सूने मकान में चोरी की घटना को अंजाम देने वाले रायगढ़ा उड़ीसा के 3 अंतर्राज्यीय आरोपी गिरफ्तार
थाना डी.डी.नगर क्षेत्रंातर्गत सुने मकान में लाखों रूपये के सोने-चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम चोरी की घटना को दिये थे अंजाम।
सभी आरोपियान है रायगढ़ा उड़ीसा के मूलतः निवासी।
आरोपियान गिरोह (गैंग) बनाकर देते है चोरी/नकबजनी की घटना को अंजाम।
सभी आरोपियों के विरूद्ध रायगढ़ा उड़ीसा में आधा दर्जन से अधिक चोरी/नकबजनी के प्रकरण है दर्ज जिसमें आरोपियान रह चुके है जेल निरूद्ध।
आरोपियों द्वारा कुछ सोने-चांदी के जेवरात को मुथूट फायनेंस में रखा गया है गिरवी।
आरोपी के.अनिल कुमार को धारा 317(2) के तहत किया गया है गिरफ्तार।
आरोपियों के कब्जे से चोरी की सोने चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम किया गया है जप्त।
घटना में प्रयुक्त 03 नग मोबाईल फाने को भी किया गया है जप्त।
जप्त मशरूका की कुल कीमत है लगभग 5,60,000/- रूपये।
प्रकरण में आरोपी बिज्जू फरार है जिसकी पतासाजी कर गिरफ्तार करने के हर संभव प्रयास किये जा रहे है।
आरोपियों के विरूद्ध थाना डी.डी.नगर में अपराध क्रमांक 346/2024 धारा 331(4), 305, 317(2), 3(5) बी.एन.एस. का अपराध किया गया है पंजीबद्ध।
रायपुर – प्रार्थिया सुमन तिवारी ने थाना डी.डी.नगर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह विप्र नगर अग्रोहा कॉलोनी रायपुरा में रहती है। दिनांक 27.08.2024 को शाम करीबन 04.00 बजे घर में ताला लगाकर चंगोराभाठा अपने मायके चली गई थी तथा उस दौरान घर पर कोई नही था। प्रार्थिया दिनांक 29.08.24 के शाम करीबन 06.00 बजे घर वापस आई तो देखा कि मेन गेट का ताला लगा हुआ था और अंदर कमरे का ताला टूटा हुआ था तथा कमरे के अंदर अलमारी में रखे सोने चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम नही था। कोई अज्ञात चोर प्रार्थी के कमरे अंदर दरवाजे का ताला तोड़कर घर में प्रवेश कर अलमारी का लॉकर तोड़कर उसमें रखे उक्त मशरूका को चोरी कर फरार हो गया था। जिस पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना डी.डी.नगर में अपराध क्रमांक 346/24 धारा 331(4), 305(ए) बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध किया गया। चोरी की घटना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष सिंह द्वारा गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पश्चिम दौलत राम पोर्ते, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम संदीप मित्तल, नगर पुलिस अधीक्षक पुरानी बस्ती राजेश देवांगन तथा उप पुलिस अधीक्षक क्राईम संजय सिंह द्वारा प्रभारी एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना प्रभारी डी.डीनगर को अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु निर्देशित किया गया। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना डी.डी.नगर पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थिया सहित आस-पास के लोगों से विस्तृत पूछताछ करते हुए अज्ञात आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण करने के साथ-साथ घटना स्थल तथा उसके आस-पास लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों का अवलोकन किया गया। अज्ञात आरोपियों के संबंध में तकनीकी विश्लेषण करने के साथ ही मुखबीर भी लगाया गया। टीम के सदस्यों द्वारा तरीका वारदात के आधार पर चोरी के पुराने व हाल ही में जेल से रिहा हुए आरोपियों के संबंध में भी तस्दीक कर इनकी गतिविधियों पर सतत् निगाह रखने के साथ ही चोरी करने वाले बाहरी गिरोह को भी फोकस करते हुए अज्ञात आरोपियों की पतासाजी करने के हर संभव प्रयास किये जा रहे थे। तकनीकी विश्लेषण एवं अन्य माध्यमों से आरापियों को रायगढ़ा उड़ीसा के बाहरी गिरोह के रूप में चिन्हांकित करते हुए प्रकरण में संलिप्त 01 आरोपी को उड़ीसा रायगढ़ा निवासी रबिशंकर महानंदिया के रूप में पहचान की गई। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट एवं थाना डी.डी.नगर पुलिस की संयुक्त टीम को रायगढ़ा उड़ीसा रवाना किया गया। टीम क सदस्यों द्वारा रायगढ़ा उड़ीसा पहुंच कर लगातार कैम्प कर आरोपियों की पतासाजी की जा रही थी। इसी दौरान टीम के सदस्यों द्वारा प्रकरण में आरोपी रबिशंकर महानंदिया की पतसाजी कर पकड़ा गया। घटना के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर उसके द्वारा अपने अन्य 02 साथी बिज्जू एवं पी. श्रीकांत के साथ मिलकर चोरी की उक्त घटना को अंजाम देना बताने के साथ-साथ आधा सोने चांदी के जेवरात को मुथूट फायनेंस में गिरवी रखना, कुछ सोने चांदी के जेवरात को अपने साथी के.अनिल कुमार के घर में रखना बताया गया तथा शेष जेवरात को अपने पास रखना बताया गया। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा मुथूट फायनेंस से जेवरात बरामद लिया गया है।
पूछताछ में आरोपियों द्वारा बताया गया कि वे घटना कारित करने के कुछ दिवस पूर्व रायपुर आये थे तथा शहर के अलग-अलग क्षेत्र में चोरी की घटना को अंजाम देने हेतु रेकी किये थे उसके पश्चात् दिनांक घटना को मौका पाकर चोरी की घटना को अंजाम देकर रायगढ़ा उड़ीसा फरार हो गये थे।
जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा प्रकरण में संलिप्त आरोपी पी. श्रीकांत एवं के. अनिल कुमार की भी पतासाजी कर पकड़ा गया तथा आरोपी के.अनिल कुमार को धारा 317(2) बी.एन.एस के तहत गिरफ्तार किया गया है। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर कब्जे से चोरी के सोने चांदी के जेवरात, नगदी रकम जुमला एवं घटना में प्रयुक्त 03 नग मोबाईल किमती लगभग 5,60,000/- रूपये जप्त कर आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही किया गया।
प्रकरण में संलिप्त आरोपी बिज्जू फरार है, जिसकी पतासाजी कर गिरफ्तार करने के हर संभव प्रयास किये जा रहे है।
तीनों आरोपियान के विरूद्ध रायगढ़ा उड़ीसा में दर्ज आधा दर्जन से अधिक चोरी/नकबजनी के प्रकरणों में रह चुके है जेल निरूद्ध।
कार्यवाही में निरीक्षक शिवेन्द्र राजपूत थाना प्रभारी डी.डी.नगर, एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट से प्रभारी निरीक्षक परेश पाण्डेय, सउनि किशोर सेठ, प्र.आर. उपेन्द्र यादव, मार्तण्ड सिंग, गुरूदयाल सिंह, म.प्र.आर. बसंती मौर्या, आर. महिपाल सिंह ठाकुर, आलम बेग, किसलय मिश्रा, लालेश नायक, संतोष सिन्हा तथा थाना डी.डी.नगर से उनि ढ़ी.ढ़ी मानिकपुरी, आर. दिनेश उरांव, रेखेश्वर राजपूत एवं आई.टी.एम.एस. यातायात से म.आर. ज्योति यादव की महत्वपूर्ण भूमिंका रही।