गांधी चौक से लेकर शिव टाकीज चौक तक हर दिन होता है ट्राफिक जाम…..BOMBAY पावभाजी भी खुलता है देर रात तक….कार्रवाई के नाम पर जीरो…हौसले हो रहे हर दिन बुलंद…..देखिए तस्वीरें…..
बिलासपुर / दरअसल हम आपको जो तस्वीरें दिखा रहे हैं उसके माध्यम से यह बताना चाह रहे है की यहाँ पर कार्रवाई नहीं होने से हर दिन ट्राफिक जाम की स्थिति बनी रहती है….अगर आप शाम 6 बजे के बाद इस सड़क मार्ग से जायँगे तो आप खुद हैरान रह जायंगे की मै कहाँ फंस गया….और आपको जाम की समस्याओ से जूझना भी पडेगा जिसमे आपका समय बर्बाद होगा….
*खासखबर छत्तीसगढ़* किसी की भावनाओ को ठेस पहुंचाने के उद्देश्य से यह खबर नहीं लगा रहा है…. बल्कि जिला और पुलिस प्रशासन को नींद से जगाने की कोशिश कर रहा है….की देखो आखिर ये क्या हो रहा है….आपको बता दे गांधी चौक से लेकर जूना बिलासपुर रोड और शिव टाकीज चौक तक इस कदर ट्रैफिक जाम रहता है जिसकी कोई सीमा नहीं है शाम होते ही लोगो को ट्रैफिक जाम की समस्याओ से जूझना आम बात हो चुकी है…कई लोग तो इसी की वजह से इस मार्ग से आना जाना बंद कर दिए है….क्योंकि घंटो मशक्क्त करना पड़ता है…
.रहा सवाल प्रशासन का तो वह सिर्फ चेतावनी देकर दुकानदारों को समझा देती है…लेकिन उसके बाद फिर वैसा हो जाता है… अतिक्रमण हटाने और ट्रैफिक जाम को रोकने के लिए कार्रवाई कई बार हुई लेकिन फिर वही हाल कुछ दिनों बाद बन जाता है…..आप खुद देखिए इन तस्वीरो को सोचिये की आखिर यह क्या है…..सड़क पर बाइक,कार,रोड जाम और प्रशासन को खुलेआम चुनौती देना कहा तक सही है….
लिंक रोड स्थित बॉम्बे पावभाजी दुकान देर रात तक खुली रहती है
लिंक रोड स्थित बॉम्बे पाव भाजी की दुकान सिविल लाइन पुलिस की नाक में दम करके देर रात तक खुला हुआ रहता है…इतना ही नहीं यह दूकान रात का फायदा उठाकर महंगे दामों में भी खाने की चीजे बेचता है….शनिवार की रात 1.30 मिनट की यह तस्वीर आपको बता रही है की प्रशासन भी इसका कुछ नहीं कर सकती….सूत्र बता रहे है की सब कुछ सेटिंग का खेल है,जिसके कारण इतनी रात तक दूकान खुलने की हिमाकत मालिक में रहता है….बता रहे है की पुलिस लगभग शहर के दुकानों को रात 11 बजे से बंद कराना शुरू करती है उसके बाद 12 बजे तक लगभग दुकाने बंद हो जाती है…ताकि शहर में शांति व्यवस्था कायम रहे…लेकिन मात्र यही दुकान खुली हुई रहती है..
..जहा पर नशे में धुत्त युवको का आना जाना लगा रहता है…अगर किसी दिन कोई बड़ा हादसा हो गया तो यह जिम्मेदारी किसकी होगी यह भी समझ से परे है….कोई कहता है की यह किसी रसूखदार का है जिसके कारण इस दूकान को बन्द कराने में पुलिस के हाथ पाँव फूलने लगते है…बहरहाल देखना होगा की आखिर इसमें कार्रवाई होगी या फिर हर बार की तरह इस बार भी छोड़ दिया जाएगा…..
इधर पुलिस का कहना है कि शांति कायम रखने के लिए हर दिन दुकानों को जल्दी बंद कराया जाता है ,ताकि भीड़ न लग सके और किसी तरह का कोई अपराध न हो…