सोशल मीडिया में शिक्षा विभाग के अंतर्गत फर्जी नियुक्ति की मेरिट सूची जारी, डीईओ ने थाने में की शिकायत
शिक्षा विभाग में विभिन्न पदों पर भर्ती की फर्जी चयन सूची सोशल मीडिया में वायरल हो गई जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवा जांच की मांग की है।
बिलासपुर। सोशल मीडिया में शिक्षा विभाग के अंतर्गत फर्जी नियुक्ति की मेरिट सूची जारी करने के मामले में जिला शिक्षा अधिकारी थाने में शिकायत दर्ज करवाया है। फर्जी नियुक्ति की मेरिट सूची वायरल होने पर विभाग की छवि खराब होने की बात कह डीईओ ने थाना प्रभारी सिविल लाइन को पत्र सौंपा है। पत्र के साथ सोशल मीडिया में वायरल चयन सूची भी जारी की गई है।
शिक्षा विभाग में चार माह पहले विज्ञापन निकालकर विभिन्न पदों पर भर्तियां की गई थी। जिसके बाद कोई भी भर्ती का विज्ञापन विभाग से नहीं निकला है और न ही कोई भर्ती प्रक्रिया विभाग में लंबित है। इसके बावजूद इंटरनेट मीडिया में जिला परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा के लेटर हेड से 44 विभिन्न पदों पर भर्ती की पात्रता सूची वायरल हुई है। इसमें कुछ लोगों को दस्तावेज अपूर्ण बता उन्हें अपात्र बताया गया है।
सूची वायरल होते ही डीईओ अनिल तिवारी को भी यह मामला संज्ञान में आया। उन्होंने इसकी तस्दीक करवाई। तब संबंधित अधिकारियों ने ऐसा कोई भी आदेश जारी नहीं करना बताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे आदेश में किए गए दस्तखत को फर्जी बताया। जिसके बाद डीईओ अनिल तिवारी ने थाना प्रभारी सिविल लाइन को इसकी शिकायत आज दर्ज करवाई है।
अपनी शिकायत में जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया हैं कि शासकीय लेटर हेड से सभी प्राचार्यों के नाम से पत्र वायरल हो रहा है,जिसमें सीधी भर्ती द्वारा की जा रही मेरिट सूची संलग्न है। वायरल पत्र में जिला परियोजना अधिकारी का फर्जी हस्ताक्षर है।
डीईओ ने लिखा है कि शिक्षा विभाग के अंतर्गत वर्तमान में किसी भी प्रकार की नियुक्ति नहीं की जा रही है तथ वायरल पत्र पूर्णतः फर्जी है। आशंका है कि कतिपय असमाजिक तत्वों के द्वारा किसी साजिश के तहत विभाग की छवि धूमिल करने का कुत्सित प्रयास है। इसलिए शिक्षा विभाग में नियुक्ति संबंधी फर्जी मेरिट सूची को जांच पड़ताल कर कार्यवाही करें।