पटवारी पर लगा गंभीर आरोप….ग्रामीणों ने खोला मोर्चा…..कहा, “जब तक रोड नहीं-तब तक वोट नहीं
खासखबर बिलासपुर /
बोदरी अंतर्गत ग्राम डढ़हा के पटवारी पर गम्भीर आरोप लगा है…दरसल ग्रामीणों ने आज जिले के कलेक्टर के पास पहुंचकर पटवारी पर यह आरोप लगाया है की पटवारी दबाव डालकर वोट डलवा रहे थे….जिसका विरोध किया गया था….और इसी कारण माहौल ख़राब हुआ था…ग्रामीणों ने ज्ञापन देने के बाद मीडिया से कहा की गाँव वालो ने पहले से ही कहा था की मतदान का बहिस्कार किया जा रहा है…इसके बाद भी बेवजह दबाव डालकर मतदान कराया जा रहा था… ग्रामीणों ने बताया की नगरीय निकाय के वार्ड नं. 10 एवं हाईकोर्ट एवं शहर के नजदीक होने के बावजूद उक्त ग्राम डड़हा आज तक मूलभूत आवश्यकताएं रोड, नाली, पानी आदि सुविधाओं से पिछले 75 वर्षों से वंचित रहा है…यहाँ तक जागरूक ग्रामवासी पिछले 40 वर्षों से रोड निर्माण के लिये प्रयासरत् रहे हैं…जिन्होंने कई बार आवेदन किया न्याय की गुहार लगाईं…इसके बाद भी सुनवाई नहीं हुई….जिसके कारण गाँव वालो में काफी आक्रोश बना रहा….
इसी दौरान ग्रामीणों ने एक राय होकर निर्णय लिया की मतदान नहीं करना है….जिसके कारण बहिस्कार किया गया.. ग्रामीणों ने कहा कि
“जब तक रोड नहीं-तब तक वोट नहीं” के सामूहिक घोषणा के साथ हम ग्रामवासी एकजूट थे…दिनांक 17.11.2023 को समस्त ग्रामवासी के द्वारा मतदान नहीं करने का निर्णय लिया गया था…इस दौरान हल्का नम्बर 1 बोदरी के पटवारी पराग महिलांगे के द्वारा अपने निजी वाहन नंबर CG 11 BK 3330 से 4 लोगों को लेकर दबाव पूर्वक मतदान केन्द्र क्र. 210 में बूथ में लाते पाया गया तो फिर उस दौरान समस्त ग्रामवासियों के द्वारा इसका विरोध किया गया…चूंकि सरकारी अमला एसडीएम, तहसीलदार के होने के बावजूद दबाव पूर्वक मतदान करवाना कानूनी उल्लंघन को दर्शाता है…
सामूहिक घोषणा के बावजूद हमारी अभिव्यक्ति की आजादी पर व्यवधान उक्त कर्मचारी के द्वारा किया गया। पटवारी के द्वारा लोगों को मतदान कराना निजी फायदे को दर्शाता है। क्या उक्त कर्मचारी किसी संबंधित पार्टी से लाभान्वित था या धन बल का प्रयोग किया जा रहा था…वही समस्त ग्रामवासी ने यह कहा की “जब तक रोड नहीं-तब तक वोट नहीं” के नारे के साथ आगे भविष्य में सामूहिक बहिष्कार करते रहेगें एवं उक्त कर्मचारी के निलंबन तक आंदोलन करते रहेगें…इस अवसर पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे…..