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रानीगाँव का बद्तमीज और लापरवाह प्रबंधक किसानो को डरा धमका कर लेता है पैसा….पीपरतराई में किसानो से धान की बोरी उतारने और पलटी करने का वसूलते है पैसा….किसानो ने लगाया गंभीर आरोप…कहा,बिना पैसो के नहीं होता है काम….टोकन देने में भी करते है आनकानी….

खासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर / इन दिनों प्रदेश भर में धान खरीदी का माहौल बना हुआ है….जिसे लेकर किसानो में उत्साह और नाराजगी दोनों बनी हुई है…कही पर ख़ुशी तो कही पर गम वाली स्थिति नजर आ रही है…चारो तरफ पैसो का खेल हो रहा है..लाखो पीटने वाले प्रबंधक किसानो की आँखों में धूल झोंककर इस कदर धांधली कर रहे है की उनको लगता है की उनकी गड़बड़ी को कोई नहीं देख रहा है…बस इसी का फ़ायदा उठाकर मौके पर प्रबंधक चौका लगा रहे है….

दरसल हम यह बात इसलिए कह रहे है क्योंकि किसानो ने खुद शिकायत की है…जिसमे यह बात सामने आयी है की किसी से धान तौल में ज्यादा लिया जा रहा है तो किसी से धान की बोरी उतारने और धान को पल्टी करने का भी पैसा लिया जा रहा है…यही नहीं समय पर धान का उठाव नहीं होने की वजह से धान भी मंडी में पड़े – पड़े जाम हो रहा है…इससे अव्यवस्था का आलम बना हुआ है…

हम आपको बता दे की सेंदरी में समय पर उठाव नहीं होने की वजह से अव्यवस्था का आलम नजर आया…यही नहीं यहाँ के प्रबंधक का कहना है की सब ठीक है लेकिन ऐसा कुछ नहीं रहा बल्कि खुद किसानो ने कहा की बहुत दिक्कत हो रही है…सुबह से शाम तक मंडी में खड़े रहना पड़ता है….उसके बाद भी कुछ न कुछ बहाना बनाया जाता है…

इसी तरह सेमरताल में भी भारी समस्या है…जहा पर किसानो ने गंभीर आरोप लगाया….कहा, की किसानो से ज्यादा धान लिया जा रहा है..जिसकी शिकायत करने पर भी कोई ध्यान नहीं दिया जाता है….और तो और प्रबंधक भी सुबह से नदारद रहते है…जो भगवान भरोसे है…जो कर्मचारी के भरोसे छोड़कर कही भी चले जाते है..इससे गड़बड़ी होने की आशंका ज्यादा बनी रहती है…

इसी तरह रानी गाँव में धान मंडी के प्रबंधक धान खरीदी को छोड़कर कही और चले जाते है…धान बेचने आये किसानो ने जब पैसा लेने और टोकन नहीं देने का गंभीर आरोप लगाया तो वह भड़क गया…और किसानो से बहस करके धमकी देने लगा…यही नहीं किसानो ने जब कहा की टोकन देने और धान की बोरी को खाली करने के एवज में पैसा लिया जा रहा है यहाँ तक नाश्ता करने का पैसा भी किसानो से वसूला जा रहा है…हद तो तब हुई जब किसानो ने अपनी आपबीती बताई और प्रबंधक भड़क गया…और कहने लगा की जिसको जो करना है कर ले…मेरा कोई कुछ नहीं कर सकता….जिसके कारण माहौल गरमा गया था..

हालांकि इस दुर्व्यवहार और लापरवाही बरतने वाले प्रबंधक की शिकायत नोडल अधिकारी आशीष दुबे से की गयी है…जिन्होंने जाँच करने की बात कही है…वही पीपरतराई धान खरीदी केंद्र में किसानो में प्रबंधक और फड़ प्रभारी पर आरोप लगाया है की धान की बोरी खाली करने और पलटी करने के बदले में पैसा लिया जाता है…जबकि किसानो से पैसा नहीं लिया जाना चाहिए…यह बड़ी विडंबना है की गरीब किसानो से पैसा लिया जाता है और धान मे भी काँटा मार दिया जाता है…मीडिया ने जब पूछा तो किसानो ने कहा की भारी धांधली हो रही है…गड़बड़ी करने वाले कोई कसर नहीं छोड़ रहे है….

यही कारण है की किसानों को समस्या हो रही है…और प्रबंधक है की सुनते नहीं है…बल्कि दुसरो के भरोसे धान की तौलाई कराया जा रहा है….एक तरह से देखा जाए तो सब कुछ भगवान भरोसे है…

फ़िलहाल आपको बता दे धान खरीदी में जिस तरह से लापरवाही बरती जा रही है वह किसी से छिपा नहीं है…अब देखने वाली बात यही होगी की आखिर ऐसे लापरवाह प्रबंधक और भगवान भरोसे छोड़ने वाले प्रबंधको के खिलाफ नोडल अधिकारी क्या कार्रवाई करते है…या फिर इसी तरह का खेल चलता रहेगा….

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