रेत माफियाओ पर कार्यवाही नहीं हो रही….. शिवनाथ नदी को छलनी करने की रेत माफियाओ को मिली छूट….रात और दिन हो रहा अवैध उत्खनन….नदी का सीना चीरकर निकाल रहे रेत…माफियाओं में जरा भी खौफ नहीं

जल बहने वाली जीवन दायिनी शिवनाथ नदी से चार ग्राम पंचायतों से अवैध रेत धड़ल्ले से हो रही है खनन
बिलासपुर।मस्तुरी जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत जोधरा ग्राम पंचायत भिलौनी ग्राम पंचायत मनवा ग्राम पंचायत हरदी गोबरी, इन चारों ग्राम पंचायतों से रेत उत्खनन हो रहा है। इसके बाद भी उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है। मस्तुरी क्षेत्र में रेत उत्खनन करने वालों को छूट मिली हुई है।

कार्रवाई के नाम पर परिवहन करने वाले टैक्टर मालिक और भंडारण करने वालों पर नाम भर के लिए कार्रवाई हो रही है। मानसून के आगमन हो जाने के बाद भी रेत माफिया सक्रिय हो गए है। उनके द्वारा रेत निकालने के लिए नदियों को छलनी किया जा रहा है।

मस्तुरी पचपेड़ी के ग्राम पंचायत जोधरा ,भिलौनी , मनवा,हरदी गोबरी, में छत्तीसगढ़ सरकार का सुशासन शिविर समाप्त हो होने के बाद रेत माफियो द्वारा धड़ल्ले से शिवनाथ नदी से रेत खनन किया जा रहा है रेत निकालने वाले रेत माफिया द्वारा प्रति टैक्टर 3 सौ रुपए लिया जा रहा है

और टैक्टर मालिक द्वारा 2500 सौ 3000 हजार रुपए में ग्रामीणो के पास बेचा रहा है अवैध रेत घाट चार है। जिसमें दो घाट उदाईबन , अमलडीहा, शासन का का रायल्टी पर्ची वाला है फिलहाल अवैध रूप से चार स्थानों से रेत का उत्खनन किया जा रहा है। उसको रोक पाने में खनिज विभाग का अमला पूरी तरह से फेल साबित हो रहा है।

खनिज विभाग द्वारा सिर्फ अवैध खनिज परिवहन का मामला वाहन मालिकों के खिलाफ बनाया जा रहा है। वहीं नदियों से रेत निकालने वाले माफियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं के बराबर हो रही है। इसलिए उनको एक तरह से छूट मिली हुई है। माफियों का सांठगांठ राजस्व विभाग के साथ भी है। इसलिए उनके द्वारा भी कार्रवाई नहीं की जाती। जिसके कारण में अवैध रेत का उत्खनन पर रोक नहीं लगा पा रहा है।


