राज्य के कर्मचारियों को महंगाई भत्ता के साथ सातवे वेतनमान की अंतिम क़िस्त जारी करे विष्णुदेव साय सरकार

खासखबर बिलासपुर / राज्य के 5 लाख से अधिक कर्मचारी अधिकारियों ने लगातार हड़ताल आंदोलन कर अपनी जायज मांग को सरकार के समक्ष रखा है, किंतु सरकार का खजाना कर्मचारियों के लिए कब खुलेगा राह ताकते ताकते कर्मचारी वर्ग थकने लगे है । लोकसभा चुनाव के लिए ढाई महीने से अधिक समय के लिए अचार सहिंता लगने वाली है जो कि 30 मई 2024 तक राह सकती है। ऐसे में कर्मचारियों को एक लम्बा समय तक महंगाई भत्ता आदेश पाने के लिए इंतजार करना पड़ सकता है ,वर्तमान में केंद्रीय कर्मचारियों से 8 प्रतिशत पीछे चल रहे राज्य के कर्मचारी। इसके बाद भी राज्य के कर्मचारियों ने धीरज का साथ नही छोड़ा है वर्तमान समय मे राज्य के अमूमन सभी कार्यालयों में महंगाई भत्ते को लेकर रोज चर्चा का बाजार गर्म रहता है की कब राज्य शासन हम कर्मचारी अधिकारी की सुनेंगे और हमारी मसङ्गो को पूर्ण करेंगे ये भविष्य के गर्भ में है, जब ये मांगे ही पूर्ण नही होगी तो अन्य मांगों का क्या होगा जिसमें की सातवे वेतनमान की अंतिम क़िस्त अभी शेष है वेतनमान लागू किये 8 वर्ष का समय बीत गया किंतु पूर्ण वेतनमान के लिए अभी भी कर्मचारी तरस रहे है,ये ही पूर्ण नही हो रहे है तो कर्मचारी संघ असमंजस में है कि अन्य मांगों को किस क्रम में रखकर मांगे। लिपिकों के वेतनमान की समस्या , चिकित्सा भत्ता 200 रुपये से आगे कब बढ़ेगा, मृत्यु पर मिलने वाले एक्स ग्रेसिया राशि मे बढ़ोतरी, के साथ साथ तमाम अन्य मुद्दे अपने क्रम में पूर्ण होने की राह ताक रहे है।
– हमारी शासन से मांग है कि कर्मचारी हीत में लंबित महंगाई भत्ता एरियर्स राशि सहित अचार सहिंता लगने के पूर्व जारी कर महंगाई से राहत देवे। कर्मचारियों की अनदेखी से एक कर्मचारियों में निराशा के भैव जग रहे है जिसे दूर किया जाना चाहिए।
– सुनील यादव प्रदेश महामंत्री छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ , कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन सदस्य बिलासपु
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