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कांग्रेस नेता वसीम खान ने सिविल लाइन पुलिस के समक्ष किया आत्म समर्पण….सरकार बदलते ही होने लगा असर….गुंडे बदमाशों में बनी दहशत

खासखबर बिलासपुर / आख़िरकार कांग्रेस नेता वसीम खान ने सिविल लाइन पुलिस के समक्ष आत्म समर्पण कर दिया है…दरसल कांग्रेसी नेताओ के संरक्षण में वसीम खान अपनी दादागिरी करके गुंडा गर्दी कर रहा था….यही कारण है की तालापारा तैबा चौक में एक ह्त्या के मामले में वसीम अपने दोस्तों के साथ शामिल भी रहा…इस घटना में वसीम समेत अन्य लोगो के खिलाफ सिविल लाइन थाना में अपराध दर्ज हुआ था….जिसमे कई लोगो को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था…आपको बता दे सरकार के बदलते ही कानून व्यवस्था में उसका असर दिखने लगा है। शहर के बहुचर्चित तालापारा हत्याकांड का मुख्य आरोपी NSUI प्रदेश सचिव वसीम खान ने दोपहर सिविल लाइन थाना पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया है। आरोपी वसीम खान घटना के बाद लगभग दो साल से फरार चल रहा था बताते चलें की आरोपी NSUI नेता वसीम खान को तत्कालीन सत्ताधारी दल के नेताओं का सरंक्षण मिल हुआ था जिसके कारण आरोप लगते रहें हैं की पुलिस जानबूझकर वसीम खान को गिरफ्तार नहीं कर रही। पर कांग्रेस सरकार की विदाई के साथ ही अब उससे जुड़े अपराधी किस्म के नेताओं में खलबली मची है। वहीं शहर में संचालित सभी अवैध चखना दुकानों पर भी आज निगम ने बुलडोज़र चलाया है।नेतृत्व बदलने का असर,अमर ने कहा था गुण्डागर्दी खत्म कर देंगे…

याद हो की विधान सभा चुनाव जीतने के पहले पूर्व मंत्री और विधायक अमर अग्रवाल ने कहा था की हमारी सरकार बनते ही 15 दिनों के अंदर शहर से गुण्डागर्दी खत्म कर देंगे और और जिस दिन चुनाव के परिणाम घोषित हुए थे मतगणना सेंटर के बाहर अमर अग्रवाल ने कहा था की आज से अपराधी खुद से सुधर जाएं नहीं तो सुधार दिया जाएगा,इसका असर अब दिख भी रहा है,दो साल से राजनीतिक संरक्षण में फरार चल रहे वसीम खान ने सरेंडर किया है। अपराधियों को जब तक राजनीतिक संरक्षण मिलता रहेगा कानून व्यवस्था पर इसका असर पड़ता है। पिछले पांच सालों में इसके कई उदाहरण देखें जा सकते है,अब शहर में अमर अग्रवाल के फिर से विधायक बनते ही पूर्व के उनके कार्यकाल की तरह अपराधियों पर नकेल कसे जा रहे हैं।यह था पूरा मामला 25 फरवरी 2022 को दोपहर तीन बजे सिविल लाइन थाना क्षेत्र के तालापारा के समता कालोनी गार्डन के पास 20-25 युवकों ने मिलकर नाबालिग नवीन महादेवा पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया था। इस बीच उनका दोस्त उदय चक्रवर्ती ने बीच-बचाव करने पहुंचा तो उसके उपर भी चाकू से हमला किया गया।इस गैंगवार से नवीन की हत्या हो गई और उदय को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। माहौल खराब होने के बाद पुलिस ने उदय का मजिस्ट्रियल बयान दर्ज कराया। इसमें उसने एनएसयूआइ नेता वसीम खान पर हत्या कराने का आरोप लगाया था। इसके बाद उदय का वीडियो भी सामने आया था। लेकिन पुलिस ने घटना के बाद से वसीम को गिरफ्तार नहीं किया था और वसीम तब से अब तक फरार चल रहा था।

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