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एनटीपीसी प्रबंधन पर ग्रामीणो का फूटा का गुस्सा,चक्काजाम कर जताया विरोध…

वादा खिलाफी से नाराज ग्रामीणों ने एनटीपीसी के खिलाफ खोला मोर्चा…

बिलासपुर ।छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में एनटीपीसी रखड़ प्रबंधन के खिलाफ ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा है। एनटीपीसी ठेका मजदूर यूनियन के बैनर तले बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने चक्काजाम कर हड़ताल शुरू कर दी है। ग्रामीणों का आरोप है कि एनटीपीसी प्रबंधन ने उनसे जो वादे किए थे, वे अब तक पूरे नहीं किए गए।ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी ने क्षेत्र के आठ गांवों को गोद लिया था और विकास के साथ मुआवजा देने का वादा किया था, लेकिन आज तक कोई भी वादा हकीकत में नहीं बदला। उनका आरोप है कि एनटीपीसी ने अब उन गोद लिए गए गांवों को भी अनदेखा कर दिया है।गांव के लोगों का कहना है कि महंगाई के इस दौर में मजदूरों को न तो उचित मजदूरी मिल रही है और न ही काम की सुरक्षा। जो मजदूर विरोध करने की हिम्मत जुटाते हैं, उन्हें काम से निकाल दिया जाता है। इससे मजदूरों और उनके परिवारों की स्थिति बेहद खराब हो गई है ग्रामीणों ने यह भी बताया कि एनटीपीसी के ट्रकों और वाहनों की लापरवाही से अब तक करीब आठ लोगों की सड़क हादसे में मौत हो चुकी है।

लेकिन मुआवजे के नाम पर किसी को भी न्याय नहीं मिला।ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने साफ कहा है कि अब यह लड़ाई सिर्फ गांव की नहीं, बल्कि सड़क से लेकर सदन तक लड़ी जाएगी।एनटीपीसी प्रबंधन पर ग्रामीणों के गंभीर आरोपों ने एक बार फिर उद्योगों और स्थानीय लोगों के बीच बढ़ती दूरी को उजागर कर दिया है। अब देखना होगा कि कंपनी प्रबंधन इन मांगों पर क्या कदम उठाता है।

*एनटीपीसी ठेका मजदूर यूनियन ने लगाया वादा खिलाफी का आरोप*

एनटीपीसी प्रबंधन पर वादा खिलाफी का आरोप लगता हुए ग्रामीणों ने एनटीपीसी ठेका मजदूर यूनियन के बैनर तले चक्काजाम कर हड़ताल पर बैठ गए है, उनका कहना है कि एनटीपीसी रखड़ प्रबंधन द्वारा 8 गांव को गोद लिया गया था और मुआवजा देने का वादा किया गया था, पर एनटीपीसी प्रबंधन द्वारा किया गया कोई भी वादा पूरा नहीं किया गया साथ ही अब गोद लिए गए आठ गांवों को भी अनाथ छोड़ दिया गया है.आज की महंगाई में मजदूरों को उचित मजदूरी नहीं दी जा रही है और विरोध करने पर काम से निकाल दिया जा रहा है, जिसे देखते हुए अब बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने धरने पर बैठे हुए हैं।

*ग्रामीण बोले,हादसे में 8 की मौत होने वाले और 50 से अधिक घायलों को अब तक नहीं मिला मुआवजा*

धरना प्रदर्शन करने वाले ग्रामीणों ने जमकर और भरपूर विरोध करते हुए कहा कि एनटीपीसी द्वारा चलाई जा रही रखड़ वाहनों के कारण करीब आठ ग्रामीणों की सड़क हादसे में मौत हो गई और 50 से अधिक ग्रामीणों को मुआवजा नहीं मिला उनका कहना है कि एनटीपीसी प्रबंधन ने उनके साथ किए गए वादे को पूरा नहीं किया गया है अब मजदूरों को भी निकाला जा रहा है जिसे लेकर अब ग्रामीणों में खासा आक्रोश है और सड़क से लेकर सदन तक की लड़ाई लड़ने के बात ग्रामीण कर रहे हैं।

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