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अडानी पॉवर प्लांट के विस्तारीकरण को लेकर कांग्रेस के नेताओं ने किया विरोध….जनसुनवाई धरसींवा विधानसभा के रायखेड़ा गांव में होना चाहिये था लेकिन 7 KM दूर ताराशिव गांव में किया गया, ताकि विरोध करने आम जनमानस कम से कम पहुँचे….

जब जी.एम.आर. प्लांट स्थापित हुआ उस समय ग्रामीणों से कहा गया था कि उनको स्थाई नौकरी दी जायेगी एवं ठेकेदारी में प्राथमिकता देने का वादा किया गया था और जैसे ही जी.एम.आर. प्लांट को अडानी द्वारा खरीदा गया उसके पश्चात् इन नियमों का पालन नहीं किया गया

अडानी प्लांट के विस्तार को लेकर जनसुनवाई के दौरान ग्रामीणों के साथ विरोध करने पहुँचे विकास उपाध्याय

रायपुर राजधानी स्थित अडानी दफ्तर का बहुत जल्द घेराव किया जाएगा – विकास उपाध्याय

रायपुर (छत्तीसगढ़)। विकास उपाध्याय ने बताया कि कांग्रेस पार्टी ग्रामीणों व आम जनमानस के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ आज अडानी पॉवर प्लांट के विस्तारीकरण को लेकर जनसुनवाई में ग्रामीणों के साथ विकास उपाध्याय पहुँचे। विकास उपाध्याय ने कहा कि पूर्व में दिये गए जमीनों के बदले अभी तक प्रभावित किसानों को नौकरी एवं ठेकेदारी में प्राथमिकता नहीं दिया गया है। वर्तमान में स्थापित संयंत्र के कारण भूमिगत जल स्थिति में अत्यंत चिंताजनक स्थिति हो गई है, आस-पास के गांवों में 500-600 फीट में पानी नहीं निकल रहा है। कोयले के प्रदुषण के कारण संयंत्र के चारो तरफ गांवों में काली परत खेतों एवं घरों में आ रहा है जिससे खेतों एवं स्वास्थ्य में प्रतिकुल असर पड़ रहा है। स्थानीय शिक्षित युवाओं को नियमित नौकरी एवं ठेकेदारी में प्राथमिकता नहीं मिल पा रहा है। संयंत्र के द्वारा सी.एस.आर. के नाम से दिखावा किया जा रहा है कोई भी ठोस कार्य प्रभावित गांवों में अभी तक नहीं किया गया है। प्रशासन के दबाव में किसानों एवं ग्रामीणों की मांगों को दबाया जा रहा है। प्लांट से निकलने वाली हजारों टन राखड़ को कहाँ जमा किया जाएगा, जो अन्य जगहों पर किया जा रहा है, जो हवा के माध्यम से लोगों के शरीर में प्रवेश कर रहा है जो कि उचित नहीं है, इस कारण लोगों में बीमारी होने की आशंका भी निर्मित हो रही है।

विकास उपाध्याय ने कहा कि जनसुनवाई धरसींवा विधानसभा के रायखेड़ा गांव में होना चाहिये था लेकिन शासन प्रशासन की मिली भगत से 07 कि.मी. दूर ताराशिव गांव में किया गया, ताकि विरोध करने आम जनमानस कम से कम पहुँचे। जब यह जी.एम.आर. प्लांट स्थापित हुआ उस समय ग्रामीणों से कहा गया था कि उनको स्थाई नौकरी दी जायेगी एवं ठेकेदारी में प्राथमिकता देने का वादा किया गया था और जैसे ही जी.एम.आर. प्लांट को अडानी द्वारा खरीदा गया उसके पश्चात् इन नियमों का पालन नहीं किया गया। विकास उपाध्याय ने कहा कि अडानी पॉवर प्लांट के लगने के पश्चात् से जन आक्रोश निर्मित हो रहा है, जो कभी भी व्यापक रूप ले लेगा। जनहित को ध्यान में रखते हुये इन मांगों पर शासन प्रशासन को अडानी ग्रुप के साथ बैठकर उचित निर्णय लेना चाहिए, जिससे ग्रामीणों की मांग पूरी हो सके और उन्हें न्याय मिल सके। यदि जल्द इन मांगों पर विचार कर निर्णय नहीं लिया जाता है, ऐसी स्थिति में रायपुर राजधानी स्थित अडानी दफ्तर का घेराव कर उग्र आन्दोलन किया जाएगा। इस जनसुनवाई में पूर्व राज्यसभा सांसद छायावर्मा जी, ग्रामीण जिला अध्यक्ष उधोराम वर्मा जी, ब्लॉक अध्यक्ष सौरभ विश्वनाथ मिश्रा, बलदाऊ साहू, देवादास टण्डन, दुर्गेश वर्मा, घनश्याम वर्मा, द्वारिका साहू, संजय अवस्थी, अमन गिल, प्रकाशदास मानिकपुरी, हर्षित जायसवाल, कुन्दन सिन्हा, दिलीप गुप्ता, गोलू कुशवाहा सहित काफी संख्या में ग्रामीण व आमजन भी जनसुनवाई में उपस्थित थे।

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