गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में “विकसित कृषि संकल्प यात्रा” : वैज्ञानिकों ने दी उन्नत कृषि तकनीकों की जानकारी

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, छत्तीसगढ़।
“विकसित भारत संकल्प यात्रा” के अंतर्गत बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, बिलासपुर के वैज्ञानिकों द्वारा जिले के किसानों को उन्नत और टिकाऊ कृषि तकनीकों की जानकारी दी जा रही है।

इस अभियान के तहत वैज्ञानिकों की टीम विशेष किसान रथ के माध्यम से विभिन्न ग्राम पंचायतों—गौरेला विकासखंड के सधवानी, पेंड्रा के नवागांव और मरवाही के महोरा—का भ्रमण कर किसानों को जैविक खेती, फसल चक्र परिवर्तन, प्राकृतिक बीज, संतुलित उर्वरक उपयोग, जल संरक्षण, पशुपालन, मत्स्य पालन, उद्यानिकी, तथा समन्वित कृषि प्रणाली के बारे में प्रशिक्षण प्रदान कर रही है।

प्रशिक्षण सत्र के दौरान:
सह-प्राध्यापक अर्चना केरकट्टा ने समन्वित कीट प्रबंधन पर जानकारी दी।
सहायक प्राध्यापक रोशन परिहार ने धान के स्थान पर लाभकारी वैकल्पिक फसलों और फसल चक्र परिवर्तन पर किसानों का मार्गदर्शन किया।

वैज्ञानिक अवनीत कुमार ने धान की उन्नत कास्त तकनीक तथा सीधी बुवाई के लिए आधुनिक तकनीकों की जानकारी देकर किसानों की समस्याओं का समाधान किया।
इस यात्रा का उद्देश्य ग्रामीण किसानों को आधुनिक, वैज्ञानिक एवं लाभकारी कृषि पद्धतियों से अवगत कराकर उनकी आय एवं उत्पादकता में वृद्धि करना है।