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336 शिक्षकों की काउंसलिंग, पद रिक्त नहीं होने से 35 शिक्षकों के नाम भेजे गए राज्य स्तर पर,धांधली के आरोप भी

संभाग स्तरीय युक्तियुक्तकरण की काउंसलिंग संपन्न हुई। इसमें 336 शिक्षकों को काउंसलिंग के बाद पदस्थापना दी गई। पद रिक्त नहीं होने पर 35 शिक्षकों के नाम राज्य स्तरीय काउंसलिंग के लिए भेजा गया है। वहीं काउंसलिंग में वरिष्ठता का ध्यान नहीं रखने,विषय बदलने और पद छुपाने के आरोप लगते रहें।

बिलासपुर। संभाग स्तर पर युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया बिलासपुर संभाग में पूरी कर ली गई है। इसमें जिला स्तर पर पोस्टिंग नहीं पाए 336 अतिशेष शिक्षकों की काउंसलिंग की गई। काउंसलिंग पश्चात इन्हें पोस्टिंग दी गई। वहीं पद रिक्त नहीं होने से 35 शिक्षकों के नाम राज्य स्तर पर काउंसलिंग के लिए भेजा गया। काउंसलिंग में सात शिक्षक अनुपस्थित रहे और तीन ने असहमति जताई। वहीं युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया में धांधली,पद छुपाने और विषय बदलने के आरोप लगते रहे।

संभाग स्तर की युक्तियुक्तकरण की काउंसलिंग प्रक्रिया उसलापुर ओवरब्रिज के पास स्थित पद्माक्षी ग्लोबल स्कूल में शनिवार को पूरी हुई। इस दौरान संभाग भर के 336 अतिशेष शिक्षकों की काउंसलिंग हुई। यहां संभाग स्तरीय प्रधान पाठक,पूर्व माध्यमिक शाला, शिक्षक व्याख्याता, ई व टी संवर्ग की काउंसलिंग संपन्न हुई। वरीयता क्रम निर्धारित कर इसके लिए काउंसलिंग करवाई गई। वरीयता क्रम में पहले ऐसे शिक्षकों को प्राथमिकता दी गई जिनकी सेवानिवृति आयु दो साल या उससे कम हो। इसके बाद महिला शिक्षिकाएं,शासन से मान्यता प्राप्त शिक्षक संगठनों के पदाधिकारियों को रखा गया था।

काउंसलिंग में 336 शिक्षक उपस्थित रहें,सात अनुपस्थित रहे और तीन ने असहमति जताई। पद रिक्त नहीं होने पर कॉमर्स के 13,रसायन के 15, व्यावसायिक के 5 और गृहविज्ञान के 2 पदों कुल 35 पद को राज्य स्तर पर काउंसलिंग के लिए भेजा गया है। सुबह 9 से दोपहर दो बजे तक ई संवर्ग के लिए और दोपहर 2.30 बजे से शाम 4.30 बजे तक टी संवर्ग के शिक्षक व व्याख्याताओं की काउंसलिंग हुई। काउंसलिंग शुरू होने पर विलंब के चलते यह रात भर चलता रहा।

जांजगीर के शिक्षकों ने किया विरोध:–

काउंसलिंग में पहुंचे जांजगीर शिक्षक नेताओं ने काउंसलिंग का विरोध करते हुए नारेबाजी की। पद छुपाने का आरोप लगा नेताओं ने हंगामा मचाया। यहां कई शिक्षक ऐसे थे जिन्होंने विषय बदलने का आरोप भी लगाया। सक्ती जिले की अंग्रेजी की महिला व्याख्याता ने विषय बदलने का आरोप लगाया।

9 बजे से ही आ गए थे संभाग के शिक्षक:–

संभाग के अतिशेष शिक्षक सुबह 9 बजे से ही काउंसिलिंग स्थल पर पहुंच गए थे। अधिकांश चारपहिया गाड़ियों में परिवार सहित आए थे। इस बार परिजनों को भीतर जाने नहीं दिया गया। शिक्षकों के लिए विषयवार वेटिंग रूम बनाया गया था। यहां बारी आने पर उसे स्कूल के काउंसिलिंग हाल में बुलाया जा रहा था।

प्रतिबंध के बाद भी मोबाइल लेकर पहुंचे शिक्षक:–

काउंसिलिंग के दौरान हाल में मोबाइल लाने पर प्रतिबंध लगाया गया था। बावजूद इसके अधिकांश शिक्षक मोबाइल लेकर पहुंचे। फोटोग्राफी करने पर जरूर मनाही थी। काउंसिलिंग स्थल पर केवल अतिशेष शिक्षकों को ही प्रवेश दिया गया।

पूर्व माध्यमिक शालाओं के 225 अतिशेष शिक्षक:–

पूर्व माध्यमिक शालाओं के 225 अतिशेष शिक्षक रहे। इनमें कला के 158, हिंदी के 29,विज्ञान के 30,गणित के 8 शामिल रहे।

47 ई-संवर्ग के शिक्षक व व्याख्याता:–

ई संवर्ग के 47 शिक्षक व व्याख्याताओं का नाम सूची में था। इनमें भौतिक के 5,रसायन के 11,वाणिज्य के 21,जीव विज्ञान के 7 और गणित के 3 शामिल थे।

हाई व हायर सेकेंड्री स्कूलों में व्याख्याता के 43 पर रिक्त:–

हाईस्कूल व ​हायर सेकंडरी स्कूलों में संभाग स्तरीय व्याख्याता के 43 रिक्त पद थे। इनमें भौतिक के 4, रसायन के 11,वाणिज्य के 21, जीव विज्ञान के 7 शामिल थे। इसी तरह अतिशेष में व्याख्याता टी संवर्ग की सूची में कुल 16 शिक्षक रहे। इनमें वाणिज्य संभाग के 12,जीव विज्ञान के 1, अर्थशास्त्र के 2 व राजनीति शास्त्र के 1 शिक्षक रहे।

आधे घंटे देर से जॉइन करने वाले का नाम अतिशेष में:–

बिल्हा ब्लॉक के प्राथमिक शाला उरैयापारा नग़ोई में सहायक शिक्षक कुलदीप सलूजा व तृप्ति चंदेल ने एक ही दिन शाला में जॉइन किया था। कुलदीप सलूजा के अनुसार उसने सुबह 11 बजे और तृप्ति चंदेल 11.30 बजे जॉइन किया था। उम्र भी कुलदीप की अधिक है, इसके बावजूद तृप्ति चंदेल को बचाकर कुलदीप को अतिशेष में लाया गया।

वरिष्ठ होने के बावजूद अतिशेष में नाम:–

प्राथमिक शाला नगोई संकुल खपरी तखतपुर में पुष्पलता शुक्ला वरिष्ठ हैं। उन्होंने 4 अगस्त 2007 को जॉइन किया था। उनसे सालों बाद 10 जून 2021 को जॉइन करने वाले शिक्षक को छोड़कर उन्हें अतिशेष बता दिया गया। एक दिन पहले उनका नाम नहीं था। काउंसिलिंग के दौरान अचानक नाम जोड़ दिया गया। दावा-आपत्ति करने पर सुनवाई नहीं हुई।

रिक्त पदों की जानकारी में खेल करने का आरोप:–

मस्तूरी विकासखंड के मानिकचौरी प्राइमरी स्कूल में छात्रों की संख्या 318 है। यहां पर तीन सहायक शिक्षक हैं। यहां एक भी रिक्त पद नहीं बताया गया है। वहीं उसी संकुल में शासकीय प्राथमिक शाला रहटाटोर में छात्रों की संख्या 171 है। इसमें तीन सहायक शिक्षक हैं, जहां सहायक शिक्षक के 3 रिक्त पद प्रदर्शित कर काउंसिलिंग से भरने के लिए दिखाया गया।

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