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पद का दुरूपयोग कर भू -माफियाओं को लाभ पहुंचाने वाले प्रताड़ना ,अवैध वसूली जैसे गंभीर आरोपों से घिरे तहसीलदार के खिलाफ संभाग आयुक्त को ज्ञापन

कोरबा। पसान: तहसील कार्यालय इन दिनों भ्रष्टाचार, भू माफियाओं और दलालो का अभेद किला बना हुआ है, और इस अभेद किला के राजा तहसीलदार लीलाधर ध्रुव है, जिनके संरक्षण में तहसील क्षेत्र अंतर्गत जमकर अवैध कार्यों का संचालन किया जा रहा है, तहसीलदार लीला धर ध्रुव दलालों और भू माफियाओं से मिलीभगत कर जंगल मद की भूमि पर अतिक्रमण करवाने में लगे हैं, सूत्रों की माने तो सरकारी भूमि पर अतिक्रमण करवाने के एवज में तहसीलदार के द्वारा एक मोटी रकम ली जाती है, जिसके बाद बेखौफ माफिया सरकारी जमीन पर कब्जा करने में लग जाते है,

भू,-माफियाओं के संरक्षण कर्ता तहसीलदार के खिलाफ युवा कांग्रेस महासचिव ने सौंपा ज्ञापन,,

संभाग आयुक्त और एसडीएम को दिए गए आवेदन में बताया गया की तहसीलदार लीलाधर ध्रुव अपने गरिमा के विरुद्ध जाकर सरकारी भूमि पर भू माफियाओं से मोटी रकम लेकर अतिक्रमण करवाया जाता रहा है,तहसीलदार अपने पद का दुरुप्रयोग कर रहे है, तथा अपने शासकीय कार्य में लापरवाह और कर्तव्यों के प्रति उदासीन है, भू माफियाओं के संरक्षण कर्ता बने हुए है, खुद को राज्य सरकार से उपर समझते है, मामले में तत्काल कड़ी कार्यवाही की मांग की गई है।

जनप्रतिनिधियों ने राजस्व मंत्री को सौंपा था ज्ञापन,जाने क्या?

राजस्व मंत्री को ज्ञापन के माध्यम से बताया था की तहसीलदार लीलाधर ध्रुव के द्वारा लगातार ग्रामीणों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों को परेशान कर प्रताड़ित किया जाता है, अवैध वसूली की जाती है , प्रमाण पत्र जारी करने के एवज में प्रत्येक आवेदक से 2000-2500 रुपये अवैध तरीके से फीस अपने रखे हुए एजेण्टों के माध्यम से लिया जाता है और पैसा नहीं देने पर उनको बार बार घुमाया जाता है और फौती बंटवारा व नामांतरण में भी पैसे का मांग करता है। जिससे आदिवासी लोग बहुत परेशान है। उक्त मामले में राजस्व और स्वास्थ्य मंत्री ने कड़ी कार्यवाही का आश्वासन दिया था परन्तु आज तक कार्यवाही नजर नहीं आई,

तहसीलदार के खिलाफ गोडवाना गणतंत्र पार्टी भी खोल चुका है मोर्चा

गौरतलब हैं की पसान तहसीलदार लीलाधर ध्रुव पूर्व में भी कई आरोपों से घिरे हुए है, अवैध वसूली, अवैध कब्जा जैसे कई मामले में इनकी शिकायत राजस्व मंत्री से लेकर सीएम तक की जा गई है ,जिसमे कार्यवाही लंबित है

बता दे की कुछ महीने पूर्व तहसीलदार के खिलाफ गोडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा भी मोर्चा खोला गया था, तहसीलदार को ज्ञापन के दौरान मीडिया प्रभारी अमित कुमार मार्को के द्वारा फोटो,वीडियो क्लिप किया जा रहा था जिससे तहसीलदार अपना आपा खो बैठे और धमकी देते हुए जबरजस्ती मोबाइल को छीन लिया था

,तहसीलदार के इस दुर्व्यवहार और अशोभनीय कृत्य से आहत होकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के पदाधिकारियों के साथ अन्याय और अपने पूर्व में दिए गए ज्ञापन का किसी भी प्रकार का समाधान न होने के कारण न्याय पाने के लिए 18 सितंबर 2024 को तहसीलदार पसान के विरुद्ध कार्यवाही के लिए तहसील कार्यालय पसान का घेराव का निर्णय लिया गया था बाद में किन्ही कारणों से आंदोलन रद्द कर दिया था।

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