शराब आहाता टेंडर मामला:सरकार की शराब बेचेगी और सरकार ही पिलायेगी,शराब का विरोध करने वाले अब पूरे प्रदेश को शराब मय बना रहे है—शैलेश पांडेय
मुनाफ़ाखोर हो गई है बीजेपी सरकार,वोट के समय ही राम याद आते है बीजेपी को,बाकि समय कौन राम !!
बोली लगाने वाले ठेकेदार फॉर्म क्यों नहीं भरे ? क्यों दोबारा टेंडर करना पड़ा ? शराब आहाता टेंडर में क्या खेल हो रहा है ?
बिलासपुर / छत्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार शराब दुकानों के आहाते किराए में चलाएगी और इसके लिए टेंडर एक बार फेल हो चुका है।छत्तीसगढ़ में अब शराब सरकार ही बेचेगी और सरकार ही पिलायेगी।भगवान राम के आदर्शों की बड़ी बड़ी बातें कहने वाली बीजेपी अब मुनाफ़ाख़ोर हो गई है और राम का नाम केवल वोट के लिए ही उपयोग करती है ख़ैर भगवान राम सब देख रहे है।
आहाते का टेंडर क्यों फेल हुआ इसका खुलासा करना चाहिए और ठेकेदारों ने बोली लगाकर ठेका क्यों नहीं लिया इसके पीछे क्या खेल खेला जा रहा है इसका भी खुलासा होना चाहिए। सरकार में आते ही शराब को महँगा किया गया और अब आहाते भी किराए में सरकार दे रही है इसका मतलब हो सकता है दो नंबर की शराब की खपत इस तरीक़े से की जायेगी।
जनता को झूठें वादे करने वाली बीजेपी सरकार हर तरह से पैसा कमाना चाहती है क्योंकि सरकारी राजस्व उसके पास नहीं है वादे तो कर दिये है अब पैसा कहाँ से लाए इसलिए प्रदेश में सरकार ही शराब बेचेगी और सरकार ही शराब पिलाने जा रही है
शराब की नीति का विरोध करने वाली बीजेपी अब ख़ुद शराब में डूब गई है और पूरे प्रदेश को शराब मय बनाने जा रही है प्रदेश की जनता सब देख रही है और इसका जवाब आने वाले समय में ज़रूर देगी।सरकार ने आते ही सभी चीज महँगी कर दी है और हर तरह से मुनाफ़ा कमाना चाहती है।