बने रहो पगला काम करेगा अगला….ये लोगो से कहते फिरते है पटवारी साहब….और सहायक बनते है तुर्रम खां….कहते है मेरा तो चीफ सेकेट्री से है सीधा संबंध…
एक सवाल गैर सरकारी सहायक पटवारी को तनख्वाह कौन और कहाँ से देता है?
ख़ासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर। तो दोस्तों रोज की तरह हमने आज भी एक नया कालम खोज निकाला है..सोच तो रहे थे की अब नहीं लिखते,लेकिन क्या करे कुछ पटवारी मजबूर कर देते है…ताकि हम उनके लिए कुछ लिखे….दरसल आज अवकाश के दिन भी एक पटवारी साहब ने काम करने का संकल्प लिया और फिर क्या था आ गए कार्यालय और गैर सरकारी सहायकों नें मिलकर कार्यालय भी खोल दिया।
जग जाहिर है कि पटवारी को मां लक्ष्मी जी का वरदान है कि उसका कार्यकाल हमेशा धन लाभ देने वाले अमीर गरीब ग्राहकों से गुलजार होगा।
इत्तेफाक से आज हमारी टीम भी एक मस्त मौला पटवारी साहब के कार्यालय पहुँच गए। हमारे एक साथी को भी काम था। पटवारी साहब हमें पहचानते नहीं थे।
धन लाभ देने वाले ग्राहकों का काम किया जा रहा था। पटवारी सहायक भी काम में मशगूल थे।
अचानक पटवारी साहब एक डायलॉग बोल पड़े बोल भी ऐसा कि हमारे पैरों तले जमीन खिसक गई डायलॉग था।
बने रहो पगला काम करेगा अगला….
हमनें सोचा सच है आजकल तो चल ही यही रहा है इसमें गलत क्या है!
फिर थोड़ी देर बाद एक और सख्स पटवारी कार्यालय आए और आते ही बोले… राम राम बोलोगे तो काम हो जाएगा!
हमें एक पल को लगा कि राम राज्य आ गया शायद ….लेकिन थोड़ी देर बाद पता चला कि गैर सरकारी पटवारी सहायक का नाम “राम” जो कभी सेना का जवान था अब पटवारी सहायक है….खैर ये सब तो होते रहता है लेकिन सवाल ये है की जब सहायक इतने ज्यादा रसूखदार है तो फिर यहाँ क्या कर रहे है…सबसे बड़ी बात यह भी है की निजी सहायक तुर्रम खाँ बने हुए थे…जो ये भूल गए थे की आखिर किसके सामने क्या बात करना है….