पी आर एस आई राष्ट्रीय सम्मेलन में साइबर सिक्योरिटी, जनसंपर्क के बदलते आयाम पर विशेषज्ञों ने व्यक्त किए विचार
पी आर एस आई के राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन आज, राज्यपाल होंगे शामिल
जनसंपर्क क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यो के लिए जनसंपर्क पेशेवर हुए सम्मानित
रायपुर – 46 वें ऑल इंडिया पब्लिक रिलेशंस नेशनल कॉन्फ्रेंस का रविवार को तीसरा और अंतिम दिन है । समापन समारोह के मुख्य अतिथि राज्यपाल श्री रमेन डेका होंगे । कार्यक्रम की अध्यक्षता उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव करेंगे।
राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन तीन तकनीकी सत्र हुए। देशभर के विभिन्न स्थानों से आए प्रतिनिधियों ने जनसंपर्क के क्षेत्र में हो रहे नित नए बदलावों पर अपने विचार व्यक्त किए। इसके अलावा जनसंपर्क के विविध आयामों के माध्यम से जनसंपर्क में विशिष्ट कार्य करने वाले संस्थानों को सम्मानित किया गया।
रायपुर चैप्टर के अध्यक्ष डॉक्टर शाहिद अली ने बताया कि प्रथम तकनीक सत्र में वरिष्ठ टीवी पत्रकार एवं आईबीसी न्यूज के संपादक श्री विश्वेश ठाकरे ने जनसंपर्क और संचार के महत्व को रेखांकित किया। कार्यक्रम के दौरान माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ संजय द्विवेदी ने जनसंपर्क कल और आज विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। वहीं श्री शशिधर नाँजुम दहिया ने नेशन्स एस स्टोरीज और डॉ. पूजा अरोरा ने ग्लोबल पब्लिक रिलेशन पर शोध परक प्रस्तुति दी।
दूसरे तकनीकी सत्र में श्री सतएन भट्ट ,संस्थापक और प्रबंध निदेशक प्रिज्म पब्लिक रिलेशन चेन्नई ने जनसंपर्क कल, आज और कल पर अपने विचार व्यक्त किए। इंटरनल कम्युनिकेशन कंसलटेंट बैंगलोर के श्री वेद मूर्ति ने पब्लिक रिलेशन स्प्रेडिंग विंग विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। जेएनयू दिल्ली की डॉक्टर अर्चना कुमारी ने सेलिब्रेटिंग ऑफ महाकुंभ पी आर प्रेजेंटेटिव ऑफ़ द कल्चर आइडेंटिटी ऑफ़ इंडिया विषय पर अपनी बात रखी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नई दुनिया रायपुर के संपादक श्री सतीश चंद्र श्रीवास्तव सोशल मीडिया के दौर में मीडिया की चुनौतियों को रेखांकित किया। वरिष्ठ साहित्यकार एवं पत्रकार श्री गिरीश पंकज ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए जनसंपर्क अधिकारियों के मौलिक गुणों को रेखांकित करते हुए बताया कि सहजता और सौम्यता के बगैर जनसंपर्क अधिकारी के सारे ज्ञान निरर्थक साबित होते हैं।
सम्मेलन के दूसरे दिन जनसंपर्क क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यो के लिए विभिन्न संस्थाओं को सम्मानित किया गया। सम्मेलन के दौरान देशभर से शासकीय, निजी एवं कारपोरेट क्षेत्र के 200 से अधिक प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।