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नगर विकास और नगर को व्यवस्थित करने के संबंध में, राजनीतिक उद्देश्यों से परे हो शहर का समुचित विकास, दोहरे मापदंड ना अपनाया जाए

बिलासपुर। शहर का व्यवस्थित विकास और शहरवासियों को समुचित सुविधा मिले, यह हम सबकी की आशा और आकांक्षा है। शहर को स्मार्ट सिटी की तर्ज पर विकसित करने और व्यवस्थित करने के काम में किसी भी तरह की रुकावट या बाधा को समाप्त करने में हम सब शहरवासी निगम के साथ हैं। यह बिलासपुर शहर की संस्कृति में रही है कि विकास के काम में राजनीतिक स्वार्थ से परे सब एकजुट हो जाते हैं और काम को सहजता और सरलता के साथ पूरा करने में सब मिलजुलकर सहयोग करते हैं।
अफसाेस के साथ कहना पड़ रहा है कि बीते कुछ महीनों से शहर की इस चमकदार संस्कृति को चंद लोगों को सुविधा पहुंचाने और मदद करने के उद्देश्य के कारण धुंधली की जा रही है। विकास के कार्य में कांग्रेस हमेशा निगम और जिला प्रशासन के साथ है। कांग्रेस यह कभी नहीं चाहेगी कि विकास कार्य के बहाने नगर निगम या जिला प्रशासन दोहरा मापदंड अपनाकर चंद लोगों की स्वार्थ सिद्धी और चाटुकारिता करते नजर आए। हाल के दिनों में जो कुछ हुआ है और वर्तमान समय में जो कुछ हो रहा है, इससे शहर व जिला कांग्रेस कमेटी चुप बैठने वाली नहीं है। विकास कार्य में सहयोग देने के साथ ही हमारी पूरी नजर नगर निगम के अफसरों की कार्यप्रणाली पर है। कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता इस पर नजर रखे हुए हैं।

निगम का दोहरा मापदंड कांग्रेस नहीं करेगी बर्दाश्त

अपोलो रोड चौड़ीकरण का उदाहरण आपके सामने है। सड़क चौड़ीकरण को लेकर जो मापदंड तय किया गया था उसे अचानक नगर निगम ने बदल दिया। जब ग़रीब बस्तियों को उजाड़कर 60 फीट चौडृी सड़क बनाने का फ़ैसला लेकर अमल में लाया गया फिर निगम प्रशासन अपोलो के उसी जगह पर रोड चौड़ीकरण को लेकर ग़रीब बस्तियों को उजाड़ने 80 फ़ीट और 120 फीट की रोड बनाने क्यों ग़रीब बस्तियों में रहने वाले लोगो का रहने का आसरा छींन कर सड़क में रहने को मजबूर कर रहा है जबकि इसका विरोध कांग्रेस और भाजपा के स्थानीय पार्षद सहित प्रभावित जानता ने सड़क पर आकर ज़िला और निगम प्रशासन के सामने किया ! कांग्रेस यह जानना चाहती है कि आखिर नगर निगम को अपना निर्णय किसके दबाव के चलते और किसे फायदा पहुंचाने के लिए बदलना पड़ा। कांग्रेस चाहती है कि सड़क चौड़ीकरण को लेकर जो निर्णय अपोलो अस्पताल रोड में बेजा कब्जा हटाने के लिए निगम ने लिया है उसी मापदंड को शहर के अलग-अलग हिस्से में भी अपनाया जाए। एक मोहल्ले के लिए और दूसरे मोहल्ले में बेजा कब्जा तोड़ने और अलग नियम व मापदंड को जिला व शहर कांग्रेस कमेटी बर्दाश्त नहीं करेगी। जब निगम एक है और अफसर भी वही हैं तब दोहरा मापदंड किसके कहने और किसके दबाव पर अपनाया जा रहा है।

जातिवाद की राजनीति क्यों फैला रहीं है मेयर

बिलासपुर शहर में यह भी पहली बार देखने में आया है कि निगम की महापौर पूजा विधानी निगम की कार्रवाई में अचानक जातिवाद को बीच में लेकर आ गई है। शहर विकास में जातिवाद कहां से आ गया और जातिवाद का जहर फैलाकर महापौर क्या करना चाहती है। उनकी मंशा मंशा क्या है ?बिलासपुर की गंगा जमुनी संस्कृति की प्रदेश में ना केवल चर्चा होती है,बल्कि यहां की संस्कृति और भाईचारे की तारीफ भी करते हैं। ऐसे में महापौर और निगम प्रशासन का इस तरह का द्वन्द आने वाले समय के लिए बेहद संवेदनशील हो सकता है।
साथ ही महापौर से कांग्रेस पूछना चाहती है कि जब बेलतरा विधानसभा के अनर्गत आने वाले निगम के वॉर्डो में चांटीडीह ,लिंगयाडीह , मेलापारा में हजारों गरीबों के मकान पर निगम का बुलडाेजर चल रहा था और भरे बारिश में बेघर किया जा रहा था तब महापाैर ने इस्तीफा देने की धमकी क्यों नहीं दिया ? सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ निगम ने जब कार्रवाई की तब जाति को लेकर सामने आ गए।क्या चंद लोगो के अतिक्रमण बचाने के लिए पूरे सिंधी समाज का नाम लेना उचित है ? महापोर के कहने के अनुसार जैसे पूरे सिंधी समाज ने अतिक्रमण कर लिया हो !

संपत्तिकर वापस ले नगर निगम, नहीं तो कांग्रेस करेगी आंदोलन

नगर निगम ने गुपचुप तरीके से संपत्तिकर की राशि को बढ़ा दिया है। यह आम से लेकर खास सभी लोगों की जेब पर डाका के समान है। निगम ने उन क्षेत्रों को भी इसमें शामिल कर लिया है जो पांच साल पहले निगम सीमा में शामिल किया गया है। पांच साल बाद आज भी वहां की स्थिति वैसी ही है। सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है और अब निगम के इस निर्णय से ग्रामीण अंचल के गरीबों के ऊपर संपत्तिकर के रूप में आर्थिक बोझ बढ़ेगा। निगम का यह निर्णय समझ से परे है। संपत्तिकर में की गई बढ़ोतरी को निगम वापस ले, साथ ही यूजर चार्रजेस ( कचरा उठाने का टैक्स) का व्यापारिक भवनों में युक्ति युक्ति कारण करते हुए कम किया जाये ताकि लोग आसानी से कर अदा कर सके यह निर्णय जन हित में अतिआवशायक है ,
नहीं तो कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर आंदोलन करेगी। आंदोलन में आम लोगों की सहभागिता भी कांग्रेस तय करेगी।

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