एक पटवारी सब पर भारी……आखिर कौन है वह ?…..पढ़िए इस खबर को जिसकी हुई है शिकायत….
बिलासपुर / बता दें कि राजस्व विभाग में जो हो जाए वो कम ही है। भाजपा की सरकार आने के बाद भी राजस्व विभाग में कोई सुधार नहीं हो रहा है…. हालात वैसा ही जस का तस बना हुआ है…देखा जाए तो इन दिनों राजस्व विभाग रोज़ चर्चाओं में है… इसमें भी बिलासपुर तहसील सबसे जायदा बदनाम है….परसों हाईकोर्ट से कलेक्टर को फटकार मिली…. कल विधानसभा में राजस्व विभाग के रिश्वत खोरी और पेंडेंसी पर गहन चर्चा हुई….जो अपनेआप में बड़ी बात है…बहरहाल बात करते हैं हम बिलासपुर की….एक शिकायत आई है कि मोपका में नगर निगम की सैकडो एकड़ ज़मीन पर पटवारी आलोक तिवारी ने दो साल तक बेजा क़ब्ज़ा करवाया….कई लोगो को अनाप शनाप पेपर बना कर दिया…जबकि किसी भी पटवारी का कर्तव्य होता है कि सरकारी ज़मीन पर कोई भी बेजा क़ब्ज़ा करता है तो उसे तुरंत बेजा क़ब्ज़ा रिपोर्ट बनाकर अपने तहसीलदार और निगम को देना होता है….लेकिन करोडो रुपयो के सरकारी ज़मीन पर बेजा क़ब्ज़ा होता रहा और पटवारी मौन रहे…जो प्रश्नचिंह खड़े कर रहा है….आपको बता दूँ की अभी 15 दिसंबर को नगर निगम ने लाखों रुपया खर्च करके अपनी ज़मीन को भूमाफियाओं से ख़ाली करवाया….इसके बाद कलेक्टर ने तत्काल आरआई को हटा दिया लेकिन पटवारी आलोक तिवारी को छू तक नहीं पाये….इसलिए हमने हेडिंग डाली है पटवारी आलोक तिवारी सब पार भारी….
दरसल शिकायतकर्ता ने माँग किया है कि अरबों रुपया का सरकारी ज़मीन क़ब्ज़ा करवाने और रिपोर्ट नहीं देने के आरोप में पटवारी आलोक तिवारी को निलंबित किया जाये या मोपका से हटाकरW अटैच किया जाये….शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय से लेकर मुख्यमंत्री हाईकोर्ट तक हुई है….अब देखना है कि कलेक्टर क्या करते हैं….शिकायतकर्ता ने निगम के ज़ोन कमिश्नर को भी निलंबित करने लिखा है…
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