रेड्डी अन्ना: ऑनलाइन सट्टा पर पुलिस का “प्रहार”…..ऑनलाइन गेमिंग ब्रांच श्रीलंका,मनाली में संचालित था,ब्रांच में बिहार,झारखंड, राजस्थान व छत्तीसगढ के लड़के काम करते थे,बिलासपुर में ब्रांच शुरू करते ही धरे गए 2 अंतर्राज्यीय शातिर सटोरिए….बेलगहना के फरार विकास अग्रवाल की तलाश जारी…
पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देश पर की जा रही लगातार कार्यवाही
सायबर सेल बिलासपुर व सरकण्डा पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में पकडे गये
अंतर्राज्यीय सटोरिये जिनके बैंक अकांउट व रजिस्टर पर दर्ज है करोड़ो रूपये के हिसाब किताब का रिकार्ड।
रेड्डी अन्ना के पैनल में CRICKETBET99, LASER247, 11XPLAY, PLAY247 आदि ऑनलाइन गेमिंग साइट पर लगते थे दाव।
रेड्डी अन्ना पैनल में 100 से अधिक ऑनलाइन गेमिंग साइट उपलब्ध कराया जाता है जिसमें कस्टमर को Cricket, football, Hockey, Aviator game, Casino, Horse Riding etc. गेम उपलब्ध कराया जाता है।
सटोरियों के कब्जे से बरामद मशरूका
• पासपोर्ट 1 नग जिसमें श्रीलंका का इमीग्रेशन लगा है,
• 04 नग लैपटॉप,
• 27 नग मोबाइल,
• 170 नग से अधिक फर्जी सिम,
• 07 नग बैंक पासबुक,
• 02 नग चेक बुक,
• 19 नग atm कार्ड,
• 20 से अधिक बैंक account में *5 लाख रूपये से अधिक की राशि जिसे होल्ड कराया गया।
•02 नग रजिस्टर जिसमें करोड़ो रूपये का सट्टा का हिसाब किताब दर्ज है।
आरोपियों द्वारा रकम के लेन देन हेतु उपयोग किए गए बैंक खाते में करोड़ो रु का लेनदेन पाया गया है,
बैंक account की जानकारी लेकर अग्रिम कार्यवाही की जावेगी।
दुबई में बैठे हेड ऑफिस से मुख्य संचालक द्वारा व्हाट्सएप नम्बर पर संपर्क कर 25 से 50 लाख में रेड्डी अन्ना का ब्रांच लेकर अंतर्राज्यीय सटोरिया करते थे ऑनलाइन गेमिंग/सट्टा का संचालन।
ब्रांच को कस्टमर टेलीग्राम के माध्यम से प्राप्त होते है जो पैन इंडिया के होते है, जो ब्रांच के व्हाट्सएप नम्बर से संपर्क करते है, कस्टमर को ब्रांच के द्वारा ID दिया जाता है जिसके माध्यम से ऑनलाइन सट्टा में शामिल होते है।
मुनाफे का 65 % हेड ऑफिस को और 35 % ब्रांच को मिलता था।
ब्रांच के लेन देन हेतु फर्जी सिम कार्ड और फर्जी बैंक अकाउंट संचालक द्वारा उपलब्ध कराया जाता था।
बिलासपुर / पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देश पर अवैध गतिविधियों में शामिल लोगो के विरूद्ध बिलासपुर पुलिस द्वारा चलाये जा रहे विशेष अभियान ’’प्रहार’’ में लगातार कार्यवाही की जा रही है इसी कडी में ऑनलाइन बैटिंग प्लेटफाॅर्म ’’रेड्डी अन्ना’’ के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही की गई।
बिलासपुर एवं आस-पास ऑनलाइन गेम के ब्रांच खोलकर रूपये पैसे का हार जीत का दाव लगाकर सट्टा खिलाने की सूचना मुखबीर से प्राप्त होने पर सायबर सेल बिलासपुर व थाना सरकण्डा की संयुक्त टीम द्वारा रेड कार्यवाही कर आरोपी दीपक यादव व संजय जायसवाल को हिरासत में लेकर पुछताछ किया गया। आरोपीयो द्वारा बताया गया कि बिलासपुर ब्रांच का मुख्य संचालक विकास अग्रवाल है हम दोनो उसके लिये काम करते है विकास अग्रवाल ने ही दुबई हेड आॅफिस से संचालित बैटिंग एप ’’रेड्डी अन्ना’’ का पैनल प्राप्त करने वाॅट्सअप के माध्यम से संपर्क कर स्वयं का ब्रांच लेकर श्रीलंका (कोलंबो), मनाली में संचालित कर रहा था। कुछ दिन से बिलासपुर में आकर काम कर रहे थे आरोपीयो के बताये अनुसार उनके कब्जे से ऑनलाइन सट्टा खिलाने में उपयोग आने वाले सामग्री पासपोर्ट 01 नग जिसमें श्रीलंका का इमीग्रेशन लगा है, 04 नग लैपटॉप, 27 नग मोबाइल, 170 नग से अधिक फर्जी सिम, 07 नग बैंक पासबुक, 02 नग चेक बुक, 19 नग ATM कार्ड, 20 से अधिक बैंक Account में 5 लाख रु से अधिक की राशि जिसे होल्ड कराया गया है, 02 नग रजिस्टर जिसमें करोड़ो रूपये का सट्टा का हिसाब किताब दर्ज है जप्त किया गया। आरोपी
दीपक यादव पिता स्व. सुंदर लाल यादव उम्र 25 वर्ष पता वार्ड न. 13 फाॅरेस्ट काॅलोनी बेलगहना थाना कोटा जिला बिलासपुर (छ.ग.) और संजय जायसवाल पिता सुरेश जायसवाल उम्र 30 वर्ष पता बाजार पारा बेलगहना थाना कोटा जिला बिलासपुर (छ.ग.)
जबकि मुख्य आरोपी ब्रांच संचालक विकास अग्रवाल निवासी बेलगहना थाना कोटा जिला बिलासपुर फरार है बिलासपुर पुलिस द्वारा जल्द गिरफ्तार किया जावेगा।
के विरूद्ध थाना सरकण्डा में अपराध क्र- 621/24 धारा 6, 7 छत्तीसगढ जुआ प्रतिशेध अधि. 2022 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड हेतु भेजा गया …
उक्त कार्यवाही में ASP (शहर) उमेश कश्यप, ASP (ग्रामीण/ ACCU अनुज कुमार, प्रभारी ए.सी.सी.यू. निरी. राजेश मिश्रा, थाना प्रभारी सरकण्डा निरी. तोप सिंह नवरंग, उप निरी. अजहररूद्दीन ACCU, उप निरी. अजय वारे (रेंज थाना बिलासपुर), उप निरी. व्यास नरायण बनाफर थाना सरकण्डा प्र.आर. देवमुन पुहुप आर. मुकेश वर्मा, विकास राम, विरेन्र्द गंधर्व, सत्या पाटले, प्रशांत व सायबर सेल एवं थाना सरकण्डा स्टाॅफ की पुलिस अधीक्षक बिलासपुर द्वारा सराहना की गई और बेस्ट पुलिस आफिसर के पुरस्कार हेतु नामित किया गया।