रायपुर पुलिस के निजात अभियान के तहत नशे के विरुद्ध लगातार प्रहार का अपराधों में कमी के रूप में दिखने लगा प्रभावी असर…..
अभियान के चार माह में पिछले सालों की इसी अवधि की तुलना में आईपीसी के कुल अपराधों में 7 फीसदी की कमी। मारपीट में 5%, हत्या के प्रयास में 22 %, चाकूबाजी में 31 प्रतिशत, छेड़छाड़ में 23 फीसदी व चोरी में 5% की आई कमी
एनडीपीएस व आबकारी में ताबड़तोड़ कार्यवाही में कुल 3,157 प्रकरणों में 3,241 व्यक्ति पर कार्यवाहियां जिसमे गैर- जमानतीय प्रकरणों में 378 आरोपी जेल गए। 6,176 लीटर शराब जप्त
नशे के विरुद्ध जारी जनजागरुकता के तहत 3,41 कार्यक्रम किए गए। थानों में नशे के आदी लोगों की हो रही काउंसलिंग।
रायपुर / इस वर्ष फरवरी माह से डीजीपी अशोक जुनेजा के निर्देशन में आईजी रायपुर अमरेश मिश्रा व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर संतोष सिंह के मार्गदर्शन में अवैध नशा के विरुद्ध अभियान निजात चलाया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक रायपुर संतोष सिंह के निर्देशानुसार राजपत्रित अधिकारियों के पर्यवेक्षण में रायपुर के सभी थाना प्रभारियों द्वारा उनके क्षेत्र में अवैध नशा के कार्य में संलिप्त लोगों के विरुद्ध ताबड़तोड़ तरीके से कार्यवाही व व्यापक जागरूकता कार्यक्रम किए गए है।
एसएसपी संतोष सिंह ने बताया कि कुल अपराधों में बढ़ोतरी हुई है, जो की मुख्यतः एनडीपीएस और आबकारी में बढ़ी कार्यवाहियां की वजह से हैं।
अभियान दौरान शराब-विरोधी आबकारी एक्ट और ड्रग- विरोधी एनडीपीएस के 3,157 प्रकरणों में 3,241 व्यक्तियों पर कार्यवाहियां की गई है, जिसमे से गैर- जमानतीय प्रकरणों में 378 आरोपी जेल गए। 6,176 लीटर शराब, गांजा 949 किलो, एमएएमडी 4.5 ग्राम, हीरोइन 20 ग्राम, अफीम 161 ग्राम, टैबलेट 10,336 व अन्य नशीली वस्तुएं जप्त हुई है। आबकारी में गिरफ्तार लोगों में बड़ी संख्या सार्वजनिक स्थलों पर शराब सेवन कर हुडदंग करने वाले लोग हैं। इन कार्यवाहियों से अपराधियों में दहशत हुई हैं।
पिछले चार माह में तंबाकू-विरोधी कोटपा एक्ट के तहत 1,141 लोगों पर कार्यवाही हुई। नशा में गाड़ी चलाने वाले 983 लोगों पर एमवी एक्ट के कार्यवाही करते हुए प्रत्येक प्रकरण को कोर्ट भेजा गया, जहां प्रत्येक ऐसे चालक पर दस-दस हजार रुपए का भारी-भरकम जुर्माना लगाया गया है। 2023 में पूरे वर्ष में कोटपा में 30 व्यक्ति और 185 एमवी एक्ट में 610 प्रकरण हुए थे।
इसके अलावा नशे के विरुद्ध जनजागरुकता के तहत लोगों के सहयोग से स्कूल कॉलेज और सार्वजनिक जगहों पर 341 कार्यक्रम किए गए हैं और नशे के आदी सैकड़ों लोगों की लिस्टिंग कर उनकी विभिन्न संस्थाओं की मदद थानों में काउंसलिंग की जा रही है।