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गर्मी आने के पहले ही जल स्तर गिरा नीचे

बिल्हा और मस्तूरी और बेलतरा क्षेत्र में सबसे ज्यादा समस्या आने लगी सामने

बिलासपुर। गर्मी का।मौसम आते ही जहां एक तरफ प्यास लगती है तो उसी तरह से जल स्तर भी नीचे गिरने लगता है।जल स्तर के नीचे गिरने से न सिर्फ पानी की समस्या होती है बल्कि पीने के पानी के लिए त्राहि त्राहि मचा रहता है।

बता दे कि पिछले कई साल से जल स्तर एकदम नीचे जाते जा रहा है।इसका वास्तविक कारण क्या है इसे कोई समझ नहीं पा रहा है। सिर्फ चर्चा यही होती है कि जल।स्तर गिरने का मुख्य कारण बारिश का नहीं होना बारिश कम होना और सूखा पड़ना रहता है।इसलिए कई जगहों पर जल स्तर के गिरने की शिकायत मिलती है।जिसमें बिलासपुर जिले से लगभग सभी ग्राम पंचायतों से कलेक्टर के पास आकर पानी की समस्या बताते हैं और जल स्तर नीचे गिरने के कारण फसल का बर्बाद होना और सूखा पड़ना की बात करते है।

जल स्तर नीचे गिरने से हैंडपंप की खोदाई और भी ज्यादा करनी पड़ती है

ज्यादातर जगहों पर जल स्तर गिरता है तो हैंडपंप की खोदाई भी बढ़ा दी जाती है।100 फिट से लेकर 200 फिट अलग से कराया जाता है।जो हैंडपंप का खर्चा ज्यादा बढ़ने लग जाता है।

तालाब और नदी में पानी का कम होना भी जलस्तर की कमी

जल स्तर कम होने का एक नहीं बहुत से कारण है इसमें यह भी बताया जा रहा है कि तालाब और नदी में पानी का नहीं होना जिसके कारण जल स्तर नीचे गिरते जाता है।इसके कारण हैंडपंप सुख जाता है जिसकी मरम्मत करानी पड़ती है।

बिल्हा मस्तूरी और अन्य क्षेत्र से ज्यादा मिलती है शिकायत

इन दिनों मस्तूरी क्षेत्र से कम और बिल्हा क्षेत्र से ज्यादा जल्द स्तर की कमी की शिकायत मिल रही है।बिल्हा क्षेत्र के ऐसे कई गांव है जहां पर पानी की कमी का होना और जल स्तर गिरने की शिकायत मिलती जा रही है। कडार सेंवार और बिल्हा क्षेत्र के कुछ
ग्रामीणों का कहना है कि भैया पानी की समस्या काफी समय से बना हुआ है जिसके लिए कई बार बोल चुके है इसके बाद भी जल स्तर में सुधार नहीं आया जिसके कारण पानी की समस्या बनी रहती है।

गर्मी में ज्यादा होती है जल स्तर की समस्या

बरसात और ठंड में पानी की जरूरत कम पड़ती है। इसलिए उस समय जल स्तर गिरने की बात नहीं रहती है लेकिन गर्मी में पानी की खपत ज्यादा रहती है।जिसके कारण जल स्तर ज्यादा नीचे गिर जाता है।इसलिए हर साल सबसे ज्यादा समस्या गर्मी में होती है।

फैक्ट्री में पंप,बोर से खींच जाता है पानी

ग्रामीणों का कहना है कि पानी की किल्लत का यह भी एक समस्या है। की कई बड़े बड़े फैक्ट्री और कंपनी वाले बोर करके पंप से पानी खींच लेते है जिसके कारण पानी का स्तर और ज्यादा नीचे होने लगता है।इसमें जल स्तर को लेकर यह भी एक बड़ी समस्या है जिसे गंभीरता से लेना चाहिए।

जल स्तर को नहीं बचाया गया तो आने वाले दिनों में होगी समस्या

गिरते जल स्तर को नहीं बचाया गया तो निश्चित ही आने वाले दिनों में सबसे ज्यादा समस्या होने वाली है।लगातार जल स्तर के गिरने की पानी की कमी होगी और जो कभी 100 से 200 फिट में पानी जमीन से निकलवा लेते थे उनको अब 400 फिट से ज्यादा खोदाई करवा कर पानी निकलवाना पड़ता है।

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