सत्ता पक्ष मुख्य अतिथि की प्रतिस्पर्धा में मस्त है और प्रदेश के शिक्षक अवसाद ग्रस्त है ,शराब पीकर स्कूल में पढ़ाने आते है….ट्रेन बंद, एयरपोर्ट और स्वामी आत्मानंद स्कूलों को बंद करने की चल रही साज़िश- शैलेश
खासखबर बिलासपुर / 15 साल तक बीजेपी की सरकार ने प्रदेश में 3000 स्कूल बंद कर दिये थे और शिक्षा व्यवस्था चौपट कर दी थी। प्रदेश में मॉडल स्कूल और मुख्यमंत्री DAV स्कूल नहीं चला पायी थी बीजेपी सरकार और सरकारी स्कूल केवल भ्रष्टाचार करने के लिए रह गये थे। कांग्रेस ने स्वामी आत्मानंद स्कूल खोलकर न केवल शिक्षा का स्तर बढ़ाया बल्कि सभी वर्गों के लिए बेहतर शिक्षा का मार्ग खोला। आज स्वामी आत्मानंद स्कूलों को सरकार बंद करने की साज़िश कर रही है इसलिए उनको विभाग में मिला दिया है ताकि छत्तीसगढ़ में शिक्षा की गुणवत्ता सरकारी तरह से न मिले। ये एक तरह की साज़िश है बीजेपी सरकार के लिए शिक्षा केवल एक दिखावा है असलियत में इनको छात्र और छात्राओं के भविष्य से कोई लेना देना नहीं है।कांग्रेस ने सैकडो स्वामी आत्मानंद स्कूल सिर्फ़ पाँच साल में खोले जहां एडमिशन की प्रतिस्पर्धा बन गई थी उनको भी बीजेपी सरकार बंद करने की सोंच रही है और बदनाम कर रही है।
आज समाचार पत्रों में जिस तरह शिक्षक शराब पीकर स्कूल में जा रहे है उससे अन्दाज़ लगाया जा सकता है कि शिक्षक अवसाद ग्रस्त है और शिक्षा का बँटाधार है और चौपट कर रहे है। सरकार बस बड़ी बड़ी बाते कर रही है और नीचे शिक्षा व्यवस्था बर्बाद हो रही है सत्ता पक्ष केवल रोज़ घूम कर फोटो खिंचवा रहे है और मुख्य अतिथि की प्रतिस्पर्धा में मस्त है असलियत में कुछ हो नहीं रहा है।विधायकों को मंत्री न बनाने का ग़म सता रहा है।जो काम कांग्रेस ने शुरू किए थे वही केवल पूरे हो जाये तो बड़ी बात होगी बीजेपी सरकार के लिए।