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सर्राफा व्यवसायी के घर घुसकर हत्या के मामले में पुलिस का खुलासा, व्यापारी के ड्राइवर ने अपने भाई से ही करवाई वारदात, 300 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के सहारे 14 टीमों ने पकड़ा आरोपियों को

5 जनवरी की रात सर्राफा व्यवसायी गोपाल राय सोनी के घर घुस कर उनकी हत्या और उनकी क्रेटा कार लेकर फरार होने के मामले में पुलिस की 14 टीमों के कुल 80 जवानों ने 370 सीसीटीवी के अवलोकन के बाद दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लूटी गई क्रेटा कार को जप्त किया है। वही प्रकरण का एक आरोपी फरार है। मामले में सर्राफा व्यापारी के पूर्व ड्राइवर ने ही प्लानिंग कर अपने सगे भाई और पड़ोसी के साथ मिलकर पूरी वारदात को अंजाम दिया है। पूर्व ड्राइवर का सगा भाई वर्तमान में सर्राफा व्यापारी का ड्राइवर था, जिसके माध्यम से पूरी घटनाक्रम संचालित हुई।

कोरबा। 5 जनवरी की रात कोरबा के सर्राफा व्यवसायी के घर घुसकर अंधे कत्ल के मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया है। 370 सीसीटीवी के अवलोकन के बाद पुलिस की 14 टीमों ने आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपी सर्राफा व्यवसायी का ड्राइवर ही निकला। जिसने अपने भाई और अन्य साथी के साथ घटना को अंजाम दिया था। आरोपियों का मकसद घर से व्यापारी के सराफा दुकान अमृता ज्वेलर्स की चाबी चुराना था, जिससे बाद में दुकान में चोरी किया जा सके। पर व्यापारी द्वारा देख लिए जाने से पकड़े जाने के भय से उनकी हत्या कर दी गई। आज दो आरोपियों को गिरफ्तार कर बिलासपुर रेंज के आईजी संजीव शुक्ला और एसपी कोरबा सिद्धार्थ तिवारी ने मामले का खुलासा किया। मामला सिविल लाईन थाना क्षेत्र के सीएसईबी चौकी अंतर्गत का है।

कोरबा जिले के सीएसईबी चौकी अंतर्गत अमृता ज्वेलर्स के संचालक गोपाल राय सोनी के घर घुसकर 5 जनवरी की रात अज्ञात हमलावरों ने धारदार हथियार से हत्या कर दी थी। इसके साथ ही उनकी पोर्च में खड़ी सफेद रंग की हुंडई क्रेटा कार लेकर फरार हो गए थे। हादसे के वक्त सर्राफा कारोबारी के बेटे अपनी दुकान पर थे। वही घर पर व्यापारी और उनकी बीमार पत्नी थी। हादसे की सूचना मिलते ही घायल व्यापारी गोपाल राय सोनी के पुत्र नचिकेता राय सोनी रात लगभग 10 बजे घर पहुंचे। तब उनके घर के पोर्च में खड़ी हुई सफेद रंग की हुंडई क्रेटा कार गायब थी और घर का दरवाजा बाहर से बंद था। दरवाजे की कुंडी खोलकर जब नचिकेता राय अंदर पहुंचे तो देखा कि उनके पिता गोपाल राय सोनी घायल अवस्था में लहूलुहान बेहोश फर्श पर पड़े थे और शरीर से अत्यधिक रक्तस्राव होने के कारण फर्श पर बहुत सारा खून फैला था और घर का सामान अस्त–व्यस्त बिखरा पड़ा था। वह अपने पिता गोपाल राय सोनी को इलाज के लिए अस्पताल लेकर गए पर डॉक्टरों ने उन्हें परीक्षण उपरांत मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही कोरबा एसपी सिद्धार्थ तिवारी तत्काल फॉरेंसिक और डॉग स्क्वायड की टीम को लेकर मौके पर पहुंच गए थे। जिले में चारों तरफ नाकेबंदी कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई।

मृतक सर्राफा कारोबारी गोपाल राय सोनी के पुत्र नचिकेता राय सोनी ने मामले की रिपोर्ट 5 जनवरी को ही रात 11:40 मिनट को सीएसईबी चौकी में दर्ज करवाई थी। अपनी रिपोर्ट में उन्होंने घटना का उल्लेख करते हुए बताया कि रात 10 बजे जब वह घर पहुंचे तब पोर्च में उनकी हुंडई क्रेटा कार नहीं थी। उन्होंने अपने ड्राइवर आकाश पुरी गोस्वामी को फोनकर गाड़ी कहां है पूछा तब ड्राइवर ने फोन पर बताया कि चाबी घर में जहां रखता था वही रखकर घर आ गया हूं। जिससे स्पष्ट हुआ कि आरोपी हत्याकांड को अंजाम देने के बाद गाड़ी लेकर फरार हो गए हैं। प्रार्थी नचिकेता राय सोनी की रिपोर्ट पर सीएसईबी चौकी में धारा 103 (1) ,307,309,(4),332(क),333 बीएनएस का अपराध दर्ज किया गया। जिसे बाद में सिविल लाइन थाने में नंबरी अपराध क्रमांक 12/2025 पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

शहर के बीचो-बीच घटित इस नृशंस हत्याकांड के खुलासे के लिए कोरबा एसपी सिद्धार्थ तिवारी द्वारा आईजी संजीव शुक्ला को सूचना देते हुए भारतीय पुलिस सेवा तथा राज्य पुलिस सेवा संवर्ग के दो-दो तथा अराजपत्रित पुलिस अधिकारी– कर्मचारी वर्ग के 80 पुलिस कर्मियों की 14 टीमें बनाई। सभी को अलग-अलग कामों में लगाया गया। इन टीमों में एडिशनल एसपी यूबीएस चौहान के अलावा आईपीएस रविंद्र कुमार मीणा, दर्री सीएसपी आईपीएस विमल पाठक, सीएसपी कोरबा भूषण एक्का के नेतृत्व में टीमें बनाई गई थी। जिसका सुपरविजन खुद एसपी सिद्धार्थ तिवारी करते थे। बिलासपुर रेंज आईजी संजीव शुक्ला ने भी घटनास्थल पहुंचकर दौरा किया था और आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे।

370 सीसीटीवी के अवलोकन से पकड़ाए संदेही:–
पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के अलावा शहर से बाहर आने जाने वाले 370 सीसीटीवी कैमरों का फुटेज ले अवलोकन और विश्लेषण किया। मुखबिर तंत्र को भी एक्टिव किया गया। इसी बीच मुखबिर से सूचना मिली कि कुंआभाटा निवासी मोहन मिंज के हाथ में चोट लगी है। और उसकी चाल ढाल तथा कदकाठी भी सीसीटीवी में देखे गए संदेही से मिलती-जुलती है। जिस पर उसे हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया पर वह शुरुआत में घटनास्थल पर उपस्थित होने से इनकार करता रहा। मोहन मिंज के द्वारा बताया गया कि बाएं हाथ की बीच की उंगली में टाइल्स काटते समय धोखे से कट गया परंतु कब कहां टाइल्स का काम कर रहा है जब पुलिस ने यह पूछा तो वह कोई जवाब नहीं दे सका। लगातार पूछताछ में मोहन मिंज अपने बयान बदल रहा था और बयानों की तस्दीक में भी उसके बयान झूठे निकल जा रहे थे। इसके बाद सख्ती से पूछताछ में वह टूट गया और अपनी संलिप्ता स्वीकार करते हुए बताया कि उसके मोहल्ले कुआंभाटा में रहने वाले गोपाल राय सोनी के पूर्व ड्राइवर सूरजपुर गोस्वामी के प्लानिंग के आधार पर उन्होंने घटना को अंजाम दिया है। सूरजपुर गोस्वामी ने उसे बताया था कि गोपाल राय सोनी की दुकान में हम चोरी कर सकते हैं। मेरा भाई आकाश पुरी गोस्वामी अभी गोपाल राय सोनी के यहां ड्राइवर है। उसकी मदद से सेठ के दुकान अमृता ज्वेलर्स की चाबी यदि मिल जाए तो हम लोगों को दुकान से खूब सारा सोना चांदी रुपया पैसा मिल जाएगा। इसके बाद प्लानिंग कर घटना को अंजाम दिया गया।

आईजी,एसपी ने किया खुलासा:–

बिलासपुर रेंज आईजी संजीव शुक्ला और एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने आज पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि सबसे पहले संदेही मोहन मिंज को उठाया गया। उससे पूछताछ में पूरे मामले का खुलासा हो गया और आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है। मामले में वर्तमान में दो आरोपी आकाश गिरी गोस्वामी और मोहन मिंज को गिरफ्तार कर हत्या के बाद लूटी गई हुंडई क्रेटा कार और मोबाइल जब्त किया गया है। जबकि एक आरोपी सूरज गिरी गोस्वामी फरार है जिसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

इस तरह बनी आरोपियों की प्लानिंग:–

मोहन मिंज ने पूछताछ में बताया कि उसके मोहल्ले कुंआ भठ्ठा का रहने वाला सूरज पुरी गोस्वामी जो पहले गोपाल राय सोनी की गाड़ी चलाता था वह परिचित है। उसने एक दिन बोला कि प्लान करके गोपाल रॉय सोनी के यहां चोरी करते है और अभी गोपाल राय सोनी के यहां उसी का भाई आकाश ड्रायवरी करता है, वह भी मद्द करेगा। अगर सेठ के दुकान की चाबी मिल जाये तो हम लोगों को खुब सारा सोना-चांदी, रूपए पैसे मिल जायेंगा लेकिन दुकान की चाबी सेठ अपनी अटैची में लेकर चलता है। लगभग 01 महीने पहले सूरज ने अपने भाई आकाश से भी मिलवाया और आकाश बोला कि जब सेठजी अकेले घर में रहेगें और नचिकेता भईया बाहर चले जायेगें तब मैं खबर कर दूंगा आप लोग डरा धमका कर चाभी ले लेना और एस.एस. प्लाजा स्थित सेठ जी की दुकान अमृता ज्वेलर्स से चोरी करेगें तो बहुत सारा सोना-चांदी मिल जायेगा। सूरज और आकाश की योजना के अनुसार हम लोग प्लानिंग कर रहे थे कि 5 जनवरी को आकाश ने सूरज के माध्यम से खबर दी तब यह नीला जिंस शर्ट और ग्रे कलॅर का जैकेट पहनकर चेहरा छिपाने के लिए मंकी कैप लगाकर सेठ के घर के बगल में जहाँ निर्माण कार्य चल रहा है, सूरज के साथ छिपकर बैठे थे इस बीच आकाश ने फोन करके बताया कि अभी घर में सेठ और सेठानी ही हैं जिस पर घर में दिवार के सहारे उतरकर गोपाल राय सोनी के घर कमरें में गये । हम लोगों की योजना थी कि अटैची में रखी चाभी लेकर भाग जायेगें लेकिन सेठ गोपाल राय सोनी उस समय अपनी पत्नि के कमरे मे थे उन्हे आता देखकर हम लोग छिप गए और सेठजी के हॉल के भीतर बने मंदिर तरफ आने पर सूरज पुरी गोस्वामी ने सेठजी को धकेल दिया फिर हम लोगो ने सेठजी को मिलकर दबोचने का प्रयास किये लेकिन सेठ के बीच बचाव करने पर सूरज ने अपने साथ रखे चाकू से अंधाधुंध वार करना शुरू कर दिया सूरज के ताबड़ तोड़ चाकू चलाने से मेरी बायें हाथ की बीच वाली उंगली में गहरी चोट आ गयी और सेठ जी भी घायल होकर नीचे फर्श पर गिर पड़े फिर हम लोग डर गये इस बीच आकाश ने फोन किया कि तुम लोग जल्दी भागो नही तो पकड़े जाओगें। भागते समय आंटी का मोबाईल मैनें (मोहन) तथा सेठ जी का मोबाईल अटैची और डीवीआर लेकर सूरज कमरे के बाहर आयें और गैरेज में रखी सेठ जी की क्रेटा कार जिसें सूरज चला रहा था और मैं बैठा था निकलकर घटना स्थल से राताखार होते हुए बालको गये फिर गाड़ी खड़ा करके अपने-अपने घर आ गये।

आरोपी मोहन के मेमोरण्डम पर घटना में प्रयुक्त उसका मोबाईल, सेठ जी की पत्नि से छीना गया मोबाईल बरामद किया गया। घटना समय को मोहन द्वारा पहना गया स्पोर्ट शू, जिन्स शर्ट, मास्क, मंकी कैप जप्त किया गया षडयंत्र में शामिल आकाश पुरी गोस्वामी (मृतक के वर्तमान चालक) से पूछताछ की गई जिस पर वह अपने आप की संलिप्ता से इंकार करता रहा परंतु मोहन मिंज के साथ आमना-सामना कराने पर आकाश पुरी गोस्वामी ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए घटना में प्रयुक्त अपना एवं एक अन्य बटनदार मोबाईल बरामद कराया । आरोपी सूरज पुरी गोस्वामी की तलाश करने पर घर मे नही मिला संभवतः पुलिस कार्यवाही की भनक लगते ही फरार हो गया है जिसकी पतासाजी के लिए पुलिस की अलग-अलग टीमें उसकी पतासाजी कर रही है।

प्रकरण के गिरफ्तार आरोपी:–

  1. आकाश गिरी गोस्वामी पिता जगदीश पुरी गोस्वामी उम्र 24 वर्ष निवासी मकान नं 107, कुआभट्ठा चौकी मानिकपुर थाना कोतवाली जिला कोरबा।
  2. मोहन मिंज पिता गोपाल मिंज उम्र 23 वर्ष निवासी कुआभठ्ठा चौकी मानिकपुर थाना कोतवाली जिला कोरबा।

फरार आरोपीः-

  1. सुरज गिरी गोस्वामी पिता जगदीश पुरी गोस्वामी उम्र 28 वर्ष निवासी मकान नं 107, कुआभट्ठा चौकी मानिकपुर थाना कोतवाली जिला कोरबा।

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