शराब भट्टी खुलने से महिलाएं और छात्राएं सुरक्षित नहीं,या तो भट्टी हटा दो या फिर स्कूल हटा दो….उमेश बोले, कमीशन लेकर काम करने के कारण वार्ड का विकास नहीं हुआ..योजनाएं अंतिम व्यक्ति तक नहीं पहुंच पा रहा

निर्दलीय पार्षद रहकर भी करूंगा वार्ड का विकास कार्य
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा सफल नहीं है वार्ड में
बिलासपुर। वार्ड नंबर 36 बसंत भाई पटेल से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले उमेश चंद्र कुमार का कहना है कि जो भी सामने होगा उसे चुनाव में हराऊंगा।मधुबन में शराब भट्टी होने से महिलाएं और स्कूली की छात्राएं सुरक्षित नहीं है।सरकार या तो स्कूल हटा दे या फिर शराब भट्टी हटा दे।
प्रेस क्लब में मीडिया से बात करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी उमेश चंद्र कुमार जो इस समय वार्ड नंबर 36 बसंत भाई पटेल से चुनाव लड़ रहे है उनका कहना है कि मैं शराब भट्टी का विरोधी नहीं हूं। बल्कि बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ के साथ हूं।मधुबन में शराब भट्टी खुलने से महिलाएं एवं स्कूल की छात्राएं सुरक्षित नहीं है।
यही कारण है कि आज शराब भट्टी हटाने के लिए सामने आना पड़ा।और अगर शराब भट्टी हटाने के लिए सड़क पर उतरनकर आंदोलन भी करना पड़ा तो वो भी करूंगा लेकिन सरकार को जगा कर रहूंगा।

महिलाएं और बेटियों को बचाने लड़ाई जारी
उमेश चंद्र कुमार ने कहा कि वार्ड 36 में जिस तरह से शराबियों की वजह से महिलाएं सुरक्षित नहीं है।उससे वार्ड में रहने वालो के बीच काफी दहशत का माहौल बना हुआ है।महिलाएं जब आकर बोली तक यह लड़ाई शुरू की गई।और यह लड़ाई जारी रहेगी।चाहे इसके लिए धरना प्रदर्शन क्यों न करना पड़े या फिर रायपुर तक क्यों न कुच करना पड़े।
चुनाव का हो सकता है बहिष्कार
उमेश चंद्र कुमार बोले,की वार्ड से शराब भट्टी नहीं हटाया गया तो वार्ड की महिलाएं और छात्राएं चुनाव का बहिष्कार करने के लिए सामने आएगी।क्योंकि स्कूली छात्राओं के साथ छेड़खानी की घटना होती है।जिसके कारण कई लोग स्कूल नहीं जाते है।
शराब भट्टी हटा दो या फिर स्कूल हटा दो
उमेश चंद्र कुमार बोले कि मेरी मांग है कि या तो शराब भट्टी हटा दो या स्कूल हटा दिया जाए।क्योंकि शराबी नशे में धुत्त होकर महिलाओं और छात्राओं से छेड़खानी करते है।यहां तक सुबह से लेकर रात तक आना जाना लगा रहता है।लेकिन लोग दहशत में रहते है।
शराब भट्टी,राजस्व और सरकार का विरोधी नहीं,सिर्फ भट्टी हटाने की मांग
निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले उमेश का कहना है कि सरकार के राजस्व विरोधी नहीं हूं न शराब भट्टी का विरोधी हूं बल्कि शराब भट्टी हटाने की मांग की जा रही है।
वार्ड 36 का विकास नहीं हुआ,कमीशन लेकर किया जा रहा काम
उमेश ने कहा कि वार्ड में विकास बिल्कुल नहीं हुआ है बल्कि विकास के नाम पर धोखा किया गया है। पिछले डेढ़ महिने में कतियापारा समेत कई जगहों का भ्रमण करके पता की वार्ड में अस्त व्यस्त पड़ा हुआ है।पार्षद के लोग कमीशन लेकर कार्ड बनवाते हैं100 से लेकर 2000 तक कमीशन लेते है जिसके कारण आमजनता परेशान है। सरकार की योजनाएं अंतिम व्यक्ति तक नहीं पहुंच पा रही है।योजनाएं के लिए लोग तरस रहे है।
उमेश बोले तीन महिलाओं हुई परेशान
उमेश ने आरोप लगाकर कहा कि वार्ड में रहने वाली प्रीति गढ़ेवाल,लक्ष्मी गढ़ेवाल और एक महिला को उनके पति की मृत्यु होने के बाद भी सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं दिया गया है।
परिसीमन होने के बाद वार्ड तीन टुकड़ों में बदला
परिसीमन होने के बाद वार्ड तीन टुकड़ों में बदला है।इसमें एक वार्ड 41,38 और 36 शामिल है जो मिलकर वार्ड 36 बना है। अब चूंकि चुनाव में उतरने का अवसर मिला है तो मिलकर लड़ाई लडूंगा और वार्ड के विकास में किसी तरह की कोई कमी नहीं करूंगा।उन्होंने यह भी बोला कि पार्टी की लड़ाई नहीं बल्कि विचारधारा की लड़ाई है सामने जो भी होगा उसे जरूर हराऊंगा और जरूर जीतूंगा