विश्व आदिवासी दिवस:खुलेआम नजर आई तलवारें…..देखिए बोलती तस्वीरें….
बिलासपुर / विश्व आदिवासी दिवस पर निकली रैली पर उत्साहित युवाओ ने अति उत्साह में यह सब भूल गए की तलवार निकालना आर्म्स एक्ट के तहत आता है….जिसमे पुलिस चाहे तो कार्रवाई भी कर सकती है….
लेकिन समाज का कार्यक्रम है शायद इसलिए पुलिस इसमें ज्यादा रूचि नहीं लेती है….दरअसल हम आपको सिम्स चौक के पास की यह तस्वीर दिखा रहे है…जिसमे DJ की धुन पर नाच गाकर युवा वर्ग तलवार लहरा रहे है…हम ज्यादा लिखना नहीं चाहते लेकिन क्या करे बिना लिखे रह भी नहीं सकते…और जो हमने देखा वह लिखा…
और इस तस्वीरो से खासखबर छत्तीसगढ़ किसी समाज को ठेस पहुंचाने की भी मंशा नहीं रखता है..इसलिए इसे कोई भी गलत न समझे .…आप सिर्फ देखिये तस्वीरें…..
क्या कहते है सिविल लाइन थाना प्रभारी प्रदीप आर्य
प्रतीक के रूप में रखा जा सकता है लेकिन लहराया नहीं जा सकता…अगर ऐसा करते है तो यह अपराध की श्रेणी में आता है…
आपको यह भी बता दे की विश्व आदिवासी दिवस पर समाज के कुछ लोगो ने जमकर मारपीट की,यही नहीं चाकू लेकर जान से मारने की कोशिश की…..तस्वीरें देखिये……