हो रहा है। सरकारी ख़रीदी के लिए जैम पोर्टल को अफ़सरों ने अपनी मनमानी का ज़रिया बना लिया है। जहां बाज़ार भाव से अधिक क़ीमत पर ख़रीदी जारी है।
इतना ही नहीं सरकारी कार्यालय के लिए शासन के पैसों से ख़रीदी गई एसी को भी दो महिला अधिकारी अपने घरों में लगवा लिया है। और बदले में सरकारी पैसों से कई नये AC ख़रीदे गये हैं।
बस्तर संभाग के नारायणपुर से आई एक मोहतरमा ने 60/70 हज़ार रुपये महीने की तनख़्वाह होने के बाद भी सरकारी एसी को उठाकर अपने क्वार्टर में लगवा लिया। जबकि बिल पास करने वाली मैडम ने अपने घर कई एसी लगा रखा है। जिसे सीएमएचओ कार्यालय में ख़राब बताकर सरकार को आर्थिक चोट पहुँचाई गई।
सरकार चाहती है कम पैसों में हो काम, मगर अफ़सरों की मौज
शासन की मंशा रहती है कि कम से कम पैसे खर्च कर किसी भी सामान की ख़रीदी की जाये। उसके बाद भी बाज़ार भाव से अधिक क़ीमत पर ये अधिकारी अपने पसंदीदा व्यापारियों से अधिक दामों पर ख़रीदी करते हैं। इससे सरकार को आर्थिक नुक़सान होता है। और अफ़सरों को उनका हिस्सा मिलता है।
लिंक से होता ऑनलाइन व्यापार का खेल
अब आप जैमपोर्टल में होने वाली चालाकी को समझिए। जैसे कोई सामान ख़रीदना है तो ये अधिकारी जैम पोर्टल में रजिस्टर्ड अपने ख़ास व्यापारी से सामान का ऑनलाइन लिंक मंगा लेते हैं। उस लिंक पर क्लिक करते ही उस व्यापारी को ऑर्डर चला जाता है। इस तरह अफ़सरों की बदमाशी पकड़ में नहीं आती। और पारदर्शिता बनी रहती है। जबकि वही समान बाज़ार में कम रेट में उपलब्ध होता है।
ऐसे में यदि हमने ही बनाया है, हम ही सवारेंगे का नारा देनी वाली सुशासन की सरकार एक्शन ले तो ऐसे भ्रष्ट और कमीशनखोर अधिकारी बर्खास्त होकर जेल की हवा खाएँगे।