मोदी ने कर दिया कमाल12 वेतन समझौता बिना हड़ताल
पांच दिनों की बैंकिग भी अब ज्यादा दूर नहीं….
खासखबर बिलासपुर/ शास्त्री अवार्ड से लेकर अब तक देश के दस लाख बैंक कर्मचारियों व अधिकारियों के 11वेतन समझौते दो तीन सालों की लंबी लड़ाई 8 से 10 हड़तालों के बाद ही मूर्त रूप ले पाते थे। पिछला वेतन समझौता 2 प्रतिशत वृद्वि से शुरु होकर 3 साल के विरोध प्रदर्शन पर 15 प्रतिशत में जाकर निश्चित हुआ था। 1 नवंबर 2022 से देय 12वे वेतन समझौते में आईबीए द्वारा पहली ही बैठक में 15%, दूसरी बैठक में 16% तथा मुंबई में तीसरी ही बैठक में 17% ऑफर कर बिना किसी हड़ताल या विरोध प्रदर्शन के यूएफबीयू के साथ 12वे वेतन समझौते के एमओयू साइन करने में सफलता पाई हैं। इसके अनुसार 31 अक्टूबर 2022 के बेसिक पे पर डी ए मर्ज कर उसमें 3% की बढ़ोतरी कर नई बैसिक पे निर्धारित की जाएगी। शेष वितरण 180 दिनों के अंदर कर लागू कर दिया जाएगा। बैंकिंग इतिहास में पहली बार बिना किसी धरना प्रदर्शन या हड़ताल के वेतन समझौता हो जाना, अपने आप मे एक चमत्कार से कम नही हैं।
ज्ञात हो कि वैश्विक मानकों के अनुरूप समानता हेतु यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस द्वारा लंबे समय से पांच दिवसीय बैंकिंग की मांग की जा रही हैं। माननीय प्रधानमंत्री जी के डिजिटल अभियान से प्रेरित होकर इंटरनेट बैंकिंग, विभिन्न बैंकों के मोबाईल एप्प, यूपीआई आदि की मदद से लगभग 70% जनसामान्य 24 घँटे सातों दिन अनवरत बैंकिंग सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं।
इससे स्पष्ट हो रहा हैं कि माननीय प्रधानमंत्री जी 2024 के आम चुनाव के पहले नए वेतनमान लागू करने के साथ पांच दिवसीय बैंकिंग कार्यावधि सप्ताह शुरू कर दस लाख संतुष्ट बैंकर्स व उनके मार्फत लगभग 10 करोड़ जनसामान्य को अपने पक्ष में करने का प्रयास कर रहे हैं।