जननायक लोरिक पर केंद्रित पुस्तक का सीएम डा मोहन यादव करेंगे विमोचन
खासखबर बिलासपुर /गौवंश तथा चरवाहा संस्कृति के संरक्षक जननायक यदुवंशी लोरिक की गाथा छत्तीसगढ़ सहित उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश,बिहार, राजस्थान, बंगाल, महाराष्ट्र तथा तेलंगाना के यदुवंशियों के साथ अन्य समाज के द्वारा गायन और मंचन की जाती है। भारतीय परम्परा में लोरिक जनक्रांति के पुरोधा हैं। बुकानन (1808) बेगलर (1850) जार्ज अब्राहम ग्रिर्यसन (1885), वैरियन एल्विन, डब्ल्यू क्रुक जैसे पाश्चात्य विद्वानों ने लोरिक गाथा का संग्रह और प्रकाशन किया । इसके अलावा कई भारतीय विद्वानों ने वीर लोरिक पर कई शोध आलेख लिखा है।
इन सभी आलेखों का संपादन पुस्तक के रूप में “*द लीजेएंड आफ यदुवंशी लोरिक- ए हीरो थ्रो द एजेज*” नाम से डॉ.सोमनाथ यादव वरिष्ठ लोकसाहित्यकार बिलासपुर (छत्तीसगढ़ ) तथा डॉ.ओम प्रकाश भारती प्रोफेसर, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय वर्धा (महाराष्ट्र) के द्वारा किया गया है जिसका विमोचन समारोह 4 फरवरी को मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री डा मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में भोपाल में सम्पन्न होगा।