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फौती नामांतरण और किसान किताब के लिए दो किसानों से मांगी थी रिश्वत….80 हजार रुपए की रिश्वत मांगने का लगा था आरोप…पटवारी को कलेक्टर ने किया निलंबित….मचा हड़कंप…..पटवारियों में नहीं आ रहा सुधार….

*रिश्वत मांगने में सबसे ज्यादा राजस्व विभाग का नंबर*

*ACB में सबसे ज्यादा शिकायत पटवारियों की*

मनीष शर्मा कोरबा/ फौती– नामांतरण के लिए 80 हजार रुपए की रिश्वत मांगने वाले पटवारी को निलंबित कर दिया गया है। मामला भैंसमा तहसील के पटवारी हल्का नंबर –11 कोरकोमा से जुड़ा है। पटवारी के खिलाफ दो किसानों ने शिकायत की थी। शिकायत मिलने पर कलेक्टर अजीत बसंत ने कार्यवाही की है।

मिली जानकारी के अनुसार मामले की शिकायत सामने आने पर कलेक्टर ने पटवारी हल्का नंबर 11-कोरकोमा तहसील भैंसमा के पटवारी विमल सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। जवाब संतोषजनक नहीं होने के फलस्वरूप शासकीय कार्य के प्रति उदासीनता एवं घोर लापरवाही एवं छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) का उल्लंघन मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में पटवारी का मुख्यालय राजस्व निरीक्षण मण्डल जटगा तहसील पसान नियत किया गया है।
ग्राम कोरकोमा निवासी अरजन सिंह चौधरी पिता स्व. ठंडाराम द्वारा शपथ पूर्वक बयान में बताया गया कि उसके व उसकी पत्नी रूकमणी के नाम पर ग्राम कोरकोमा में भूमि है। दोनों के किसान किताब जीणशीर्ण होकर फट रहें हैं इसलिए पटवारी विमल सिंह के पास जाकर नया किसान किताब बनाने के लिए बोलने पर उनके द्वारा 10 हजार रूपए की मांग की गई। इसी प्रकार ग्राम कोरकोमा निवासी कमलाबाई पटेल, भेषलाल पटेल द्वारा अपने शपथ पूर्वक बयान में बताया गया कि सह खातेदार गंगाबाई, शिवनारायण, भेषकुमारी, भेषलाल, मेतकुमारी, धनीराम अन्य के संयुक्त खाते में 16.54 एकड़ भूमि है। सह खातेदार रोशन की मृत्यु 30 मई 2023 को हो गई थी। जिसका फौती दर्ज करने के लिए पटवारी विमल सिंह को माह अगस्त 2023 में मृत्यु प्रमाणपत्र, वंशवृक्ष की जानकारी, शपथ पत्र, जमीन का दस्तावेज दिया गया था। फौती नामांतरण दर्ज कर खाता विभाजन कर किसान किताब देने के लिए पटवारी विमल सिंह के द्वारा 80 हजार रूपए की मांग की गई थी और कहा गया था कि 15 दिवस के भीतर फौती नामांतरण व खाता विभाजन कर दूंगा, लेकिन काम नहीं किया जा रहा था। किसानों ने इसकी शिकायत कलेक्टर से की थी। जिसके बाद यह कार्यवाही हुई है।

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