“वन वे” होने से ट्रैफिक समस्या तो नही लेकिन व्यापारी जरूर हो रहे परेशान…. बोले धंधा तो पहले से ही मंदा था अब और फर्क आ जाएगा
बिना अनुमति के लिया ट्रैफिक विभाग ने एकतरफा निर्णय
शाम 4 बजे से रात 10 बजे तक वन वे पर चार पहिया और तीन पहिया वाहनों पर लगा प्रतिबंध
बिलासपुर । सिटी कोतवाली से लेकर सदर बाजार तक वन वे कर दिया गया है। इससे जनता को ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिल रही है लेकिन व्यापारी बहुत ज्यादा परेशान नजर आ रहे है।
जिला प्रशासन,नगर निगम और पुलिस विभाग ने मिलकर गोल बाजार और सदर बाजार के व्यापारियों के पीठ पर छुरा मार दिया है। व्यापारियों के बिना अनुमति के वन वे करने का निर्णय लिया था। जिसमे सभी लोगो ने मिलकर नाराजगी जताई है।हालाकि यह निर्णय नवरात्र और दशहरा पर्व को देखते हुए किया गया है। ताकि ट्रैफिक जाम की समस्याओं से व्यापारियों और ग्राहकों मुक्ति मिल सके।
बता दे की सिटी कोतवाली चौक से गोल बाजार जाने के लिए चार पहिया और तीन पहिया वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। वही सिम्स चौक से लेकर सिटी कोतवाली चौक तक जाने के लिए सिर्फ कार और बाइक को जाने की अनुमति दी गई है। जबकि आटो और तीन पहिया वाहन को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है। इससे बाजार के बीच में ट्रैफिक जाम की समस्या नही होगी। और खरीदारी करने आए ग्राहकों को भीड़ की समस्याओं से न जूझना पड़े। यही सोचकर ट्रैफिक विभाग ने दोनो तरफ जवानों को तैनात किया गया है जो शाम 4 बजे से लेकर रात 10 बजे तक ड्यूटी कर रहे है। हालाकि इसके होने से ट्रैफिक जाम की स्थिति निर्मित नही हो रही है लेकिन फिर भी इसमें ग्राहक और व्यापारी वर्ग के लोग बहुत ज्यादा परेशान है। जिनका मानना है की ग्राहक दूर से ही वापस चले जा रहे है। कार वाले ग्राहक और नियमित ग्राहकों से कोई समस्या नही है लेकिन ऐसे कई ग्राहक भी है जो कभी कभी आते है। और बिना अंदर आए बाहर से ही चले जा रहे है। इससे नुकसान हो रहा है।
वन वे करने का निर्णय किसका
गोल बाजार शुरू से ही भीड़ भाड़ वाला एरिया रहा है और त्योहारों के समय तो सबसे ज्यादा भीड़ यही रहती है। जिसके कारण घंटो ट्रैफिक जाम हो जाता है। इसलिए इसका निर्णय प्रशासन ने खुद लिया और त्योहार तक इसकी व्यवस्था इसी तरह से की गई है।इसके लिए खुद ट्रैफिक विभाग जिम्मेदार है।
सिम्स चौक के व्यापारी संस्कार सोनी का कहना है की वन वे होने से बहुत ज्यादा समस्या हो रही है। ग्राहक नही आ रहे है। पहले की अपेक्षा अब ग्राहकों की संख्या कम हो चुकी है।
जिनको पैदल आना है वो आ जायेंगे लेकिन जिनको आटो या फिर अन्य किसी साधन से आना है तो वो लोग बाहर से ही लौट जा रहे है,इससे ग्राहकी पूरी तरह से मार खा रही है। अगर यही हाल रहा तो आने वाले त्योहारों में मार्केट खराब हो जायेगा और धंधा बर्बाद हो जाएगा क्योंकि यही समय रहता है व्यापारियों के कमाने का।
बता रहे है की एक समय था जब गोल बाजार सदर बाजार में मार्केटिंग करने लोग दूर दूर से पहुंचते थे,लेकिन अब शहर में चारो तरफ मार्केट बन चुका है जिसके कारण ग्राहकी कम हो चुकी है और ऊपर से इस तरह का फरमान जारी करके वाहनों के आवागमन पर रोक लगाना और
वन वे करना समझ से परे है।
होटल व्यवसाई अर्पित केशवरवानी का कहना है की निश्चित ही यह निर्णय एकदम गलत है,प्रशासन को पहले सेंट्रल पार्किंग की व्यवस्था करनी चाहिए और व्यवस्थित मार्केट करना चाहिए,चूंकि गोल बाजार और सदर बाजार पहले से ही मार्केट खतम हो चुका है। उसे और बर्बाद करने में प्रशासन ने किसी तरह की कोई कमी नही की है। इस मामले में प्रशासन को पहले अच्छी व्यवस्था करनी चाहिए उसके बाद यह कदम उठाना चाहिए और इस निर्णय में किसी से सहमति भी नही ली गई है।
ट्रैफिक डीएसपी संजय साहू ने कहा कि व्यापारियों के हित में यह निर्णय लिया गया है,इससे ट्रैफिक जाम नही होगा और ग्राहकों को भी आने जाने में सुविधा मिलेगी,इसी कारण सिर्फ त्योहार पर यह आदेश जारी किया गया है।ताकि बाजार में घंटो जाम की स्थिति न बने और यातायात सुचारू रूप से चलते रहे।