SDOP ने रक्तदान कर बचाई युवक की जान…..दी मानवता की मिशाल…..फिर बोले “रक्तदान महादान”

जिला अस्पताल जाकर किया रक्तदान, पीड़ित मरीज से मिलकर बंधाया ढांढस
जीपीएम। वैसे बहुत कम लोग होते है को अपना खून पहले देते है। और अगर कोई ऐसा कर दे तो फिर उसे बड़ा दानदाता कोई नहीं है। और वैसे भी एक कहावत है कि “रक्तदान महादान” यह कहावत बिल्कुल सही है जब कोई किसी की मदद करता है और खासकर उस वक्त जब उसको मदद की जरूरत होती है।ऐसा ही
एक मामला आज नजर मे आया जो चर्चा का विषय बना हुआ है।
दरअसल जिला अस्पताल गौरेला पेंड्रा मरवाही में गंभीर रूप से पीड़ित एक युवक की जान बचाने के लिए मरवाही के SDOP दीपक मिश्रा ने रक्तदान करके मानवता की मिसाल कायम की है। पुलिस अधिकारी के इस मानवीय चेहरे की सर्वत्र चर्चा एवं प्रशंसा हो रही है।
देशभक्ति और जनसेवा पुलिस का आदर्श वाक्य है और इस आदर्श वाक्य को चरितार्थ कर दिखाया है गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के मरवाही अनविभाग में पदस्थ युवा पुलिस अधिकारी दीपक मिश्रा ने। सोशल मीडिया के जरिए अनविभागीय अधिकारी पुलिस मरवाही दीपक मिश्रा को यह जानकारी मिली कि जिला चिकित्सालय गौरेला पेंड्रा मरवाही में शंकर कुशवाहा नाम का एक युवा मरीज भर्ती है उसे खून की जरूरत है। इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस अधिकारी दीपक मिश्रा स्वप्रेरणा से सीधे जिला चिकित्सालय पहुंचे एवं वहां चिकित्सकों से संपर्क करके भर्ती मरीज शंकर कुशवाहा के लिए एक यूनिट रक्त का दान किया तथा उसकी जान बचाई। ऐसी खबरें राहत देने वाली खबर होती है खासकर तब जब अक्सर पुलिस विभाग के बारे में नकारात्मक खबरें आती रहती है परंतु मरवाही के इस पुलिस अधिकारी दीपक मिश्रा के मानवता की सेवा करने के उद्देश्य से किए गए रक्तदान से यह संदेश जाता है कि पुलिस के खाकी वर्दी के बीच पीछे भी एक इंसान होता है जो आम लोगों की तरह संवेदनशील होता है। बहरहाल मरवाही के एसडीओपी दीपक मिश्रा द्वारा किए गए रक्तदान की सर्वत्र चर्चा एवं प्रशंसा हो रही है