अरपा नदी को बचाने बनेगी विस्तृत कार्ययोजना
विधानसभा में डिप्टी सीएम अरुण साव ने की घोषणा
ध्यानाकर्षण के जरिए धरमलाल कौशिक ने उठाया था मुद्दा
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में मंगलवार को अरपा नदी के प्रदूषण का मामला प्रमुखता से उठा। विधायक धरमलाल कौशिक ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से इस गंभीर मुद्दे को सदन में उठाया। इस पर विधायक अमर अग्रवाल, अजय चंद्राकर और धर्मजीत सिंह ने भी अपनी बात रखी। इसके बाद प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने अरपा नदी के संरक्षण और स्वच्छता के लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाने की घोषणा की। नदी में गिर रहे गंदे नालों और जल प्रदूषण को लेकर कई बार प्रशासन को चेताया और जनता के बीच इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया। ऐसे में अब विधानसभा में बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक ने कहा कि अरपा नदी बिलासपुर जिले की जीवनदायिनी है, लेकिन वर्तमान में इसकी स्थिति चिंताजनक हो गई है। उन्होंने कहा कि बिना किसी ट्रीटमेंट के नालों का गंदा पानी नदी में बहाया जा रहा है, जिससे इसका जल पूरी तरह प्रदूषित हो रहा है।
*डिप्टी सीएम ने सवाल का दिया जवाब*
इस पर डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि बिलासपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा 9 नालों के दूषित जल उपचार के लिए 4 एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है, जिसे अप्रैल तक पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जलकुंभी हटाने का कार्य भी नियमित रूप से किया जा रहा है और सरकार अरपा नदी को स्वच्छ और संरक्षित करने के लिए गंभीरता से काम करेगी।
*अरपा नदी के संरक्षण के लिए 76 करोड़ की स्वीकृति*
विधायक अमर अग्रवाल ने बताया कि अरपा में 17 बड़े गंदे नाले गिर रहे हैं, जिससे नदी का जल प्रदूषित हो रहा है। इस समस्या के समाधान के लिए 76 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली है। उन्होंने मांग की कि इस योजना पर शीघ्र कार्य शुरू किया जाए। विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि केवल घोषणाओं से समाधान नहीं होगा, बल्कि इसके लिए ठोस कार्ययोजना बनाकर तुरंत अमल में लाना होगा। वहीं, विधायक अजय चंद्राकर ने भी इस मुद्दे का समर्थन किया और सरकार से जल्द से जल्द कार्य शुरू करने की अपील की।
*हाईकोर्ट में भी चल रही सुनवाई*
अरपा नदी की सफाई और संरक्षण को लेकर हाईकोर्ट में भी लगातार सुनवाई चल रही है। पिछली सरकार ने अरपा नदी को साफ करने के लिए बैराज निर्माण, दोनों किनारों पर सड़क और नाली निर्माण की योजना बनाई थी, लेकिन अभी तक इस पर ठोस कार्य नहीं हुआ है। सभी कार्य अभी भी अधूरे हैं।
*अभियान बनी जनता की आवाज*
अरपा नदी की सफाई और संरक्षण को लेकर शासन-प्रशासन ने इस बदहाली से अवगत कराया। दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान भी पत्रिका ने नदी के जल को स्वच्छ बनाए रखने के लिए अभियान चलाया, जिसके बाद नगर निगम ने पचरी घाट के पास एक अलग मूर्ति विसर्जन घाट का निर्माण कराया।