मां एवं नाबालिग पुत्री के अंधेकत्ल के दोहरे हत्याकांड का खुलासा….2 आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार…..आपस में है लिव इन पार्टनर

योजनाबद्ध तरीके से घटना को दिये थे अंजाम
एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट, थाना खमतराई एवं चौकी सिलतरा की संयुक्त कार्यवाही
मृतिका से आरोपी का अवैध संबंध बना हत्या का कारण
आरोपियों द्वारा आपस में योजना बनाकर दिया गया दोहरे हत्या को अंजाम
नाबालिग पुत्री की हत्या पश्चात् आरोपी द्वारा किया गया था उससे बलात्संग
साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से नाबालिग पुत्री के शव को फेंक दिया था रोड के किनारे नाली में।
प्रकरण की गम्भीरत को देखते हुए एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट की टेकनिकल सहित 10 विशेष टीम का किया गया था गठन
रायपुर। खमतराई थाना में पुलिस को सूचना दिया कि खमतराई रांवाभाठा स्थित शेरे पंजाब ढ़ाबा के सामने रायपुर बिलासपुर रोड किनारे एक अज्ञात लड़की का शव पड़ा है, कि तस्दीक कार्यवाही हेतु एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना खमतराई पुलिस के हमराह स्टॉफ मौके पर पहुंचकर सूचक की रिपोर्ट पर घटना स्थल पर मर्ग कायम कर विवेचना में लिया गया। प्रथम दृष्टया एवं घटना स्थल निरीक्षण में पाया गया कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा मृतिका का गला दबाकर हत्या कर साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से शेरे पंजाब ढ़ाबा पास रायपुर बिलासपुर रोड किनारे फेंक कर फरार हो गया था। जिस पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध खमतराई पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध किया गया है।

इसी दौरान टीम के सदस्यों द्वारा शव की शिनाख्त करने का प्रयास किया जा रहा था जिस पर टीम के सदस्यों अज्ञात लड़की के शव के संबध में जानकारी प्राप्त हई और उक्त अज्ञात शव धनेली निवासी हमीदा की पुत्री रेशमा का होना पाया गया, जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा 2 जनवरी को सूचना की तस्दीकी हेतु धनेली स्थित हमीदा के निवास पहुंचे तो पाया कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा रेशमा की माता हमीदा की भी हत्या कर फरार हो गया था।उक्त दोहरे अंधे कत्ल की घटनाओं को पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज रायपुर अमरेश मिश्रा तथा पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह द्वारा गम्भीरता से लेते अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर लखन पटले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम संदीप मित्तल, नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाईन अमन झा, उप पुलिस अधीक्षक क्राईम संजय सिंह, प्रभारी निरीक्षक परेश पाण्डेय एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट, थाना प्रभारी खमतराई तथा प्रभारी सिलतरा चौकी को अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु निर्देशित किया गया। जिस पर प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम संदीप मित्तल एवं उप पुलिस अधीक्षक क्राईम संजय सिंह के नेतृत्व में ए.सी.सी.यू की टेकनिकल सहित 10 विशेष टीम का गठन किया गया। जिस टीम के सदस्यों द्वारा दोनो घटना स्थलो का निरीक्षण करने के साथ ही आस-पास के लोगो से भी घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ की गई। टीम के सदस्यों द्वारा घटना स्थलों का निरीक्षण करते हुए उसके आस-पास के सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों का अवलोकन करते हुए घटना स्थल में उपस्थित सभी भौतिक साक्ष्यों का भी सूक्ष्मता से जांच किया गया।
दोनो शव का घटना स्थल ब्लाईण्ड स्पॉट में होने के कारण टीम के सदस्यों द्वारा ब्लाईण्ड स्पॉट में आने-जाने वाले 30 किलो मिटर दायरे के हजारों से अधिक सी.सी.टी.व्ही. कैमरों का भी अवलोकन किया गया है। टीम के सदस्यों द्वारा बार-बार आस-पास के रहवासियों से घटना के संबंध में पूछताछ कर अज्ञात आरोपियों की पतासाजी की जा रही थी।
*रिक्रिएशन ऑफ सीन तथा तकनीकी विशलेषण करते हुए सभी कड़ियो को जोड़ते* हुए टीम के सदस्यों को प्रकरण में संलिप्त आरोपी के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा शिवानंद नगर निवासी भरतदास दीवान की पतासाजी कर पकड़ा गया। भरतदास दीवान को पकड़कर घटना के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर उसके द्वारा अपनी लीव-ईन पार्टनर अनीता लहरे के साथ मिलकर अपराधिक षडयंत्र कर पूर्वनियोजित तरीके से उक्त दोनो हत्याओं की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया गया है।
*पूछताछ में आरोपी द्वारा बताया गया कि वह रायपुर में आटो चालक का कार्य करता है। पूर्व में सिलतरा इण्डस्ट्री क्षेत्र में कार्य करते हुए अपने परिवार के साथ सिलतरा धनेली में रहता था धनेली में रहने के दौरान उसका परिचय मृतिका हमीदा से हुआ था जिससे उसके साथ लगातार बातचीत एवं घर आना जाना होने से आरोपी और मृतिका के मध्य अवैध संबंध था। आरोपी नये काम के तलाश में ग्राम धनेली से शिवानंद नगर शिफ्ट हो गया एवं वहां ई-रिक्शा चलाकर अपना जीवन यापन कर रहा था इसी दौरान रायपुर से सिलतरा उसका आना-जाना होता था जहां वह मृतिका हमीदाा से वह मुलाकात करता था, मृतिका हमीदा द्वारा पैसे की लगातार मांग करने एवं मांग पूरी न होने पर केस में फंसा देने की दबाव बनाने पर आरोपी एवं उसकी महिला लीव-ईन पार्टनर दोनो परेशान हो गये थे। जिस पर दोनो के द्वारा मृतिका हमीदा की हत्या करने की योजना बनाई।योजना अनुसार दोनो आरोपियों के द्वारा अपने चारो बच्चो को अन्यत्र गांव भेजकर योजना के मुताबिक लीव-ईन पार्टनर आरोपिया महिला अनीता लहरे पहले मृतिका की नाबालिग पुत्री को अलग करने हेतु उसकी पुत्री को बहला फुसला कर घर से बाहर लेकर अपने घर शिवानंद नगर चली गई उसके पश्चात् आरोपी योजना के मुताबिक आरोपी पैदल मृतिका के निवास स्थान धनेली गया जहां उसकी गला दबाकर एवं चाकू से हाथों को काटकर उसकी हत्या कर उसके ऊपर घरेलू कपड़े से ढ़क दिया एवं कमरे को बाहर से बंद कर दिया। उसके पश्चात् अपने ई-रिक्शा वाहन से अपने घर शिवानंद नगर जाते समय रास्ते में मेटलपार्क गुरूद्वारा के सामने घटना में प्रयुक्त चाकू को फेंककर घर पहुंचा। शिवानंद नगर अपने घर में उसके द्वारा पहले से ही उपस्थित आरोपी की लीव-ईन पार्टनर आरोपिया अनीता लहरे मृतिका हमीदा की नाबालिग पुत्री की भी उससे मारपीट कर हत्या किया एवं नाबालिग पुत्री की हत्या के बाद आरोपी उसके साथ बलात्संग किया एवं साक्ष्य छिपाने हेतु आरोपी एवं उसकी लीव-ईन पार्टनर अनीता लहरे द्वारा ई-रिक्शा में नाबालिग पुत्री के शव को कम्बल से ढ़ंककर मेटलपार्क टर्निंग के पास धनेली से रायपुर आने वाले रास्ते में नाली में शव को फेंक कर फरार हो गये थे।जिस पर दोनो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त 01 नग चाकू, 01 नग ई-रिक्शा वाहन एवं 02 नग मोबाईल फोन जप्त कर आरोपियों के विरूद्ध थाना धरसींवा में कार्यवाही की जा रही है। कार्यवाही में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट से प्रभारी निरीक्षक परेश पाण्डेय, निरीक्षक सचिन सिंह थाना प्रभारी खमतराई, निरीक्षक राजेन्द्र दीवान थाना प्रभारी धरसींवा, उनि सतीश पुरिया, उनि राजेन्द्र कंवर, उनि मुकेश सोरी, सउनि प्रेमराज बारिक, मंगलेश्वर सिंह परिहार, गेंदूराम नवरंग, अतुलेश राय, प्र.आर. कुलदीप द्विवेदी, उपेन्द्र यादव, अनुप मिश्रा, विजय पटेल, जसवंत सोनी, महेन्द्र राजपूत, चिन्तामणी साहू, रविकांत पाण्डेय, आशीष त्रिवेदी, संतोष दुबे, घनश्याम साहू, आर. अविनाश देवांगन, बीरेन्द्र बहादुर सिंह, हिमांशु राठौड़, संदीप सिंह, किसलय मिश्रा, विकास शर्मा, अभिषेक सिंह, गणेश मरावी, कमल धनगर, महिपाल सिंह ठाकुर, मुनीर रजा, प्रवीण मौर्य, राकेश पाण्डेय, टीकम साहू, तुकेश निषाद, राजेन्द्र तिवारी, विक्रम वर्मा, पुरूषोत्तम साहू, अनुरंजन तिर्की, अभिषेक सिंह तोमर, म.आर. कैलजोंग लेप्चा, दुर्गा भोईहार, टीजीआर. शंकर यादव, राकेश सोरी तथा चौकी सिलतरा से प्रभारी उपनिरीक्षक बालेश्वर लहरे की महत्वपूर्ण भूमिंका रही।