गुरुघासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय में NSUI के छात्र नेताओं ने की मेंस्ट्रूअल लीव समेत अन्य 11 सुविधाओं को मांग…..
खासखबर बिलासपुर /गुरु घसीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के एन.एस.यू.आई छात्र नेता उमर अहमद ने कहा कि एक छात्र सेवक होने के नाते मुझे लगता है की ये बताना जरूरी है की ना सिर्फ जी.जी.यू के इतिहास में बल्कि पूरे देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है की किसी स्टूडेंट यूनियन ने मेंस्ट्रुअल लिव की मांग की है मुझे गर्व है अपने संगठन पर और अपने संगठन के लोगों पर । एन.एस.यू.आई ये लड़कियों के लिए मांग कर रही है की पीरियड्स के समय में ये जो एक शर्म का माहोल बनाया जाता है उससे भी मुक्त होने का समय आ गया है जो कास्ट है पीढ़ा है जो कठिन दिन है उस समय मैं समझता हूं की अधिकार है मेरी हर बहनों का हर छात्रा का की उसको हर महीने 2 या 3 दिन की छुट्टी मिले और चुकी 75 पर्सेंट अटेंडेंस चाहिए है एग्जाम में बैठने के लिए तो ये मेंस्ट्रिया लिव बहुत ही आवश्यक है, मैं सभी छात्राओं को आश्वासन देता हूं कि विश्वविद्यालय में मेंस्ट्रूअल लीव की सुविधा एन.एस.यू.आई सुनिश्चित करेगी । और विश्वविद्यालय प्रबंधन से आशा करता हूं कि वह छात्राओं की पीड़ा को समझ कर छात्राओं के हित में निर्णय लेंगे ।
इस अवसर पर गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के भारतीय राष्ट्र छात्र संगठन के इकाई अध्यक्ष प्रसून पाठक छात्र नेता उमर अहमद, सार्थक मिश्रा, जोया अली, चेतन साहू, ओवेस अंसारी समेत अन्य छात्र नेता मौजूद थे ।
गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय में एनएसयूआई के छात्र नेताओं ने की मेंस्ट्रूअल लीव समेत अन्य 11 सुविधाओं को मांग ।
छात्रहित में निम्लिखित मांगों को लेकर आज एनएसयूआई ने गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलसचिव को ज्ञापन सौंपा।
- छात्राओं को मेंस्ट्रुअल लीव के अंतर्गत अटेंडेंस में छूट मिले और गर्ल्स कॉमन रूम प्रत्येक विभाग में हो।
- बस को पुनः बहाल करने।
- विद्यार्थी सुरक्षा दुर्घटना बीमा योजना।
- Single window helpdesk जिसमें विद्यार्थियों को एक जगह सभी जानकारी मिल जाए।
- केमिस्ट्री और जूलॉजी डिपार्टमेंट के रोड बनवाने के लिए।
- प्रत्येक डिपार्टमेंट में फ्री इंटरनेट सुविधा उपलब्ध कराने।
- छात्र संघ चुनाव की मांग।
- स्वाभिमान थाली में कुछ और बेहतर करने का सुझाव।
- स्पोर्ट्स और योगा शुल्क से छात्रों को लाभान्वित करने के लिए।
इसके अलावा और भी मांगे है जिसे एनएसयूआई छात्र नेताओं ने विश्वविद्यालय कुलसचिव को अवगत कराया है और जल्दी कार्यवाही की मांग की है।